बैक औफ महाराष्ट्रा के जबलपुर जोन के हेड ओमकार कुमार एवं सीनियर मैनेजर अभिषेक जायसवाल ने जांच में पुलिस की काफी मदद की. उन्होंने युवक द्वारा एटीएम से निकाले जा रहे पैसे की जानकारी बैंकिंग सौफ्टवेयर के जरिए उपलब्ध कराई. उन्होंने पुलिस को बताया कि आरोपी ने 7 नवंबर को टैक्सी से लखनदौन से जाते वक्त एटीएम से रुपए निकाले थे.
10 दिन में उस ने 4 हजार किलोमीटर का सफर तय किया. इस दौरान कई राज्य बदले. वह प्रतिदिन शिल्पा के एटीएम से 20 हजार रुपए निकाल रहा था.
जबलपुर के एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने पुलिस की अलगअलग टीमें नागपुर, बिहार, राजस्थान, सूरत गुजरात में आरोपी की पतासाजी के लिए भेजी थीं. इस दौरान हर राज्य की पुलिस से एसपी खुद संपर्क में रहे.
17 नवंबर को जबलपुर पुलिस को सुबह 8 बजे सूचना मिली कि शिल्पा के एटीएम से राजस्थान के अजमेर से 20 हजार रुपए निकाले गए हैं. एसपी सिद्वार्थ बहुगुणा ने अजमेर के एसपी से बातचीत कर सहयोग मांगा.
इस दौरान राजस्थान पुलिस को आरोपित के हुलिए और अन्य जानकारी दी गई. अजमेर पुलिस को पता चला अभिजीत अजमेर से बस के जरिए बाहर जाने की तैयारी कर रहा है. थाना स्वरूपागंज में जांच अभियान चला कर पुलिस ने 18 नवंबर को आरोपी को हिरासत में ले लिया.
गिरफ्तारी के 3 दिन पहले आरोपी अभिजीत पाटीदार के फिंगरप्रिंट का मिलान भी किया गया. जबलपुर कोतवाली में अभिजीत के खिलाफ पहले धारा 420 के तहत अपराध दर्ज था, परंतु आरोपी का पताठिकाना गलत था.
तब फिंगरप्रिंट निरीक्षक अखिलेश चौकसे ने मेखला रिसोर्ट में मिले फिंगरप्रिंट का मिलान किया तो फिंगरप्रिंट सौफ्टवेयर में डालते ही आरोपित की पहचान हेमंत भदोड़े पिता राजेंद्र भदोड़े, उम्र 29 साल निवासी राधाकृष्ण नगर नासिक के रूप में हुई.
नासिक पुलिस से संपर्क करने पर पता चला कि अभिजीत आदतन शातिर बदमाश है, जिस के खिलाफ महाराष्ट्र के अलगअलग थानों में बाइक चोरी, लूट और ठगी के कुल 37 मामले दर्ज हैं.
घाटघाट का पानी पीने वाला 29 साल का अभिजीत रंगीनमिजाज युवक था. जवान और खूबसूरत लड़कियों को देख कर जल्दी फिसल जाता. नईनई लड़कियों से मौजमस्ती करने की फंतासी उस के दिमाग में चलती रहती थी.
अपनी इसी हसरत को पूरा करने के लिए वह अगस्त 2022 में वह जबलपुर के एक स्पा सेंटर में गया हुआ था. स्पा में एंट्री करते ही सब से पहले उस का सामना रिसैप्शन पर बैठी एक खूबसूरत लड़की से हुआ, जो आने वाले कस्टमर का इस तरह वेलकम कर रही थी कि पहली मुलाकात में कोई भी उस से प्रभावित हो जाता.
अभिजीत ने रिसैप्शनिस्ट के बताए अनुसार जैसे ही एंट्री फीस दी, उसे एक स्टाफ बौय के साथ अंदर बने रूम में भेज दिया गया.
रूम में बाकायदा एक 6 फीट लंबा और करीब 3 फीट चौड़ा बिस्तर था, जिस पर गद्दे और चादर के ऊपर एक सफेद रंग की शीट बिछी हुई थी. ये शीट बिलकुल वैसी ही थी, जैसा एक वन टाइम यूज वाला टिशू पेपर होता है.
रूम के एक कोने में बेहद छोटा सा शीशे की दीवारों वाला बाथरूम था, जिस में शावर लगा हुआ था. बेहद डिम लाइट में अभिजीत कुछ और देख पाता, उस से पहले ही एक लड़की ने दरवाजा खटखटा कर वहां एंट्री की. हाथ में आयल, क्रीम की ट्रे लिए लड़की ने हायहैलो के साथ ही कहा, ‘‘सर, पहले आप चेंज कर लीजिए.’’
अभिजीत ने उस लड़की से कहा, ‘‘मैं आप के सामने कपड़े कैसे उतारूं?’’ं
तो उस लड़की ने कहा, ‘‘अरे सर, इतना क्यों शरमा रहे हैं. अच्छा चलिए मैं मुंह उधर कर लेती हूं.’’
