शक की पराकाष्ठा : परिवार में कैसे आया भूचाल – भाग 2
कलावती की सब से बड़ी मजबूरी यही थी कि उसे जब किसी भी रिश्तेदार से बात करनी होती तो वह या तो सुबह ही कर सकती थी या फिर शाम को. क्यों उसके साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा था ?
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