Love Crime Story : 27 वर्षीय संजना कुमारी और उस का भाई सौरभ कुमार पटना में रह कर सरकारी जौब की तैयारी कर रहे थे. कुछ दिनों बाद सौरभ का बिहार पुलिस में सबइंसपेक्टर पद पर सेलेक्शन हो गया तो वह ट्रेनिंग पर चला गया. फिर संजना ने एसएससी की सीजीएल परीक्षा पास कर ली. उसे 5 जून को सचिवालय में नौकरी जौइन करनी थी, लेकिन इस से पहले ही किसी ने उस की हत्या कर दी. उस की झुलसी हुई डैडबौडी कमरे में मिली. कौन था संजना का हत्यारा और क्यों की गई उस की हत्या?

जिस तरह से कौपी पर स्याही से लिखे शब्दों को पूरी तरह से मिटाया नहीं जा सकता, उसी तरह से जिंदगी का पहला प्यार दिल का ऐसा अहसास होता है, जिसे आसानी से भुलाया नहीं जा सकता. ठीक ऐसा ही प्यार का रिश्ता था संजना और सूरज के बीच. संजना और सूरज आसपास के गांव के निवासी थे. गांव में एक ही साथ खेले और पढ़े भी थे. कक्षा 7 से ग्रैजुएशन तक की पढ़ाई दोनों ने एक साथ ही की थी. फिर दोनों के बीच प्यार होना तो स्वाभाविक ही था.

जैसे ही संजना और सूरज ने जवानी की दहलीज पर पांव रखा, दोनों एकदूसरे के आकर्षण में बंधे. फिर दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला शुरू हुआ और उन के बीच प्यार का बीज अंकुरित हो गया. हालांकि दोनों शुरू से ही क्लासफेलो रहे थे, लेकिन दोनों के फेमिली वालों में काफी अंतर था. जातिबिरादरी और हैसियत में भी. लेकिन प्यारमोहब्बत में ये चीजें कोई मायने नहीं रखतीं.

संजना कुमारी एक अच्छे परिवार से थी. उस की जिंदगी का मकसद भी सूरज से कुछ अलग ही था. वह पढ़लिख कर कुछ बनना चाहती थी ताकि अपने परिवार का नाम ऊंचा कर सके. यही कारण रहा कि उस ने ग्रैजुएशन करने के बाद अपना अगला रास्ता चुना और फिर वह गांव छोड़ कर पढ़ाई करने पटना जा पहुंची थी. संजना ने पटना हौस्टल में रह कर 3 साल तक पढ़ाई की. उस के बाद वह पटना के थाना श्रीकृष्णापुरी के आनंदपुरी मोहल्ले में रह रहे अपने भाई सौरभ कुमार के पास चली गई. संजना का भाई सौरभ कुमार पटना में रह कर अपनी जौब की तैयारी कर रहा था. दोनों भाईबहन पर सरकारी नौकरी पाने का जुनून सवार था. दोनों ही पढऩे में होशियार थे.

कुछ दिन पहले ही सौरभ का पुलिस में एसआई की नौकरी में चयन हो गया. फिर वह कमरा छोड़ कर अपनी ट्रेनिंग पर निकल गया था. सौरभ के जाते ही संजना उस कमरे में अकेली ही रह गई थी. सूरज कुमार एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखता था. यही कारण रहा कि वह ग्रैजुएशन करने के बाद सरकारी नौकरी की तैयारी नहीं कर सका. उस के बाद उस ने आर्थिक स्थिति के चलते पटना में ही पेटकेयर क्लीनिक पर नौकरी कर ली थी.

सूरज के पास संजना का पहले ही मोबाइल नंबर था, जिस के सहारे वह टाइम मिलते ही उस से बात कर लिया करता था, लेकिन उसे पता था कि उस का भाई सौरभ कुमार उस के साथ ही रहता था. इसी कारण वह उस के पास जा कर मिलने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था. जब उसे जानकारी हुई कि उस के भाई की नौकरी पुलिस में लग गई है और वह अपनी ट्रेनिंग पर भी चला गया है. इस जानकारी के मिलते ही वह संजना के पास जा कर उस से मुलाकात करने लगा था. उस के साथ ही दोनों के बीच फिर से पुराना सोया प्यार जाग उठा. हालांकि संजना भी उसे दिलोजान से प्यार करती थी. लेकिन उस का लक्ष्य सरकारी नौकरी पाना था. जबकि सूरज उसे पाने के लिए व्याकुल रहता था. उस की यह हरकत संजना को भी पसंद नहीं थी, लेकिन वह अपने प्यार के आगे मजबूर थी.

