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रंजिशन हत्या का हुआ अंदेशा

जांच से एक बात साफ हो चुकी थी कि इसे लूट अथवा छिनैती के लिए अंजाम नहीं दिया गया था और न ही मृतका और हत्यारों के बीच कोई लड़ाईझगड़े के निशान ही मिले थे. इस का मतलब साफ था कि हत्यारों का निशाना सिर्फ नेहा ही थी.

इस बाबत जब पुलिस ने मृतका के घर वालों से पूछा तो उन्होंने किसी से झगड़ा या दुश्मनी की बात से इंकार कर दिया. उन्होंने आगे कहा कि मिलनसार स्वभाव की नेहा पलभर में किसी को भी अपना बना लेती थी. ऐसे में भला किसी से उस की क्या दुश्मनी हो सकती है.

पुलिस की काररवाई रात के 2 बजे तक चली. नेहा सिंह की मां रिंकू देवी की लिखित तहरीर पर लोहिया नगर के एसएचओ अजीत प्रताप सिंह ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया.

मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस ने जांच की काररवाई शुरू कर दी. इस के लिए सब से पहले नेहा के मोबाइल नंबर की काल डिटेल्स निकलवाई गई.

नेहा की हत्या की खबर सुन कर उस के वहां शोक संवेदना जताने के लिए नातेरिश्तेदारों का जमावड़ा लग गया. बहन की हत्या की खबर सुन कर उस की मझली बहन निशा, उस का देवर कुंदन और निशा का पति श्याम कुमार भी आए थे. निशा का तो रोरो कर बुरा हाल था. आंखें सूज कर बड़ी हो गई थीं और लाल भी.

मृतका नेहा छोटी बहन निशा से बहुत प्यार करती थी, इसीलिए उस के गम में उस का रोरो कर बुरा हाल था.

बहन के देवर कुंदन पर हुआ शक

घटना के 10 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा था. नेहा के फोन की काल डिटेल्स में बड़ेबड़े व्यापारियों, बड़े अफसरों और तमाम प्रभावशाली लोगों के नंबर निकल कर सामने आए थे.

चूंकि नेहा जिस शोरूम में काम करती थी, वहां सोने, चांदी, हीरे और रत्नजडि़त गहने खरीदने बडे़बड़े लोग आते थे, इसलिए उसे अपने कस्टमरों के नंबर सेलफोन में सेव करने पड़ते थे. फिर भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठी थी.

काल डिटेल्स के अलावा पुलिस ने मुखबिर भी लगा दिए थे. इधर नेहा की बहन निशा का देवर कुंदन लोहिया नगर थाने में हर 2-4 दिन बाद हत्यारों के बारे में पता लगाने जरूर पहुंच जाता था कि हत्यारों की शिनाख्त हुई या नहीं. एसएचओ अजीत प्रताप सिंह हत्यारों को जल्द पकड़ लेने का आश्वासन दे कर उसे घर भेज देते थे.

कुंदन का बारबार थाने पहुंचना और नेहा के हत्यारों के बारे में बारबार पूछना पता नहीं क्यों एसएचओ को अटपटा सा लगने लगा था. उन की आंखों में वह शक के रूप में चढ़ गया था.

इसी बीच पुलिस के हाथों नेहा की सब से छोटी बहन अर्पिता का मोबाइल फोन लग गया. उस में कुछ आपत्तिजनक तसवीरें भी थीं और कुंदन की भी तसवीर दिखी, जो बारबार थाने पहुंच कर नेहा के हत्यारों के बारे में पूछता था.

काल डिटेल्स, अर्पिता के मोबाइल फोन से प्राप्त तसवीरों और कुछ वीडियो क्लिप्स से पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि नेहा की हत्या प्रेम प्रसंग का नतीजा है. नेहा मझली बहन निशा के देवर कुंदन पर छोटी बहन अर्पिता से शादी का दबाव बना रही थी.

जांच के जरिए पुलिस को एक और चौंकाने वाली बात पता चली थी कि शादी से इंकार करने पर नेहा ने अपने कुछ परिचितों से कुंदन को पिटवाया भी था.

यही नहीं, उस ने उसे धमकी दी थी कि अगर उस ने अर्पिता से शादी नहीं की तो उस की तसवीरों और आपत्तिजनक वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल देगी. इस से कुंदन बुरी तरह डर गया था. यह बात पुलिस ने छिपाए रखी ताकि कुंदन को पुलिस पर शक न हो और वह अपना काम करता रहे.

घटना के 24वें दिन पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी. 2 जुलाई, 2022 को करीब 11 बजे कुंदन लोहिया नगर थाने में नेहा के हत्यारों के बारे में फिर से पता लगाने पहुंचा था. उस वक्त वह शराब के नशे  में धुत था. उस के पैर लड़खड़ा रहे थे.

इत्तफाक से एसएचओ अजीत प्रताप सिंह थाने में मौजूद थे और गश्त पर निकलने ही वाले थे कि वह पहुंच गया. कुंदन एसएचओ के उपस्थित होने के बारे में थाने के गेट पर तैनात प्रहरी से पूछ कर सीधा उन के औफिस में पहुंच गया.

‘‘नमस्कार साहब.’’ उन्हें देख कर उस ने कहा था.

‘‘नमस्कार…नमस्कार. आज इतनी जल्दी कैसे आना हुआ?’’ एसएचओ बोले.

खाली पड़ी कुरसी की ओर बैठने का इशारा किया तो वह कुरसी पर बैठ गया. एसएचओ अजीत सिंह ने उसे गौर से देखते हुए पूछा, ‘‘और बताइए, साहब. कैसे आना हुआ?’’

‘‘कुछ नहीं, बस ऐसे ही. इधर से निकल रहा था तो सोचा आप से मिलता चलूं और यह भी पता लगा लूं कि नेहा के कातिलों के बारे में कोई क्लू मिला या नहीं?’’

‘‘अच्छा किया जो आप ने याद दिला दिया मुझे. हां जी, नेहा के हत्यारों के बारे में क्लू मिल गया है. ऐसा समझो कि कातिल मेरे सामने बैठा है.’’

एसएचओ की बात सुन कर कुंदन ऐसे उछला मानो उस की चोरी पकड़ी गई हो.

‘‘क…क्या मतलब है सर, आप का?’’ हकलाते हुए बोला था कुंदन, ‘‘नेहा के मर्डर में मेरा हाथ है?’’

‘‘ऐसा ही समझो,’’ अचानक से थानप्रभारी अजीत प्रताप सिंह के तेवर तल्ख हो गए थे, ‘‘बड़ी मुश्किल से फंदे में फंसे हो कुंदन. सारे सबूत तुम्हारे खिलाफ बोल रहे हैं.’’ सच उगलवाने के लिए उन्होंने एक पासा फेंका, ‘‘अब सच सीधी तरह उगल दो वरना सच उगलवाने के मेरे पास और भी तरीके हैं. अगर मैं ने उन हथकंडों को अपनाया तो तुम्हारे शरीर की हड्डियों के लिए बड़ी मुश्किल हो जाएगी.’’

दन ने उगल दी सच्चाई

एसएचओ अजीत प्रताप सिंह का इतना कहना था कि कुंदन का सारा नशा हिरन हो गया. माथे पर पसीने की बूंदें छलक आईं. कुंदन समझ गया कि अब बचना मुश्किल होगा. अगर सच नहीं बताया तो सचमुच उस के साथ सख्ती होगी.

फिर क्या था, उस ने एसएचओ के सामने घुटने टेक ही दिए, ‘‘हां, नेहा की मौत का मुझे कोई मलाल नहीं है. निशा भाभी और मैं ने मिल कर उसे मारा है. नेहा ने भाभी का पति छीन कर उन की सौतन बनना चाहा था और मुझे सरेराह बाजार में पिटवा कर ब्लैकमेल करना चाहा. बस हम ने मिल कर उसे मौत के घाट उतार दिया. हम ने अपने रास्ते के कांटे को हमेशा के लिए खत्म कर दिया.’’

फिर उस ने नेहा की हत्या की पूरी कहानी पुलिस के सामने उगल दी, जो करीब 22 दिनों से उलझी हुई थी.

कुंदन की निशानदेही पर बेगूसराय जिले के ही नयागांव थाने के ही एक गांव महमदपुर गौतम से उस की भाभी निशा को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस पूछताछ में निशा ने बहन की हत्या कराने का अपना जुर्म कुबूल लिया.

तनिष्क ज्वैलर्स शोरूम की सेल्सगर्ल नेहा सिंह हत्याकांड का परदाफाश हो चुका था. सनसनीखेज हत्याकांड के 2 आरोपी कुंदन और निशा गिरफ्तार कर लिए गए थे. इस में तीसरा आरोपी मुकेश सिंह, जिस ने नेहा को गोली मारी थी, फरार था.

3 जुलाई, 2022 को एसपी योगेंद्र कुमार ने प्रैस कौन्फ्रैंस आयोजित की, जिस में मृतका की बहन निशा और कुंदन ने अपना अपराध कुबूल कर लिया.

इस के बाद दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया. पुलिस पूछताछ में नेहा सिंह हत्याकांड की कहानी कुछ ऐसे सामने आई, जहां रिश्तों की उलझी हुई कमजोर कडि़यां मजबूती के लिए बेकरार थीं.

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