विभा ने खुद ही चुनी कांटों भरी राह
विभा भी उन से ऐसे बात करती थी कि कोई भी शरीफ इंसान उसे गलत समझ सकता था. मोहल्ले के लोग भी तरह-तरह की बातें करते थे. आखिर कौन था वो आदमी जिससे विभा बातें करती थी?
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