Agra News : आगरा में 40 फीट गहरे कुएं में 65 दिन से लापता फिजा की लाश दफन थी. कौन थी फिजा और उस की हत्या किस ने और क्यों की? आइए, जानते हैं इस कहानी में…
मथुरा के राया क्षेत्र के चौड़ी गांव निवासी सिदारी खान ने 4 फरवरी, 2025 को कई बार आगरा में रहने वाली बेटी फिजा का मोबाइल नंबर लगाया, लेकिन वह बंद जा रहा था. जबकि एक दिन पहले यानी 3 फरवरी को फिजा का फोन आने पर पता चला कि सुहान खान द्वारा उस के साथ मारपीट की गई थी. कुछ समय से पतिपत्नी में विवाद चल रहा था. वह फिजा की हत्या की धमकी दे रहा था. 3 फरवरी को उस ने जब फिजा की पिटाई की थी, तब फिजा के 112 नंबर पर काल करने पर पुलिस आई थी.
अगले दिन फिजा पति की शिकायत करने आगरा के थाना ताजगंज की एकता चौकी गई थी. इस के बाद से उस का मोबाइल फोन बंद आ रहा था. सिदारी खान ने करीब 15 साल पहले बेटी यबुना उर्फ फिजा की शादी आगरा के पचगई खेड़ा निवासी सुहान खान उर्फ सेठी के साथ की थी. वह 2 बच्चों की मां बन चुकी थी. बेटी का फोन न मिलने पर सिदारी ने दामाद सेठी से पूछताछ की. सेठी ने बताया कि वह काम के सिलसिले में गया हुआ था, उस के पीछे ही फिजा उसे बिना बताए अपने दोनों बच्चों बेटी व बेटे को घर पर ही छोड़ कर चली गई थी. वह दूसरे दिन भी लौट कर नहीं आई तो उस ने सोचा मायके गई होगी.
2 दिन से बेटी का मोबाइल बंद होने से फिजा के मायके वाले घबरा गए थे. इस के अलावा सेठी की बात से भी वे संतुष्ट नहीं हुए थे. उन्हें लग रहा था कि दाल में जरूर कुछ काला है. 5 फरवरी को सिदारी खान जब बेटी की ससुराल आगरा पहुंचे तो पता चला कि सेठी घर बंद कर बच्चों को ले कर जा चुका है. सिदारी खान ने बेटी फिजा को सेठी की रिश्तेदारियों व अन्य परिचितों के यहां तलाश किया, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी.
थकहार कर उन्होंने आगरा के थाना ताजगंज में 8 फरवरी, 2025 को बेटी की गुमशुदगी दर्ज करा दी. उन्होंने दामाद सुहान खान सेठी पर दहेज के लिए बेटी का उत्पीडऩ करने और 4 फरवरी को उसे गायब कर देने का आरोप लगाया. सिदारी का कहना था कि उन की बेटी कई दिनों से लापता है. उन्हें दामाद पर शक है कि उस ने उस के साथ कुछ अनहोनी कर दी है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी. फिजा के मोबाइल नंबर की काल डिटेल्स निकलवाई. इस में पुलिस को एक मोबाइल नंबर ऐसा मिला, जिस पर फिजा की ज्यादा बातें होती थीं.
जांच करने पर वह मोबाइल नंबर ताजगंज के ही नौबरी निवासी भीमसेन यादव का निकला. पुलिस ने बिना देर किए भीमसेन यादव को हिरासत में ले कर उस से पूछताछ की. लेकिन, भीमसेन ने बताया कि उस का फिजा से प्रेम प्रसंग तो चल रहा है, लेकिन उस के लापता होने के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है. पुलिस को भीमसेन से क्लू मिलने की काफी उम्मीद थी, लेकिन उसे कुछ हासिल नहीं हुआ. तब पुलिस को सेठी पर गहरा शक हुआ. सिदारी ने भी दामाद पर ही बेटी को गायब करने का आरोप लगाया था.
पुलिस मामले की छानबीन कई एंगल से कर ही रही थी कि अचानक 8 अप्रैल, 2025 को लापता फिजा का मोबाइल औन हो गया. पुलिस के लिए तो यह बिल्ली के भाग्य से छींका टूट जाना साबित हुआ. पुलिस ने सर्विलांस के जरिए जब पड़ताल की तो फिजा के मोबाइल की लोकेशन संभल (उत्तर प्रदेश) की मिली. पुलिस ने बिना देर किए संभल जा कर एक व्यक्ति को दबोच लिया. जब उस से फिजा के बारे में पूछताछ की तो उस ने कहा कि वह फिजा को नहीं जानता. मोबाइल उस के पास कैसे आया?
