उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिला के गांव हेतिमपुर के टोला भैंसहा में जितेंद्र सिंह का अपना निजी 2 मंजिला मकान था. मकानकी दूसरी मंजिल को उन्होंने जटहां थाने में तैनात सिपाही रोशन राय को किराए पर दिया था. रोशन राय अपनी 22 वर्षीयपत्नी सोनी अंसारी के साथ 3 महीने से रह रहा था. उस मकान के नीचे वाले फ्लोर पर और भी किराएदार रहते थे. खुद जितेंद्र सिंह अपने दूसरे मकान में परिवार के साथ रहते थे, सिर्फ किराया वसूलने के लिए ही वह यहां आते थे.
25 जनवरी, 2023 की दोपहर से जितेंद्र सिंह की दूसरी मंजिल से तेज बदबू आ रही थी, जिस में सिपाही रोशन राय अपनीपत्नी के साथ रहता था. पते की बात तो यह थी रोशन राय के उस कमरे पर पिछले कई दिनों से ताला लगा हुआ था.लोगों ने उसे और उस की पत्नी सोनी को अंतिम बार 18 जनवरी, 2023 को देखा था. उस के बाद से किसी ने न तो रोशन राय को ही देखा था और न ही उस की पत्नी को, वे दोनों कहां गए थे, यह बात किसी को पता नहीं थी और उन्हीं के कमरे से दोपहर से तेज बदबू आ रही थी.
जैसेजैसे शाम ढलती गई, बदबू इतनी तेज बढ़ती गई कि पासपड़ोसियों को अपने घर में रहना दुश्वार हो गया था. अंत मेंकिराएदारों ने हार कर इस की जानकारी मकान मालिक जितेंद्र सिंह को दी. सूचना पा कर वे मौके पर पहुंचे और उन्होंने इसकी सूचना जटहां थाने के एसएचओ सुरेंद्र सिंह को दे दी. सभी लोगों को बंद कमरे में लाश होने की आशंका हो रही थी.सूचना पा कर वे दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने फोर्स की मदद से कमरे का ताला तुड़वाया.
दरवाजा खोल करपुलिस कमरे में घुसी तो वहां घुप्प अंधेरा था और मांस की सड़ांध ने सभी को नाक पर रुमाल रखने के लिए विवश कर दिया. मोबाइल की टौर्च के द्वारा बिजली का बोर्ड देख कर कमरे की लाइट औन की.एलईडी के प्रकाश से कमरा नहा उठा था. सड़ांध के मारे कमरे में खड़ा होना मुश्किल हुए जा रहा था. इस के बाद कमरे कीतलाशी कर यह देखने में जुट गई कि यह दुर्गंध आ कहां से रही है.
इंसपेक्टर सुरेंद्र सिंह कमरे से अटैच जैसे ही दूसरे कमरे में घुसे, भीतर का दृश्य देख कर उन के पैर वहीं थम गए थे. कमरे में पड़ी बैड के ऊपर किसी महिला की लाश बुरी तरह सड़चुकी थी. बदबू वहीं से आ रही थी. आशंका जताई जा रही थी कि हो न हो यह लाश सिपाही रोशन राय की पत्नी सोनी अंसारी ही होगी, क्योंकि पिछले कईदिनों से सोनी की अम्मी अश्मीना खातून अपनी बेटी को ले कर परेशान थी और वह इस संबंध में थाने में तहरीर भी दे चुकी थी कि पिछली 17 जनवरी को बेटी से मोबाइल पर बात हुई थी. उस के बाद फोन मिलाने पर न बेटी का फोन लग रहा थाऔर न दामाद का ही फोन लग रहा था
बैड के पास ही फर्श पर हड्ïिडयां और अंगरेजी शराब की एक बोतल रखी थी, जिस में कुछ शराब भी थी. इस से पुलिस कोलगा कि घटना से पहले यहां दारू की पार्टी भी हुई थी.यह बात इंसपेक्टर सुरेंद्र सिंह को तुरंत याद आई तो उन्होंने अपना शक दूर करने के लिए अश्मीना खातून को बुलाने के लिए बाइक से 2 सिपाहियों को उस के घर भेज दिया. अश्मीना खातून इसी कुशीनगर के ही नेबुआ नौरंगिया के मंसाछापरमंगरुआ की रहने वाली थी.
