उधार का चिराग – भाग 2
मेरे बौस ने एक बहुत बड़ी बात मेरे सामने कह दी थी. उस समय बौस काफी मजबूर और बेबस लग रहे थे. मेरे लिए भी यह बात किसी आघात से कम नहीं थी. इस के बाद मुझे उन पर रहम आने लगा था.
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