पिछले साल सूरज के फेमिली वालों ने उस पर शादी करने का दबाव बनाना शुरू किया, लेकिन सूरज किसी भी कीमत पर किसी और लड़की से शादी करने को तैयार नहीं था. संजना और सूरज के बीच में क्या खिचड़ी पक रही है, इस बात की जानकारी न तो संजना के फेमिली वालों को थी और न ही सूरज के फेमिली वालों को. सूरज जानता था कि उस के फेमिली वाले संजना की शादी के लिए आसानी से मानने वाले नहीं, लेकिन फिर भी वह संजना के पीछे पड़ा था. वह उस के बिना किसी अन्य लड़की के साथ शादी करने को तैयार नहीं था, लेकिन फेमिली वालों की जिद के आगे उस की एक न चली.

उसी दौरान सूरज ने अपने फेमिली वालों के दबाव में आ कर 25 मार्च, 2025 को किसी अन्य युवती के साथ शादी कर ली. लेकिन सूरज ने यह बात प्रेमिका संजना को नहीं बताई थी. शादी के एक महीने तक सूरज ने संजना को फोन नहीं किया. वह वैसे भी अपनी शादी वाली बात संजना से छिपा कर रखना चाहता था. लेकिन किसी तरह से यह बात संजना के कानों तक पहुंच गई.

जैसे ही संजना को सूरज की शादी वाली बात पता चली तो उस पर उसे गुस्सा भी आया. इस बारे में उस ने सूरज से कोई बात करना उचित नहीं समझा था. उस के बावजूद भी उस ने अपना गुस्सा उस के सामने जाहिर नहीं होने दिया. न ही संजना ने सूरज को यह अहसास होने दिया था कि उस की शादी होने वाली बात उसे पता चल गई है. शादी होने के बाद पहली बार सूरज संजना से मिलने पहुंचा तो संजना ने उस से सीधे मुंह बात नहीं की. सूरज के पहुंचते ही उस ने प्रश्न किया, ”तुम्हारी बीवी कैसी है?’’

”ठीक है, लेकिन यह बात तुम्हें किस ने बताई?’’ संजना का प्रश्न सुन सूरज को जैसे सांप सूंघ गया था.

”क्या तुम्हें लगता है कि तुम जो बात मुझ से छिपाओगे, उस का मुझे पता नहीं चलेगा.’’

”नहींनहीं संजना, मैं तो आज तुम्हें बताने ही वाला था. वो मेरे फेमिली वालों ने जबरदस्ती मेरी शादी कर दी. मैं उन के सामने कोई बहाना भी नहीं बना सका.’’ संजना की बात सुनते ही सूरज सटपटा गया.

”देखो सूरज, तुम अब शादीशुदा हो. अब से पहले हमारे और तुम्हारे बीच में जो भी चल रहा था, उसे पूरी तरह से भूल जाओ. आज तो तुम मेरे पास चले आए हो, लेकिन आगे मुझ से मिलने की कोशिश भी मत करना.’’

”नहीं संजना, यह शादी मैं ने अपनी खुशी से नहीं की. मेरे फेमिली वालों ने मेरी मरजी के बिना जबरदस्ती उस युवती के साथ शादी करा दी. लेकिन मेरी शादी हो जाने से तुम्हें कोई फर्क नहीं पडऩे वाला. संजना, मैं पहले भी तुम्हें जान से ज्यादा प्यार करता था और आगे भी करता रहंूगा.’’

”बस, बहुत हो चुका तुम्हारे प्यार का नाटक. अब मैं तुम्हारे साथ कोई भी रिश्ता रखना नहीं चाहती, अगर तुम ने आगे मुझ से मिलने की कोशिश भी की तो उस का अंजाम ठीक नहीं होगा.’’

उस दिन दोनों के बीच काफी नोकझोंक हुई. उस के बाद सूरज अपना सा मुंह ले कर अपने घर चला आया था.

