Crime Stories: 25 वर्षीय रोशन सावे और 23 वर्षीय रितु भंडारकर के बीच पिछले 5 सालों से अफेयर चल रहा था, लेकिन रोशन की गलत आदतों और बेरोजगार बने रहने से रितु ने उस से मुंह फेर लिया. यहां तक कि वह रोशन के साथ उपेक्षा भरा बरताव कर उस से बेरुखी से पेश आने लगी थी. उस ने उस की फोन कौल भी रिसीव करनी बंद कर दी थी. रितु के इस रवैए से तिलमिलाया रोशन एक दिन इतना खूंखार हो गया कि…

11 नवंबर, 2025 को सुबह के 10 बजे का समय रहा होगा. मूलरूप से बालाघाट जिले की बैहर तहसील के छोटे से गांव आमगांव की रहने वाली 23 साल की रितु भंडारकर की उस के प्रेमी 25 वर्षीय युवक रोशन ने दिनदहाड़े बीच चौराहे पर धारदार चाकू से उस दौरान गला रेत कर हत्या कर दी, जब वह रोज की तरह फाटा चौराहे पर  बैहर जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी. वह बैहर के एक इलेक्ट्रौनिक शोरूम में नौकरी करती थी. रोजाना की तरह मंगलवार को भी उस के चाचा धर्मेंद्र भंडारकर उसे अपनी बाइक पर बैठा कर फाटा चौराहे पर छोड़ कर घर लौट आए थे.

रितु बैहर जाने के लिए चौराहे पर बस का इंतजार कर रही थी. उसी समय पीछे से उस का प्रेमी रोशन आया और उस से बात करने लगा. फिर थोड़ी ही देर में उन दोनों में शादी के मुद्ïदे को ले कर तीखी नोकझोंक होने लगी. दोनों के बीच सरेराह तेज आवाज और तीखे शब्दों में नोकझोंक होती देख कर उधर से गुजर रहे राहगीर भी खड़े हो गए. रितु और दर्शक बने राहगीर इस से पहले कि रोशन के नापाक इरादे को समझ पाते, तब तक रोशन अपनी जेब से चाकू निकाल कर रितु की गरदन पर कई वार कर चुका था.

हालांकि चाकू से जानलेवा हमला करने से पहले उस ने रितु को धमकाते हुए कहा था, ”रितु, मैं तुम से बेहद प्यार करता हूं, इसलिए तुम से शादी करना चाहता हूं.’’

”रोशन, यह तुम क्या कह रहे हो. लगता है कि तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है. आइंदा ऐसी गंदी सोच वाली बात मुझ से मत करना.’’ रितु ने उसे डांटते हुए कहा.

”रितु, तुम अच्छी तरह से सुन लो कि मैं तुम्हें जान से ज्यादा चाहता हूं और तुम्हें अपना मान चुका हूं. मैं ने तय कर लिया है कि मैं शादी तुम से ही करूंगा. अगर तुम ने मुझे धोखा दिया तो समझ लो परिणाम गंभीर होंगे.’’ तल्ख लहाजे में चेतावनी देते हुए रोशन बोला, ”यह याद रखो रितु कि अगर तुम मेरी न हुई तो मैं तुम्हें किसी और की भी नहीं बनने दूंगा. भले ही इस का नतीजा कुछ भी हो. अब अपनी जिंदगी का निर्णय तुम्हें खुद करना होगा कि मेरे साथ शादी करना पसंद करोगी या किसी और के साथ?’’

 

रोशन ने आगे कहा, ”रितु, मेरी जिंदगी को तूने नर्क बना कर रख दिया है. अब शेष बचा ही क्या है मेरी जिंदगी में?’’

रोशन के मुंह से यह सब सुन रितु भौचक्की रह गई. उस ने बिना किसी हिचकिचाहट के रोशन की ओर मुखातिब होते हुए कहा, ”रोशन, आज तुम भी कान खोल कर सुन लो कि मैं तुम से इतनी नफरत करती हूं कि तुम से शादी करना तो दूर की बात, किसी भी तरह के ताल्लुकात भी रखना नहीं चाहती. यहां तक कि तुम्हारी सूरत भी देखना नहीं चाहती, यह मेरा आखिरी डिसीजन है.’’