इस पर उस व्यक्ति ने बताया कि नोएडा वह काम करने गया था. वहीं एक व्यक्ति ने उसे 300 रुपए में यह मोबाइल बेच दिया था. पुलिस समझ गई कि नोएडा में फिजा का पति सेठी काम करता है, उस ने ही पत्नी का मोबाइल इस व्यक्ति को बेचा होगा. उस व्यक्ति को पुलिस ने भीमसेन, सेठी व अन्य के फोटो दिखाए. इस पर उस व्यक्ति ने भीमसेन का फोटो पहचानते हुए कहा, ”हां साहब, इसी व्यक्ति से उस ने मोबाइल खरीदा था.’’
पुलिस ने तब भीमसेन को हिरासत में लिया. इस के बाद भी भीमसेन पुुलिस को घुमाता रहा और कहता रहा कि उस व्यक्ति को मोबाइल मैं ने नहीं, सेठी ने बेचा होगा. सेठी और वह व्यक्ति मिले हुए हैं. लेकिन जब पुलिस ने भीमसेन का आमनासामना संभल वाले उस व्यक्ति से कराया तो उसे सच बोलने पर मजबूर होना पड़ा. भीमसेन ने अपना जुर्म कुबूल करते हुए पुलिस को जो बताया, उसे सुन कर पुलिस भी दंग रह गई. भीमसेन यादव ने बताया कि नोएडा में काम के दौरान उस का फिजा के पति सेठी से परिचय हो गया था. उसे बातों ही बातों में पता चला कि सेठी भी आगरा का रहने वाला है. कभीकभी वह सेठी के घर आ जाता था.
इस बीच फिजा और भीमसेन यादव की आंखें चार हो गईं. भीमसेन को भी कसे बदन की फिजा अच्छी लगने लगी. धीरेधीरे दोनों के पे्रमसंबंध हो गए. समाज से नजरें चुरा कर दोनों काफी समय से मिल रहे थे और प्यार की पींगें बढ़ा रहे थे. भीमसेन फिजा को चाहता था और फिजा भी उसे बहुुत प्यार करती थी. एक दिन सेठी को उन दोनों के बीच के प्रेमसंबंधों की जानकारी हो गई. हुआ यह कि जब फिजा और भीमसेन अंतरंग क्षणों में खेाए हुए थे, फिजा के बच्चों ने दोनों को देख लिया. बच्चों ने अब्बू सेठी को इस बारे में बता दिया. इस से सेठी पत्नी से नाराज हो गया और अब घर में कलह रहने लगी.
3 फरवरी, 2025 को फिजा के साथ इसी बात को ले कर पतिपत्नी में विवाद हो गया. सेठी ने फिजा के साथ मारपीट कर दी और 4 फरवरी को फिजा के घर से जाने के बाद वह अपने दोनों बच्चों को ले कर काम करने नोएडा चला गया. मारपीट की घटना के बाद 4 फरवरी को फिजा अपने प्रेमी भीमसेन के पास पहुंची. उस ने पति द्वारा उस के साथ मारपीट करने की बात बताई और भीमसेन के साथ रहने की जिद की तो वह फिजा को दिल्ली ले गया. वहां कुछ दिन रहने के बाद जब वे लोग 15 मार्च को घर लौट रहे थे, नौबरी जाने वाले रास्ते पर एक कोठरी में रात को रुके.
मौजमस्ती के दौरान फिजा उस से शादी की जिद करने लगी. तब भीमसेन का फिजा से विवाद हो गया. भीमसेन ने फिजा का उसी के दुपट्टे से गला घोंट दिया. इस से कुछ देर तड़पने के बाद फिजा ने दम तोड़ दिया. उस समय रात गहरा गई थी. भीमसेन ने फिजा की लाश अपने कंधे पर उठाई और पास के एक सूखे कुएं में डाल दी. यह कुआं लगभग 40 फीट गहरा था. लाश के ऊपर उस ने मिट्टी भी डाल दी. प्रेमी भीमसेन ने प्रेमिका फिजा की हत्या करने के बाद लाश के पास बैठ कर अपने मोबाइल पर ‘दृश्यम’ फिल्म भी देखी. इस फिल्म में लाश को आरोपी पुलिस स्टेशन के निर्माणाधीन हिस्से में छिपाता है.
