पुलिस टीम ने जब विजय कुमार से पूछताछ की तो उस ने बताया कि बादल उस का अच्छा दोस्त है. वह अकसर ही काम के सिलसिले में उस की कार मांग कर ले जाता है. 23 जुलाई, 2022 की सुबह भी करीब 11 बजे बादल पटेल उस से जरूरी काम के लिए शहर जाने की बात कह कर कार ले कर गया था.

पुलिस ने बादल के घर वालों को खबर कर घटना की सूचना दी तो उस के पिता सुरेंद्र पटेल भी घटनास्थल पर पहुंच गए.

देर रात तक लाश का पंचनामा तैयार कर वह मैडिकल कालेज जबलपुर की मोर्चरी में रखवा दी. दूसरे दिन अनिभा केवट के शव का मैडिकल कालेज जबलपुर में डाक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया. अनिभा के सीने में एक गोली धंसी हुई थी.

पोस्टमार्टम के दौरान डाक्टरों की टीम ने बताया कि अनिभा के सीने में गोली लगी थी, जिस की वजह से उस की मौत हुई है. पोस्टमार्टम के बाद अनिभा का शव उस के घर वालों को सौंप दिया गया.

इधर वारदात के 2 दिन बाद भी रांझी इंद्रानगर निवासी बादल पटेल का पता नहीं चल सका. पुलिस, होमगार्ड और स्थानीय नाविक दिन भर नर्मदा की लहरों में उस की तलाश करते रहे, लेकिन उस का पता नहीं चल सका.

मामले में बरेला पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या और आर्म्स एक्ट की धारा 25/27 का मामला दर्ज कर लिया.

जोगिनीनगर रामपुर में रहने वाली 25 साल की छरहरे बदन की खूबसूरत नाकनक्श वाली अनिभा केवट जबलपुर के बरगी हिल्स के आईटी पार्क में स्थित पेटीएम कंपनी में टीम लीडर की नौकरी कर रही थी. वह परिवार का एकमात्र सहारा थी.

पुलिस और गोताखोरों की टीम लगातार बादल के शव को नर्मदा नदी में खोज रही थी. 25 जुलाई, 2022 सोमवार की सुबह कुछ स्थानीय गोताखोरों ने तिलवाड़ा पुल के पास नदी में तैरते एक शव को देखा तो तिलवाड़ा पुलिस थाने को सूचना दी.

आननफानन में तिलवाड़ा पुलिस थाने की टीम नर्मदा नदी के घाट पर पहुंची तो पुलिस ने शव को पानी से बाहर निकालते हुए बरेला पुलिस को सूचना दी. थोड़ी देर में ही बरेला पुलिस भी लापता युवक के घर वालों के साथ मौके पर पहुंची.

इंदिरा नगर रांझी में रहने वाले बादल पटेल के पिता सुरेंद्र पटेल ने शव की पहचान अपने लापता बेटे के रूप में की. पुलिस ने काररवाई कर के शव को पोस्टमार्टम के लिए मैडिकल कालेज भेज दिया.

अनिभा और बादल के घर वालों से पूछताछ में जो कहानी सामने आई, वह प्रेम त्रिकोण से जुड़ी हुई निकली. पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि हत्या के आरोपी बादल का अनिभा से प्रेम संबंध था.

28 साल का बादल जबलपुर के इंदिरा नगर रांझी में रहने वाले सुरेंद्र पटेल का इकलौता बेटा था. अनिभा से बादल की जानपहचान स्कूल में पढ़ते समय से ही हो गई थी. आज से 9 साल पहले दोनों की मुलाकात शहर के कोचिंग सेंटर में हुई थी.

उस समय अनिभा 10वीं क्लास की छात्रा थी, जबकि बादल 12वीं में पढ़ता था. जब बादल ने पहली बार अनिभा को देखा तो 16 साल की खूबसूरत लड़की का बादल दीवाना हो गया.

किशोरावस्था की दहलीज पर कदम रख रही अनिभा के कदम भी बादल को देख कर बहक गए. एक दिन कोचिंग के बाद बादल ने उसे पार्क में बैठ कर बात करने को कहा तो वह मना नहीं कर सकी.

पार्क के एकांत कोने में बैठ कर बादल ने अनिभा के हाथों को चूमते हुए कहा, ‘‘अनिभा, मैं तुम्हें जी जान से चाहता हूं. जब तक तुम्हारी एक झलक नहीं देख लेता मुझे चैन नहीं मिलता.’’

अनिभा ने भी उस के सीने से लगते हुए कहा, ‘‘बादल, यही हाल मेरा है. मुझे तो ख्वाबों में भी तुम्हीं दिखाई देते हो.’’

बादल ने अनिभा के होंठों पर चुंबन देते हुए कहा, ‘‘अब तुम्हारे बिना रहा नहीं जाता.’’

‘‘थोड़ा सब्र करो बादल, पहले पढ़ाई पूरी कर लें, फिर जीवनसाथी भी बन जाएंगे.’’ प्यार से बादल के बालों में हाथ घुमाते हुए अनिभा बोली.

प्यार का सिलसिला आगे बढ़ता गया और दोनों मौका मिलते ही एकांत में घंटों बैठ कर प्यारमोहब्बत के सागर में डूबे रहते.

बादल अपने मातापिता की इकलौती संतान था, जैसे ही बादल ने हायर सेकेंडरी परीक्षा पास की तो उस की शादी तय हो गई. बादल ने मांबाप की खुशियों के आगे अपनी सहमति दे दी और 2014 में उस की शादी हो गई, मगर शादी के बाद भी अनिभा से उस का मिलनाजुलना बंद नहीं हुआ.

शादी के बाद बादल को पत्रकारिता का शौक लग गया और उस का संपर्क शहर के कुछ फरजी पत्रकारों से हो गया.

पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि बादल पटेल फरजी पत्रकार गैंग का सदस्य था, जिस का काम अवैध वसूली और ब्लैकमेलिंग करने का था. उस ने टीवी न्यूज चैनल की फरजी आईडी और माइक बनवा रखे थे. वह अकसर सरकारी दफ्तरों, नेताओं, ठेकेदारों को धौंस दिखा कर ब्लैकमेल करता था और चैनल पर खबर न दिखाने की एवज में मोटे पैसे वसूलता था.

बादल के खिलाफ कई लोगों ने पुलिस को शिकायत भी की थी. इसी आधार पर पिछले साल जुलाई, 2021 में जबलपुर के एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने काररवाई भी की थी और बादल समेत 6 ब्लैकमेलरों को जेल भी भेजा था.

मगर इस के बाद भी बादल और उस के गैंग के सदस्यों पर इस का कोई असर नहीं हुआ. जेल से रिहा होने के बाद यह गैंग दोबारा सक्रिय हो गया और अवैध वसूली शुरू कर दी.

बादल की शादी होने के बाद भी अनिभा के साथ प्यार की पींगें कम नहीं हो रही थीं. जब भी बादल को मौका मिलता, वह अनिभा को घुमाने के बहाने ले जाता और उस से संबंध बनाता. वह अनिभा की हर जरूरत का ध्यान रखता था, इस वजह से अनिभा भी उस का राजीखुशी से साथ देती थी.

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