संजना के पास से आने के बाद भी सूरज ने कई बार उस के फोन पर काल लगाने की कोशिश की. लेकिन हर बार उस का फोन इंगेज ही आता रहा. उस के बाद संजना ने सूरज के मोबाइल नंबर को ब्लौक कर दिया. सूरज को इस तरह से दुत्कारने के बाद संजना को भी बुरा लगा था. सूरज उस की जिंदगी का पहला प्यार था. संजना उसे बहुत प्यार करती थी, लेकिन उसे उस से ऐसी उम्मीद नहीं थी कि वह चोरीछिपे इस तरह से किसी अन्य युवती के साथ शादी भी कर लेगा. उस ने बाद में मन को समझा लिया. सूरज उस से नहीं, बल्कि उस के जिस्म से प्यार करता था.

संजना काफी समझदार थी. उस के बाद उस ने सूरज को भुलाने की कोशिश करते हुए अपना ध्यान पूरी तरह से पढ़ाई पर लगा दिया था. कुछ ही दिनों में उस की मेहनत ऐसी रंग लाई कि उस ने एसएससी सीजीएल का एग्जाम पास कर लिया. उसे अगले महीने 5 जून को ही सचिवालय में नौकरी जौइन करनी थी. संजना की नौकरी लगने वाली बात किसी तरह से सूरज को भी पता चल गई थी. संजना की नौकरी लगने की बात सुनते ही सूरज को बहुत अफसोस हुआ. उसे लगा कि उस ने अपने फेमिली वालों के बहकावे में आ कर अपनी जिंदगी तबाह कर ली. उस के बाद उस ने फिर से संजना को फोन करना शुरू कर दिया.

संजना हर रोज उस की मिसकाल देख कर इग्नोर कर देती थी, लेकिन जब वह उस की मिसकाल से परेशान हो गई तो उस ने उस से लास्ट बार फोन पर बात करने का मन बनाया. फिर उस ने सूरज का फोन मिला दिया.

”सूरज, जब मैं ने तुम से एक बार कह दिया कि मुझे फोन मत करना. फिर बारबार मुझे फोन क्यों कर रहे हो?’’ संजना ने प्रश्न किया.

”संजना प्लीज, मुझे मेरी गलती की इतनी बड़ी सजा मत दो. मैं तुम्हारा गुनहगार हूं, लेकिन मैं तुम्हारे बिना एक पल भी नहीं रह सकता. प्लीज संजना, मैं तुम से केवल एक बार मिलना चाहता हूं.’’ सूरज फोन पर गिड़गिड़ाया.

तब संजना ने सूरज को बताया कि मेरी नौकरी भी पक्की हो गई और अगले साल मेरी शादी भी होने वाली है. इसलिए तुम्हारी भलाई इसी में है कि तुम पूरी तरह से मेरा पीछा करना छोड़ दो. तुम्हारी शादी हो चुकी है, अपनी बीवी के साथ अपनी गृहस्थी संभालो. लेकिन उस के काफी समझाने के बाद भी जब सूरज उस से आखिरी बार मिलने की जिद पर अड़ा रहा तो संजना ने हामी भर ली. संजना ने उस दिन उस से साफसाफ शब्दों में कह दिया था कि यह उस का उस के साथ आखिरी मिलना होगा. उस के बाद कभी भी न तो मुझे फोन करना और न ही मिलने की कोशिश करना.

संजना को सूरज पर अभी भी थोड़ा विश्वास था. लेकिन सूरज के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था. जब से संजना ने उस से मिलने से मना किया था, सूरज हर रात क्राइम की वेब सीरीज देखने लगा था. उन में फिल्माए गए हर क्राइम सीन को बहुत ही ध्यान से देखता था. वेब सीरीज देखते हुए उस ने मर्डर करने के कई तरीके भी सीख लिए थे. ताकि अगर उसे संजना का खून भी करना पड़े तो वह उसे किस तरह से अंजाम दे सकता है.

संजना से फोन पर बात होते ही सूरज का मन थोड़ा हलका हुआ. उसे उम्मीद थी कि संजना उस के प्यार को भूल नहीं पाएगी. उसी आशा के साथ वह उस से मिलने की जुगत में लग गया. लेकिन तब भी उस के मन में संजना को ले कर तरहतरह के सवाल उठ रहे थे. जब उसे यह पता चला कि उस की शादी फिक्स हो गई है, तो वह बहुत परेशान रहने लगा. उसे पता था कि उस की शादी के बाद वह उस से मिल नहीं पाएगा, लेकिन सूरज किसी भी तरह से संजना को छोडऩे को तैयार नहीं था.

