कहानी के बाकी भाग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

नेहा आदित्य को घेरने की पूरी प्लानिंग के साथ एयरपोर्ट पहुंचती है. एयरपोर्ट पर आदित्य नेहा का इंतजार कर रहा है. नेहा जैसे ही एयरपोर्ट पहुंचती है, उस का ट्रौली बैग के ऊपर रखा हैंडबैग गिर जाता है, जिसे एक छोटी बच्ची उठा कर देती है.

शुरुआती सीन पर ही खत्म होती है वेब सीरीज

आदित्य को शक होता है कि नेहा का बैग इतना हल्का क्यों है? शक होने पर आदित्य वहां से भागने लगता है और नेहा पुलिस टीम के साथ उस का पीछा करती है. कुछ समय दोनों तरफ से गोलीबारी होती है, तभी नेहा आदित्य के पीछे से पिस्टल तान कर उसे रुकने को कहती है.

नेहा आदित्य से कहती है कि तुम यहां से भाग नहीं सकते. सारा परदाफाश हो चुका है, इसलिए तुम सरेंडर कर दो. इस पर आदित्य नेहा को बताता है कि वह दीया को मार कर गौरी को पार्टनर बनाना चाहता था, तभी तुम मेरी जिंदगी में आ गईं. आदित्य सफाई देने की कोशिश करता है, मगर नेहा उसे अदालत में सच्चाई बताने को कहती है.

आदित्य नेहा से पूछता है कि वह उस के साथ है या खिलाफ तो नेहा कहती है कि वह उस के खिलाफ है और दुआ करती है वह  कभी भी उस की जिंदगी में दोबारा न आए.

तभी एक कार आती है और आदित्य नेहा के हाथ से पिस्टल छीन कर उस कार के ड्राइवर को बाहर निकाल कार में बैठ कर भागने लगता है. नेहा भी दूसरे रास्ते पर जा कर आदित्य की कार के आगे पिस्टल ले कर खड़ी हो जाती है. जैसे ही आदित्य कार आगे बढ़ाता है, नेहा ट्रिगर दबा देती है और गोली कार के शीशे को पार कर आदित्य को लगती है और उस का काम तमाम हो जाता है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 12 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...