इतना सुनते ही रोशन के तनबदन में आग लग गई. शराब के नशे में धुत रोशन आपे से बाहर हो गया. फिर उस ने गुस्से में आ कर रितु के गले पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिए. रितु बचाव के लिए चीखनेचिल्लाने लगी, लेकिन हैरत की बात है कि मौके पर मौजूद लोगों में से किसी की भी इतनी हिम्मत नहीं हुई कि उसे हमलावर से बचा लेते. सब के सब बुत बने रहे. किसी ने भी उसे रोकने के लिए मुंह से आवाज तक नहीं निकाली. बल्कि कुछ लोग तो मोबाइल से सारे घटनाक्रम का वीडियो बनाते रहे, यह सिलसिला फिल्मी दृश्य की तरह काफी देर तक चलता रहा.

इस बीच रितु गंभीर रूप से घायल हो कर सड़क पर गिर पड़ी. इस के बावजूद भी हत्यारा रितु के गले पर चाकू से तब तक वार करता रहा, जब तक कि उस की सांसें थम नहीं गईं. इस के बाद रितु का हत्यारा रोशन मृतका के सिर को अपनी गोद में रख कर कुछ देर तक उस के दुपट्टे से अपने हाथों में लगे खून को पोंछता रहा. फिर चाकू से अपने शरीर पर प्रहार कर अपने आप को भी चोटिल कर लिया और बेसुध हो कर रितु के शव के पास ही लुढ़क गया.

भीड़भाड़ वाला इलाका होने से घटनास्थल पर कुछ ही समय में काफी भीड़ जमा हो गई. इस दिल दहला देने वाली हृदयविदारक घटना ने सर्द मौसम के बावजूद माहौल में गरमाहट पैदा कर दी. घटना भी ऐसी कि पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. दरअसल, घटनास्थल पर जमा भीड़ में से किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर रोंगटे खड़े कर देने वाली इस घटना की सूचना दे दी. इस से पहले कि पुलिस घटनास्थल पर पहुंच पाती, रितु ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया. इस सूचना के मिलते ही पुलिस कंट्रोल रूम ने वायरलैस से मैसेज प्रसारित कर बैहर थाने के एसएचओ जयंत मर्सकोले को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने को कहा.

पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिलते ही एसएचओ जयंत मर्सकोले कुछ पुलिसकर्मियों के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए. थोड़ी देर बाद मौके पर पहुंच कर उन्होंने जांचपड़ताल शुरू कर दी. जांच करने पर पता चला कि वहां खून से लथपथ पड़ी युवती की मौत हो चुकी थी, जबकि घायलावस्था पर पड़ा युवक कराह रहा था. उन्होंने युवक को तुरंत सरकारी अस्पताल पहुंचवाया. मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों को इस वारदात से अवगत करा दिया था.

इसी सूचना पर बालाघाट जिले के एसपी आदित्य मिश्रा, एडिशनल एसपी आदर्श कांत शुक्ला और बैहर के एसडीओपी करणदीप सिंह भी मौके पर पहुंच गए थे. पुलिस अधिकारियों ने वारदातस्थल और मृतका के रक्तरंजित शव का मुआयना किया तो उस की गरदन पर चाकू के काफी गहरे घाव थे. श्वास नली की नसें भी कटी हुई थीं. शव के पास ही वह चाकू भी पड़ा हुआ था, जिस से हत्यारे ने इस वारदात को अंजाम दिया था. जबकि हत्यारे और मृतका के पास मिले मोबाइल फोन में सेव नंबरों में से उन दोनों के परिजनों के नंबर खोज कर फेमिली वालों को पुलिस द्वारा इस घटना की सूचना दी गई.

सूचना पा कर रितु के फेमिली वाले अचंभित रह गए कि रितु की रोशन ने हत्या कर दी है. वे भागेभागे घटनास्थल पर पहुंचे. सड़क पर अपनी इकलौती बेटी को लहूलुहान हालत में मृत देख कर परिजन कुछ देर के लिए अवाक रह गए. उन सभी की आंखों से आंसू टपकने लगे. इसी बीच रितु के रिश्तेदार और पड़ोसी भी घटनास्थल पर आ गए थे. रितु के पापा शिवशंकर और चाचा धर्मेंद्र की आंखों में आंसू देख कर रिश्तेदार और पड़ोसी समझ गए कि कुछ न कुछ गड़बड़ है, उन्होंने हिम्मत कर के रितु के चाचा धर्मेंद्र से पूछा कि रितु कैसी है तो उन की कुछ भी बताने की हिम्मत नहीं हुई और जोरजोर से रोने लगे.

यह देख कर रिश्तेदार और पड़ोसियों को यह समझ में आ गया कि भंडारकर परिवार की इकलौती बेटी के साथ अनहोनी घट गई है.

घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सारी काररवाई अपनी मौजूदगी में निपटवाई. पुलिस ने घटनास्थल से सारे  सबूत इकट्ठा करने से वहां की वीडियोग्राफी कराने के साथ ही मौके से ब्लड के सैंपल लिए ताकि डीएनए जांच भी कराई जा सके. हत्या वाली जगह से ही पुलिस टीम ने रक्तरंजित चाकू समेत 2 मोबाइल फोन और मृतका का बैग बरामद किया. पुलिस ने रितु भंडारकर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. कागजी काररवाई पूरी करने के बाद एसएचओ थाने लौट आए. यह सब करतेकरते दोपहर के 12 बज गए.

उधर जैसे ही मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटनाक्रम की खबर लोगों को लगी तो बैहर थाने के गेट पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था. इस हुजूम में राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से ले कर सामाजिक संगठनों और मृतका के पेरेंट्स भी शामिल थे. उन सभी में इस जघन्य हत्या को ले कर काफी आक्रोश था. वे हत्यारे को  फांसी देने और उस के मकान को बुलडोजर से जमींदोज करने के साथ ही मृतका के परिजनों को एक करोड़ रुपए दिए जाने मांग को ले कर धरने पर बैठ गए. इस के साथ भीड़ नारेबाजी भी कर रही थी.

इस से पहले जैसे ही एसपी आदित्य मिश्रा, एडिशनल एसपी आदर्श कांत शुक्ला और एसडीओपी करण सिंह घटनास्थल का मौकामुआयना कर वापस लौटने को हुए तो भीड़ ने उन्हें कानूनव्यवस्था का मुद्ïदा बना कर घेर लिया. इस से माहौल तनावपूर्ण हो गया था. इस हालत में किसी भी अनहोनी से बचने के लिए एसएचओ ने थाने से और फोर्स बुला ली. पुलिस अधिकारियों ने आरोपी के खिलाफ सख्त काररवाई का वादा कर किसी तरह समझाबुझा कर प्रदर्शनकारियों को शांत किया. उधर बैहर के सिविल अस्पताल से रितु के हत्यारोपी रोशन के डिस्चार्ज होते ही पुलिस उसे थाने ले आई, जहां उस ने एडिशनल एसपी आदर्श कांत शुक्ला की मौजूदगी में अपना अपराध स्वीकार कर लिया.

जब उन्होंने उस से रितु की हत्या करने की वजह पूछी तो उस ने हत्या करने की जो कहानी बताई, वह दिल को झकझोर देने वाली निकली—

रोशन ने बताया कि वह रितु को तब से जानता था, जब वह उस के साथ स्कूल में पढ़ती थी. दोनों का पिछले 5 सालों तक लव अफेयर भी चला. पहले रितु भी मुझे खूब चाहती थी. उस ने आगे बताया कि जब भी मैं उस से मिलताजुलता था, वह बड़े प्यार से बात करती थी. यहां तक कि हम घर वालों से लुकछिप कर घंटों तक  पार्क, रेस्टोरेंट में साथ बैठ कर प्यारमोहब्बत की बातें करते थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह अचानक पूरी तरह बदल गई थी और मुझ से नफरत करने लगी थी.

पता नहीं कि ऐसा क्या हुआ कि उस ने अब मेरी कौल तक रिसीव करनी बंद कर दी थी, जिस से मैं गहरे तनाव में आ गया था. मैं ने उस की हत्या करने से पहले रितु को अपने साथ शादी करने के लिए बहुत समझाया, लेकिन वह नहीं मानी तो मजबूर हो कर मैं ने उसे मौत की नींद सुलाने की योजना बना डाली. मुझे यह जानकारी तो पहले से ही थी कि रितु नौकरी पर जाने के लिए रोज सुबह फाटा चौराहे से बस में सवार हो कर बैहर जाती है, अत: रितु के चौराहे पर पहुंचने से पहले वहां पहुंच कर मैं उस के आने का इंतजार करने लगा.

जैसे ही वह वहां पहुंची, उस के पास पहुंच कर मैं ने आखिरी बार शादी के मुद्ïदे को ले कर उस से बात की, लेकिन जब वह नहीं मानी तो उस की हत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा. उधर रितु के पेरेंट्स का कहना है कि उन की बेटी का रोशन से प्यार का कोई चक्कर नहीं था. रोशन जबरदस्ती उस के पीछे पड़ा हुआ था. उस ने उन की इकलौती बेटी को छीन लिया. उसे फांसी की सजा होनी चाहिए. रोशन से विस्तार से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसे विधिवत गिरफ्तार कर कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. हालांकि रोशन के चेहरे पर न कोई शिकन थी और न ही कोई पछतावा, बल्कि अपने किए पर वह बेहद खुश था. Crime Stories

 

 

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