Delhi News: राजधानी दिल्ली से एक ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई है, जिस ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. यहां मां और 2 बेटों ने फंदा लगाकर जान दे दी. क्या वजह थी कि परिवार इतना परेशान था कि अपनी जान देनी पड़ी. क्या है इस परिवार की दर्दनाक घटना, जो आप को भी सोचने पर मजबूर कर देगी. चलिए जानते हैं, इस पूरी स्टोरी को विस्तार से.

यह हैरान कर देने वाली घटना दिल्ली के कालकाजी क्षेत्र से सामने आई है. यहां मानसिक तनाव और पैसों की तंगी से परेशान अनुराधा कपूर नाम की महिला और उस के 2 बेटों आशीष कपूर और चैतन्य कपूर ने 19 दिसंबर, 2025 को फांसी लगाकर जान दे दी.

पुलिस के अनुसार, तीनों के शव उन के घर में पंखे से लटके मिले. सूचना मिलने पर कालकाजी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रख लिया. शुरुआती जांच में पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला जिस में लिखा था कि तीनों पैसों की तंगी और घर टूटने की वजह से मानसिक तनाव में थे. वे कालकाजी इलाके के जी ब्लौक के मकान नंबर B-70 में रहते थे. पुलिस ने बताया कि दोपहर करीब पौने 3 बजे एक पुलिसकर्मी कोर्ट का नोटिस ले कर उन के घर पहुंचा था.

कई बार गेट और डोरबेल बजाई, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिल पाया था. शक होने पर उस ने मामले की सूचना कालकाजी पुलिस स्टेशन को दे दी थी. इस के बाद पुलिस पहुंची, तो घर का गेट अंदर से बंद था. इस के बाद चाबी वाले को बुलाकर डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोला. पुलिस घर के अंदर गई तो मां और उस के दोनों बेटे फंदे से लटके हुए थे. इस के बाद तीनों को नीचे उतारकर अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घर से एक सुसाइड नोट मिला है, जिस में परिवार की परेशानी का जिक्र है. पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि परिवार लंबे समय से पैसों की तंगी से जूझ रहा था. जिस घर में वे रहते थे, उसे ले कर पड़ोसी से विवाद चल रहा था. दूसरी पार्टी ने कोर्ट में केस जीत लिया था, जिस के बाद घर खाली करने का आदेश दिया गया.

सूत्रों के मुताबिक, 19 दिसंबर, 2025 को पुलिसकर्मी घर खाली करने का कोर्ट नोटिस देने पहुंचा था. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की विस्तार से जांच कर रही है. Delhi News

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