यही सोच कर कई दिन से उस के दिमाग में कई सवाल उठ रहे थे ‘वह पहले उसे प्यार से समझाने की काशिश करेगा. अगर वह मान गई तो ठीक, नहीं तो वह उसे किसी भी तरह से मौत के घाट उतार देगा.’ यही सोच कर उस ने संजना से मिलने की पूरी तैयारी कर ली थी. पूर्वनियोजित प्लान के अनुसार ही उस ने एक टीशर्ट और ट्राउजर अपने बैग में रख लिया था.

संजना से मिलने की पूरी योजना तैयार करने के बाद वह 15 मई, 2025 को बाइक से घर से निकला और ठीक 11 बजे तक पटना पहुंच गया था. पटना पहुंचते ही उस ने अपनी बाइक बेली रोड में खड़ी की और फिर आटो से बोरिंग रोड तक पहुंचा. बोरिंग रोड से सूरज पैदल ही संजना के रूम तक पहुंचा. सूरज को संजना के मकान की सारी जानकारी थी. उसे पता था कि शहर के अधिकांश लोग गरमी के कारण 11 बजे के बाद अपनेअपने कमरों में कैद हो कर रह जाते हैं.

संजना जिस मकान में रूम ले कर रह रही थी, उस मकान पर हर वक्त अंदर से ताला लगा रहता था. मकान मालिक राजेश्वर प्रसाद ने अपने सभी किराएदारों को एकएक चाबी दे रखी थी, ताकि किराएदार किसी भी समय आएंजाएं. उस के रूम के बाहर पहुंचते ही सूरज ने उसे फोन मिला कर आने की सूचना दी. उस का फोन आते ही संजना उसे लेने मकान के मेन गेट पर आई. फिर वह चुपके से उसे दरवाजे से अपने रूम तक ले गई.

सूरज के रूम के अंदर दाखिल होते ही संजना ने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया था, ताकि उस के आने का किसी को आभास भी न हो सके. तभी संजना ने सूरज से प्रश्न किया, ”बोलो, तुम मुझ से क्या कहना चाहते हो? इस वक्त तुम शादीशुदा हो. तुम्हारी शादी हो जाने के बाद तुम्हारे और मेरे बीच में कोई रिश्ता बाकी नहीं रह गया. तुम ने जिस के साथ शादी की है, उसी के साथ ही मौजमस्ती करो. अब मेरे पीछे क्यों पड़े हो? एक बात कान खोल कर सुन लो. मैं बारबार तुम्हें समझासमझा कर हार चुकी हूं. तुम मेरा पीछा करना छोड़ दो. नहीं तो मुझे गुस्सा आ गया तो कहीं के भी नहीं रहोगे.’’

संजना के धमकी भरे शब्द सुन सूरज ने अपना रोनाधोना शुरू किया, ”संजना, मैं कई दिनों से ठीक से सो नहीं पाया हूं. यह शादी मैं ने अपनी मरजी से नहीं की, बल्कि फेमिली वालों ने जबरदस्ती करा दी. अगर तुम चाहो तो मैं तुम्हारे लिए अपनी पत्नी को भी छोडऩे को तैयार हूं, लेकिन तुम मेरे साथ इतना अत्याचार मत करो. मैं तुम्हारे बिना एक पल भी नहीं रह सकता.’’ यह कहतेकहते सूरज संजना की तरफ बढऩे लगा. अपनी तरफ सूरज को बढ़ते देख संजना ने उसे फिर से समझाने की पूरी कोशिश की, ”सूरज, मेरी तरफ मत बढऩा, अगर तुम ने मेरे साथ कोई जोरजबरदस्ती की तो मैं शोर मचा कर सब को इकट्ठा कर लूंगी. फिर तुम अपना अंजाम समझ लो. यहां से भाग भी नहीं पाओगे.’’