सोनी की लाश की हुई शिनाख्त…
जैसे हो पुलिसकर्मियों ने एक महिला की लाश पाई जाने की सूचना अश्मीना खातून को दी और संग चल कर शिनाख्त करनेकी बात कही, वैसे ही उस का कलेजा धक से कर गया. और बदहवास हो कर इधरउधर टहलने लगी. तभी उस की दूसरी बेटी हाजरा कमरे से बाहर निकली और मां को ऐसी दशा में देख पुलिसकर्मियों से वजह पूछी तो उन्होंने फिर से वही बात दोहराई जो कुछ देर पहले उस से कह चुके थे.
बहरहाल, जैसेतैसे हाजरा ने मां अश्मीना खातून को संभाला और उसे अपने साथ ले कर घटनास्थल पहुंची. वहां मजमा लगा हुआ था. घटना की सूचना पा कर एएसपी रितेश प्रताप सिंह भी पहुंच चुके थे. कमरे के बाहर भीड़ देख कर अश्मीना खातून का कलेजा बैठा जा रहा था. जैसे ही कमरे में दाखिल हुई, लाश के कपड़े और उस की कदकाठी देख कर उसे अपनी बेटी सोनी अंसारी के रूप में शिनाख्त कर ली और छाती पीटपीट कर चीखनेचिल्लाने लगी.
पुलिस की आशंका आखिरकार सच साबित हुई. चूंकि पिछले कई दिनों से सोनी अंसारी लापता थी. न तो उस का फोन लग रहा था और न ही रितेश राय का ही फोन काम कर रहा था, इसलिए अश्मीना के साथसाथ घर वाले उसे ले कर चिंतित थे. आखिरकार, जिस अनहोनी को ले कर उस के घर वाले परेशान थे, वही अनहोनी घट गई. थोड़ी देर में कुशीनगर में सिपाही ने की हत्या की खबर फैल गई. घटना की सूचना एसपी धवल जायसवाल को भी मिल चुकी थी. वह भी कुछ देर बाद मौके पर पहुंच चुके थे.
एफएसएल टीम भी घटनास्थल पर पहुंच कर हत्या के साक्ष्य जुटाने में जुटी हुई थी. पते की बात तो यह थी कि जिस दिन से सोनी अंसारी लापता हुई थी, उसी दिन से सिपाही रोशन राय भी गायब था. उस का फोन बंद आ रहा था और वह ड्यूटी पर भी नहीं जा रहा था. पुलिस को यह समझते देर नहीं लगी थी कि पत्नी सोनी की हत्या में रोशन का हाथ हो सकता है, तभी तो वह फरार हो चुका है. एसपी धवल जायसवाल ने उसी क्षण उसे सस्पेंड कर दिया और उस की खोजबीन में पुलिस लगा दी ताकि वह जल्द से जल्द गिरफ्तार हो सके और पत्नी सोनी की हत्या का कारण सामने आ सके.
सिपाही रोशन राय पर लगाया आरोप…
खैर, पुलिस अपनी काररवाई में जुटी हुई थी. लाश को अपने कब्जे में ले इंसपेक्टर सुरेंद्र सिंह ने उसे पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया और मृतका का विसरा सुरक्षित करा दिया था, क्योंकि उसे मरे कई दिन बीत चुके थे, इसलिए विसरा सुरक्षित रखना पड़ा था ताकि उस रिपोर्ट से हत्या की असल वजह का पता चल सके. इधर पुलिस ने मृतका की मां अश्मीना खातून की तहरीर पर फरार सिपाही व दामाद रोशन राय के खिलाफ भादंवि की धारा 302, 120बी के तहत मुकदमा दर्ज कर के रोशन राय की सरगर्मी से तलाश में जुट गए थे.