इतना कहते ही लड़की ने अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लिया. अभिजीत ने जैसे ही अपने कपड़े उतारने शुरू किए, लड़की ने उस की तरफ वन टाइम यूज वाला अंडरवियर बढ़ाते हुए कहा, ‘‘सर, इसे भी पहन लीजिए.’’
अभिजीत ने बातचीत के दौरान उस लड़की का नाम पूछा तो उस लड़की ने नाजुक अदा से कहा, ‘‘सर नाम में क्या रखा है, मेरा काम देख लेना.’’
इस के साथ ही लड़की ने स्पा के अंदर की रेट लिस्ट सामने रखते हुए कहा,
‘‘सर बताइए क्या करवाना चाहेंगे…’’
‘‘पहले तो मुझे ये सरसर कहना बंद कीजिए. मेरा नाम अभिजीत है और यहां पर मैं तो मसाज कराने ही आया हूं.’’
इस पर शिल्पा बोली, ‘‘जी हुजूर, वो तो हो जाएगी, उस के अलावा और क्या कराएंगे, मतलब कुछ एक्स्ट्रा.’’
‘‘एक्स्ट्रा से क्या मतलब? मैं तो यार पहली बार आया हूं, कुछ पता नहीं, आप ही बताइए न.’’ अभिजीत बोला.
‘‘ठीक है, मैं बताती हूं. देखिए सर, अगर फुल सर्विस चाहिए तो 3000 रुपए, बी-टू-बी लेंगे तो 2000 रुपए और अगर सिर्फ हैंड जौब चाहिए तो 1000 रुपए पे करना होगा.’’ लड़की ने अपनी अंगुलियां अभिजीत के नंगे बदन पर घुमाते हुए कहा.
लड़की ने कोड वर्ड में जो बात बताई, उस से अनजान बनते हुए कहा, ‘‘साफसाफ बताओ, मुझे इन सब का मतलब नहीं पता.’’
‘‘अगर फुल सर्विस चाहिए यानी सैक्स, टचिंग वैगरह सब तो 3000, बी-टू-बी यानी बौडी टू बौडी तो मतलब मैं न्यूड हो कर आप को मसाज दूंगी, आप कहीं भी केवल टच कर सकते हैं और अगर हैंड जौब चाहिए तो केवल मास्टरबेट.’’
उस दिन अभिजीत ने उस के साथ फुल एंजौय किया और जैसे ही बाहर निकला तो रिसैप्शन पर बैठी लड़की से बोला, ‘‘आज तो मजा आ गया. मसाज करने वाली लड़कियों के हाथों में तो गजब का जादू है. यदि मुझे कोई इस तरह खुश कर दे तो उस की जिंदगी संवार दूंगा.’’
अपने स्पा सेंटर की तारीफ सुन शिल्पा ने उस का नामपता पूछा तो उस ने बताया, ‘‘मेरा नाम अभिजीत पाटीदार है. मैं गुजरात का रहने वाला हूं और जबलपुर में श्रीराम ट्रेडर्स नाम की मेरी कंपनी है, जो किराने का थोक व्यापार करती है.’’
पहली ही मुलाकात में शिल्पा अभिजीत से इतनी प्रभावित हुई कि उस ने आगे भी मसाज के लिए आने को कहा और अभिजीत के मांगने पर अपना मोबाइल नंबर दे दिया.
दरअसल, अभिजीत के रहनसहन और पहनावे को देख कर शिल्पा इस कदर उस की मुरीद हो चुकी थी कि उस ने अभिजीत को अगली बार अपने हाथों से मसाज देने का औफर दिया. इस के बाद तो दोनों की मुलाकातें अकसर होने लगीं.
जब भी मौका मिलता, अभिजीत शिल्पा को किसी न किसी होटल, रेस्टोरेंट में ले कर जाता और उस के साथ रंगरलियां मनाता. शिल्पा एक सामान्य परिवार की गांव में रहने वाली लड़की थी, उसे जब अभिजीत का प्यार मिला तो उसे मानो उड़ने के लिए पंख मिल गए.
अभिजीत ने बिहार के पटना में जितेंद्र कुमार को बिजनैस पार्टनर बना रखा था. अभिजीत शिल्पा को ले कर भी पटना गया था और काफी समय वहां दोनों ने बिताए.
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी हेमंत भदोड़े को 2 दिन के रिमांड पर ले कर पूछताछ की तो पूरी कहानी प्यार में मिली बेवफाई का नतीजा निकली. महाराष्ट्र के नासिक के राधाकृष्ण नगर में रहने वाले हेमंत के पिता राजेंद्र की कुछ साल पहले मौत हो चुकी थी. घर में उस की मां और एक बहन थी.
बचपन से ही हेमंत बुरी संगत में पड़ गया था, जिस के कारण चोरी और ठगी करने में वह माहिर हो गया. उस की इन हरकतों से उस की मां और बहन परेशान रहती थीं. इज्जत की जिंदगी जी रही मांबेटी हेमंत की हरकतों से समाज की नजरों में एक चोर की मां और बहन के रूप में ही जानी जाती थीं.
