नीरज बवाना : ऐसे बना जुर्म का खलीफा
नीरज के पिता दिल्ली निगम की बस में कंडक्टर थे. वह चाहते थे कि नीरज पढ़लिख कर बिजनैस या सरकारी नौकरी करे, पर उसने जुर्म का रास्ता चुन कर ऐसा साम्राज्य स्थापित किया कि पिता हैरान रह गए.
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