ऐसा इसलिए करता है कि क्योंकि आरोपी को लगता है कि पुलिस वहां कभी भी लाश की जांच नहीं करेगी. भीमसेन ने पुलिस से बचने के लिए इसी आइडिया के चलते लाश को कुएं में छिपाया था. फिजा की लाश को कुएं में डालने के बाद भीमसेन को यह डर सताने लगा कि बदबू आने पर लोगों को फिजा की हत्या का पता चल जाएगा. इसलिए हत्या के बाद वह 4-5 दिन तक कुएं में लाश के ऊपर मिट्टी डालने आता रहा. जब शव पूरी तरह मिट्टी से ढक दिया, तब उस ने मरे हुए पशुओं के शवों को कुएं में डाल दिया, ताकि ऊपर से देखने पर लोगों को लगे कि जानवरों के कुएं में गिर कर मरने से बदबू आ रही है. इतना सब करने के बाद उस ने वहां आना बंद कर दिया. भीमसेन पूरी तरह निश्चिंत हो गया था कि अब फिजा की लाश का किसी को पता नहीं चलेगा.
पुलिस ने भीमसेन की निशानदेही पर आगरा के ताजगंज के एकता चौकी क्षेत्र में स्थित नौबरी गांव के उस सूखे कुएं से फिजा का शव सड़ीगली अवस्था में 9 अप्रैल को बरामद कर लिया, जिस की शिनाख्त भी फेमिली के सदस्यों के द्वारा कर ली गई. फिर भी पुलिस अवशेष का डीएनए टेस्ट कराएगी. आरोपी भीमसेन की अपनी पत्नी से भी नहीं बन रही थी. भीमसेन ने बताया कि फिजा चाहती थी कि पति सेठी उन दोनों के बीच से हट जाए ताकि वह प्रेमी के साथ रह सके. सेठी के साथ विवाद होने से पहले ही फिजा प्रेमी भीमसेन पर अपने पति सेठी की हत्या करने के लिए दबाव डाल रही थी.
वह कहती थी अपने प्यार के कांटे को वह निकाल दे. उस की हत्या करने के बाद हम दोनों शादी कर लेंगे और आराम से जीवन गुजारेंगे. भीमसेन फिजा से प्यार तो बहुत करता था, लेकिन उस के पति की हत्या कर फिजा के साथ शादी नहीं करना चाहता था, क्योंकि दोनों शादीशुदा थे. वहीं फिजा के 2 और भीमसेन के 3 बच्चे थे. उस ने फिजा को बहुत समझाया, लेकिन फिजा ने उस की बात नहीं मानी. वह अपनी जिद पर अड़ी रही. मरता क्या न करता. प्रेमिका की खातिर भीमसेन ने सेठी की हत्या की योजना बनाई और नोएडा जा पहुंचा. वहां जा कर उस ने सेठी की हत्या का कई बार प्रयास किया, लेकिन वह उस की हत्या करने में सफल नहीं हो सका. थकहार कर वह वापस आगरा आ गया.
एसीपी (सुरक्षा) सैय्यद अबिर अहमद ने बताया कि फिजा की काल डिटेल्स में उस की बातचीत ताजगंज के नौबरी निवासी भीमसेन यादव से मिली थी. मगर उस ने फिजा को जानने से इंकार किया. जांच के दौरान पता चला कि फिजा और भीमसेन के बीच पिछले एक साल से संबंध थे, जिस के कारण फिजा के घर में लगातार विवाद हो रहा था. लाश बरामदगी से एक सप्ताह पहले फिजा का मोबाइल चालू हुआ तो लोकेशन संभल की मिली. इस से पहले फिजा का मोबाइल बंद था. इस के बाद कड़ी से कड़ी मिला कर फिजा के लापता होने के 65 दिन बाद इस घटना का पुलिस ने परदाफाश करते हुए फिजा के कातिल उस के प्रेमी भीमसेन को गिरफ्तार कर लिया.
उस के कब्जे से फिजा का मोबाइल भी बरामद कर लिया गया, जो उस ने फिजा की हत्या के बाद संभल के एक युवक को बेच दिया था. डीसीपी (सिटी) सोनम कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह पता चलेगा कि फिजा की हत्या उस के प्रेमी द्वारा कब की गई थी. हालांकि फिजा के अब्बू सिदारी पुलिस के इस खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं. उन का आरोप है कि बेटी की हत्या में पति सेठी भी शामिल है. पुलिस महिला के पति की भूमिका की भी गहनता से जांच कर रही है. पुलिस ने फिजा के हत्यारोपी उस के प्रेमी भीमसेन को न्यायालय के समक्ष पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.
जिस मोहब्बत पर फिजा ने विश्वास किया और जिस प्यार की खातिर अपना घरपरिवार तक छोड़ दिया, उसी प्यार ने उसे दुनिया से विदा कर दिया. Agra News