उस के बाद भी सूरज अपनी हरकतों से बाज नहीं आया. उस ने 27 वर्षीय संजना के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की. संजना चीख न पाए, इस के लिए उस ने पहले ही उस का मुंह दबा दिया था. इस के बावजूद संजना उस से भिड़ गई. फिर उस ने अपना बचाव करते हुए सूरज का डट कर मुकाबला किया. जब सूरज को लगने लगा कि संजना इतनी जल्दी हार मानने वाली नहीं, तभी उस का ध्यान कमरे में ही रखी कैंची पर गया. उस ने संजना के मुंह को बंद किएकिए ही वह कैंची उठाई और उस की गरदन पर कई वार कर डाले. गरदन पर कैंची का वार होते ही संजना निढाल हो कर नीचे गिर गई. अधिक खून बहने से संजना की मौके पर ही मौत हो गई. यह बात 15 मई, 2025 की है.

संजना के मरने के बाद भी सूरज की हैवानियत खत्म नहीं हुई. उसे मारने के बाद वह सारे सबूत खत्म करना चाहता था, ताकि पुलिस के आने के बाद वह इस मर्डर केस में फंस न जाए. उस ने कई वेब सीरीज देख रखी थी. इन सभी सबूतों को मिटाने के लिए वह किचन में गया. वहां से सिलेंडर लाया और उस का पाइप काट कर मृत पड़ी संजना के मुंह में डाल दिया. फिर उस ने उस में आग लगा दी.

इस घटना को अंजाम देने के दौरान उस के कपड़ों पर खून के छींटे आ गए थे, जिन को पहन कर वह अपने घर नहीं जा सकता था. इसलिए अपने साथ लाई टीशर्ट और लोअर पहन लिया. उस के बाद सूरज ने संजना के रूम में कपड़े इधरउधर बिखेर दिए. उस का मोबाइल, लैपटाप, उस के गले की सोने की चेन व 25 हजार रुपए नकद अपने बैग में रख लिए, ताकि उस के रूम से जाने के बाद पुलिस उस घटना को लूटपाट की घटना समझे.

घटनास्थल से सारे सबूत मिटाने के बाद सूरज ने संजना का रूम बाहर से बंद कर दिया और उस के बाद वह दबेपांव नीचे मेन गेट से फरार हो गया. सूरज ने बड़ी ही चालाकी से संजना को मौत की नींद सुला दिया था. जिस की मकान मालिक या उस में रह रहे अन्य किराएदारों को भनक तक नहीं लगी थी. इस घटना को अंजाम देने के बाद सूरज अपनी बाइक से वैशाली की ओर भाग गया. वैशाली के रास्ते में ही उस ने संजना का मोबाइल, लैपटाप, गंगा नदी में फेंक दिया, जिस से उस के पास उस का कोई भी सबूत न रहे.

शाम को लगभग 4 बजे के आसपास उस मकान में काम करने वाली मेड आई. उस ने घर का दरवाजा खुला हुआ देखा तो उस ने उस की जानकारी मकान मालिक को दी. तभी मेड की नजर संजना के रूम की ओर गई. उस ने देखा कि उस का कमरा पूरी तरह से अस्तव्यस्त था. उस के कमरे से कुछ अजीब सी स्मैल भी आ रही थी. उस ने जैसे ही उस के कमरे में अंदर झांक कर देखा तो संजना कुमारी को जली अवस्था में पड़ी देख उस की जोर से चीख निकल गई.

उस के बाद वह फौरन ही नीचे वाले हिस्से में आ गई थी. इस बात की जानकारी मिलते ही मकान मालिक राजेश्वर प्रसाद अपने किराएदारों के साथ उस कमरे में पहुंचे, जहां पर संजना का आग से झुलसा हुआ शव पड़ा हुआ था. राजेश्वर प्रसाद ने इस घटना की जानकारी मृतका संजना के भाई और श्रीकृष्णापुरी थाना पुलिस को दी. सूचना पाते ही थाने के एसएचओ प्रभात कुमार पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. घटनास्थल पर पहुंचते ही प्रभात कुमार ने जांचपड़ताल की.

शुरुआती जांच में पुलिस को लगा कि सिलेंडर में आग लगने के कारण संजना के साथ यह हादसा हुआ होगा. इस मामले में पुलिस ने मकान मालिक और वहां रह रहे अन्य किराएदारों से भी पूछताछ की. पुलिस को पता चला कि उस के साथ यह हादसा कैसे, कब हुआ, किसी को आभास तक नहीं हुआ था. न ही उस के चीखनेचिल्लाने की आवाज किसी ने सुनी थी.

लेकिन मकान मालिक राजेश्वर प्रसाद ने पुलिस को जानकारी दी कि उन के मकान का मेन गेट हमेशा बंद रहता था, लेकिन घटना के बाद वह खुला हुआ पाया गया था. जिस से लगता है कि उस दौरान उस के मकान में कोई बाहरी व्यक्ति अवश्य आया था, जो घटना को अंजाम दे कर चुपचाप फरार हो गया. संजना के साथ जो घटना घट चुकी थी, उस की जानकारी पाते ही उस के फेमिली वाले भी मुजफ्फरपुर से पटना पहुंच गए थे.

इस घटना की जानकारी पुलिस के उच्चाधिकारियों को भी दी गई. जानकारी मिलते ही सचिवालय एडीपीओ-2 साकेत कुमार व एसपी (सिटी) स्वीटी सेहरावत भी घटनास्थल पर पहुंचीं. मृतका के फेमिली वालों के पहुंचते ही पुलिस ने विस्तार से जानकारी जुटाई. बिहार के जिला मुजफ्फरपुर के गांव सबहा निवासी मिथलेश सिंह की संजना कुमारी इकलौती बेटी थी. मिथलेश सिंह का पढ़ालिखा और सभ्य परिवार था. इस से पहले दोनों भाईबहन पटना में रह कर सरकारी जौब की तैयारी कर रहे थे.

संजना कुमारी के भाई राजेश कुमार का कुछ समय पहले एसआई की पोस्ट पर चयन हो जाने के बाद संजना ने भी सीजीएल की परीक्षा पास कर ली थी. उसे 5 जून, 2025 को सचिवालय में नौकरी जौइन करनी थी. उस के साथ ही उस की शादी भी तय हो गई थी. अगले साल उस की शादी की डेट भी फिक्स हो गई थी. घटना से 2 दिन पहले तक संजना की मम्मी भी उसी के साथ थी. उसी दिन उस का भाई अपनी मम्मी को मुजफ्फरपुर छोड़ आया था. मम्मी ने संजना से घर चलने वाली बात कही थी, लेकिन संजना ने कह दिया कि 5 जून को उस की जौइनिंग हो जाएगी, उस के बाद ही वह घर आएगी, लेकिन उस के आने से पहले ही फेमिली वालों को उस के खत्म होने की सूचना मिली.

संजना के भाई सौरभ कुमार ने पुलिस को बताया कि 15 मई की शाम को 7 बजे उस के मकान मालिक ने बताया कि गैस सिलेंडर से झुलस कर संजना की मौत हो गई है. घटना की जानकारी पाते ही वह पटना पहुंचा. घटना के हालात देख कर ही उसे लगा कि उस की हत्या की गई है. सौरभ कुमार ने पुलिस को बताया कि संजना पूरी तरह से सरकारी जौब की तैयारी में लगी हुई थी. लेकिन वह किसी लड़के के संपर्क में थी या नहीं, उस के परिवार वालों के पास ऐसी कोई जानकारी भी नहीं थी. यह सब जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने अपनी काररवाई को पूरा करते हुए संजना के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था. उस के मकान मालिक और भाई के द्वारा उस की हत्या का शक जाहिर करने पर पुलिस ने उस क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाई.

सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध युवक आतेजाते दिखा, लेकिन मृतका के फेमिली वाले उस युवक से पूरी तरह से अंजान थे. उस फुटेज को देखते ही उस मकान में काम करनी वाली महिला ने पुलिस को बताया कि उस ने उस युवक को कई बार संजना के पास आतेजाते देखा था. वह युवक कौन और कहां का रहने वाला था, वह इस बारे में कुछ नहीं जानती. इस जानकारी के बाद पुलिस को पूरा यकीन हो गया था कि घटना से पहले संजना से मिलने जरूर कोई युवक आया था. उसी ने उस की हत्या की और वह फिर फरार हो गया.

इस जानकारी के बाद पुलिस ने संजना का मोबाइल तलाशा तो वहां से उस के मोबाइल के साथसाथ उस का लैपटाप भी गायब मिला. उस के बाद पुलिस ने सच्चाई जानने के लिए संजना के मोबाइल नंबर की काल डिटेल्स निकलवाई तो सूरज नामक व्यक्ति का नंबर सामने आया. जिस पर संजना की हत्या होने से पहले बात हुई थी. सूरज के नंबर के सामने आते ही पुलिस ने उस के नंबर पर काल करने की कोशिश की तो वह बंद आ रहा था, लेकिन उस नंबर से सूरज की सारी जानकारी सामने आ गई थी.

सूरज कुमार सकरा थाने के ही बाजी बुजुर्ग गांव का रहने वाला था, जो शुरू से ही संजना का क्लासफेलो रहा था. उस मकान की मेड पहले ही बता चुकी थी कि कई बार एक युवक संजना ने मिलने आता रहता था. इस जानकारी से यह तो पूरी तरह से साफ हो गया कि संजना का हत्यारा सूरज ही था. इस हत्याकांड और पुलिस की काररवाई की पलपल की जानकारी सूरज किसी तरह से ले रहा था. उसी दौरान उस के दिमाग में एक सवाल पैदा हुआ. उस ने सोचा कि पुलिस उस की उस काल डिटेल्स से भी उस पर शक कर सकती है. इस से बचने के लिए उस ने अपने मोबाइल के खोने की रिपोर्ट लिखाने का प्लान बना लिया.

यह विचार मन में आते ही उस ने अपने दोस्त के माध्यम से अपने मोबाइल के खोने की रिपोर्ट दर्ज कराने का प्लान बनाया. फिर वह अपने दोस्त को साथ ले कर सकरा थाने की ओर रवाना हो गया. लेकिन सकरा थाने पहुंचने से पहले ही थाना एस.के. पुरी ने उसे धर दबोचा. पुलिस ने आरोपी सूरज को वैशाली जिले के हाजीपुर से गिरफ्तार किया था.

सूरज को गिरफ्तार कर के पुलिस ने उस से कड़ी पूछताछ की. पुलिस पूछताछ के दौरान सूरज ने बताया कि वह संजना के साथ 7वीं कक्षा से पढ़ा था. आगे चल कर संजना और उस के बीच दोस्ती हुई और फिर प्यार भी हो गया था. उस ने कई बार संजना से शादी करने की बात भी कही थी, लेकिन वह उस के साथ शादी करने के लिए तैयार न थी. सूरज ने अपने फेमिली वालों के दबाव में आ कर किसी और लड़की के साथ शादी कर ली थी. लेकिन वह उस लड़की के साथ शादी कर के खुश नहीं था.

उस ने अपनी शादी वाली बात पूरी तरह से संजना से छिपा कर रखी थी, ताकि उस के साथ उस का प्यार पहले की तरह ही चलता रहे. लेकिन किसी तरह से उस की शादी की बात संजना को पता चल गई. जिस के बाद उस ने उस से मोबाइल पर बात करनी बंद कर दी थी. उसी दौरान सूरज को पता चला कि उस की नौकरी लगने के साथ ही उस की शादी की बात भी फिक्स हो गई है. सूरज चाहता था कि वह किसी दूसरे के साथ शादी न करे और दोनों के बीच पहले जैसा ही प्यार चलता रहे, लेकिन संजना इस के लिए तैयार नहीं थी. फिर 15 जून को उस ने संजना कुमारी की उसी के कमरे में जा कर हत्या कर दी.

 

स्ंाजना के खत्म होने के बाद जैसे ही उस ने वहां से जाने का प्लान बनाया, तभी उस के दिमाग में आया कि संजना ने उस के बाल खींचे थे. कहीं उस के बाल वहां पर न गिर गए हों. सूरज ने कई वेब सीरीजों में देखा था कि घटनास्थल से अगर पुलिस को हत्यारे का एक बाल भी मिल जाता है तो पुलिस उसी का डीएनए करा कर आरोपी तक पहुंच जाती है. यही सोच कर घटनास्थल से सारे सबूत मिटाने के लिए सूरज रसोई से गैस सिलेंडर लाया और उस का पाइप काटने के बाद संजना के मुंह में डाल दिया और वह उस का सारा सामान ले कर फरार हो गया था. इस हत्याकांड के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी सूरज को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया था. Love Crime Story

 

 

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