जब मां और बहन हेमंत को बुरे कामों से दूर रहने को समझातीं तो उल्टा वह उन्हें भलाबुरा कहता. धीरेधीरे हेमंत ने घर पर रहना कम कर दिया और महीनों घर से बाहर रहने लगा.
अगस्त, 2022 में वह जबलपुर आया और दमोह नाका इलाके में उस ने श्रीराम ट्रेडर्स नाम से फर्म बना कर किराने का व्यापार करने लगा और थोक में नकद माल की खरीद करता और जबलपुर शहर के खुदरा व्यापारियों को कम कीमत पर माल की सप्लाई करता.
धीरेधीरे उस ने स्थानीय व्यापारियों पर इतना विश्वास जमा लिया कि बड़े व्यापारी उसे उधार माल देने लगे. इसी का फायदा उठा कर कुछ व्यापारियों का लाखों रुपए का माल उठा कर खुदरा व्यापारियों को नगद में बेच कर वह चंपत हो गया.
अभिजीत पाटीदार उर्फ हेमंत भदोड़े शिल्पा से प्यार करता था और उस से शादी करना चाहता था, मगर उस ने शिल्पा के मोबाइल में वाट्सऐप पर दूसरे मर्दों के साथ उस के फोटो देखे तो उसे शिल्पा की बेवफाई बरदाश्त नहीं हुई. वह शिल्पा के चरित्र पर शक करने लगा.
उस ने शिल्पा को दूसरे पुरुषों से मेलजोल कम करने को समझाया, लेकिन शिल्पा ने इस पर ध्यान दिए बगैर दूसरे पुरुषों के साथ मेलमुलाकात का दौर जारी रखा.
अभिजीत जब कभी शिल्पा को फोन करता, उस का फोन हमेशा बिजी आता था. इस से उस का शिल्पा पर शक और गहराता चला गया. शिल्पा की बेवफाई से खफा हो कर उस ने प्लान बना कर मेखला रिसोर्ट में ब्लेड से हमला कर शिल्पा की हत्या कर दी और फिर होटल से टैक्सी बुला कर वह भाग खड़ा हुआ.
आरोपी शिल्पा के एटीएम का उपयोग कर बारबार रुपए निकाल रहा था. उसी के कारण पुलिस उस की लोकेशन को ट्रेस कर पाई. आरोपी का नाम और पता भी फरजी पाया गया है. जबलपुर आईजी उमेश जोगा ने 19 नवंबर, 2022 को प्रैस कौन्फ्रैंस कर इस पूरे मामले का खुलासा किया.
आईजी ने बताया कि आरोपी का असली नाम हेमंत भदोड़े है. जबकि पुलिस उसे अभिजीत पाटीदार के नाम से खोज रही थी. हेमंत आदतन अपराधी है. वह इस हत्याकांड से पहले भी वह कई गंभीर अपराधों को अंजाम दे चुका है.
वह 10 दिन पहले जबलपुर के मेखला रिसोर्ट में एक युवती की हत्या कर फरार हो गया था. आरोपी महाराष्ट्र का रहने वाला है. उस ने अपना नाम अभिजीत पाटीदार बताया था. आरोपी के खिलाफ जबलपुर में भी कई मामले सामने आए. इन मामलों का खुलासा हुआ तो पुलिस ने फिंगरप्रिंट की मदद से आरोपी की असली पहचान का पता लगा लिया.
आरोपी अभिजीत उर्फ हेमंत भदोड़े की लोकेशन 17 नवंबर की सुबह 8 बजे राजस्थान के अजमेर में मिली थी. उस ने यहां एटीएम से 20 हजार रुपए निकाले थे. अजमेर के एटीएम से 20 हजार निकाले जाने की जानकारी एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा को मिली, इस के बाद जबलपुर एसपी ने अजमेर के एसपी चूनाराम तथा एसपी (सिटी) प्रियंका शुक्ला ने राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी सुमित मेहरा से तत्काल संपर्क कर आरोपी के संबंध में जानकारी दी.
इस पर जब राजस्थान पुलिस की मदद से आरोपी को ट्रेस किया गया तो उस के शहर से बाहर जाने वाली बस में बैठने का पता चला, जिस के बाद थाना स्वरूपागंज में सघन वाहन चेकिंग चलाई गई.
अजमेर-स्वरूपागंज में पुलिस ने चैकपोस्ट बना कर बसों को रुकवा कर चैकिंग शुरू की. इसी चैकिंग के दौरान स्वरूपागंज एसएचओ हरि सिंह राजपूत के द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद आरोपी अभिजीत पाटीदार उर्फ हेमंत भदोड़े से शिल्पा का मोबाइल फोन, चेन, अंगूठी और एक लाख 52 हजार रुपए कैश बरामद किया. भागने के दौरान अभिजीत के मददगारों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही थी. द्य
—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित