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शनिवार, 4 फरवरी, 2023 का दिन उदय ही हुआ था. राजस्थान की राजधानी जयपुर जिले के गौरी का बास गांव के रहने वाले गिरधारी लाल ढाका (22 वर्ष) का शव रेनवाल थाने के डंूगरी खुर्द लालासर ग्रेवल सडक़ पर औंधे मुंह पड़ा था. सडक़ मार्ग से गुजर रहे लोगों ने शव पड़े होने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दे दी.

पुलिस कंट्रोल रूम से यह जानकारी रेनवाल थाने को दे दी गई क्योंकि यह क्षेत्र इसी थाने के अंतर्गत आता है. लाश पड़ी होने की सूचना मिलते ही एसएचओ उमराव सिंह थोड़ी देर में घटनास्थल पर पुलिस टीम के साथ जा पहुंचे. घटनास्थल पर सुरेंद्र करल्या नामक राहगीर भी खड़ा था, जिस ने पुलिस कंट्रोल रूम को लाश पड़ी होने की सूचना दी थी.

एसएचओ ने लाश का मुआयना किया. शव का चेहरा कुचला हुआ था व शरीर पर काफी चोटों के निशान साफ दिख रहे थे. मृतक की शिनाख्त लोगों ने कर ही ली थी. पुलिस को घटनास्थल से करीब 2 किलोमीटर दूर फोरैस्ट चौकी बावड़ी गोपीनाथ कच्चे रास्ते पर मृतक गिरधारीलाल का मोबाइल पड़ा मिला. मोबाइल के पास खून भी बिखरा हुआ था.

पुलिस टीम ने सोचा कि जहां गिरधारी का खून व मोबाइल पड़ा मिला था, वहीं पर हत्यारों ने उसे मार कर लाश 2 किलोमीटर दूर ले जा कर फेंकी होगी. लाश मिलने के स्थान व मोबाइल मिलने वाली जगह पर 4 पहियों वाली छोटी गाड़ी के टायरों के निशान भी साफ दिख रहे थे. ऐसा लग रहा था कि गाड़ी से कुचल कर गिरधारी को मारा गया था.

एसएचओ उमराव सिंह ने गिरधारी लाल ढाका की हत्या की खबर उच्चाधिकारियों को दे दी. घटना की खबर पा कर जोबनेर के डीएसपी मुकेश कुमार चौधरी, एएसपी दिनेश कुमार शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे और मौकामुआयना किया. एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंच कर साक्ष्य जुटाए. जयपुर (रेनवाल) में गिरधारीलाल हत्याकांड की खबर मीडिया में भी छा गई. सूचना पा कर गिरधारी के घर वाले रोतेबिलखते वहां आ गए थे.

चूंकि पुलिस को उन से पूछताछ करनी थी, इसलिए उन्हें तसल्ली दे कर चुप कराया.एसएचओ के पूछने पर मृतक के भाई मालीराम ने बताया कि शुक्रवार 3 फरवरी, 2023 की शाम साढ़े 7 बजे गिरधारी घर से 2 किलोमीटर दूर मंडा रीको फैक्ट्री जाने के लिए निकला था. वह इस फैक्ट्री में रात 9 से सुबह 9 बजे तक मशीन औपरेटर के रूप में ड्यूटी करता था. इस बीच अज्ञात लोगों ने उस की हत्या कर दी थी. अगले रोज 4 फरवरी को गिरधारी का खून सनीलाश मिली.

लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन

पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद शव को रेनवाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में रखवा दिया. गौरी का बास में जब लोगों को पता चला कि गिरधारी लाल की अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी है और मृतक का शव बरामद हुआ है. इस पर आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने चौमू रेनवाल रोड जाम कर दिया. ग्रामीणों की मांग थी कि हत्यारों को जल्द पकड़ा जाए और मृतक के घर वालों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए.

ग्रामीणों ने कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक हम धरने पर बैठे रहेंगे. साथ ही परिजनों ने शव भी तब तक नहीं लेने की शर्त रख दी थी. सैकड़ों लोगों द्वारा सडक़ मार्ग जाम करने की खबर पा कर चौमू विधायक रामलाल शर्मा भी वहां पहुंचे. इस के बाद पुलिस के आला अधिकारियों के आश्वासन के बाद 4 घंटे से चला आ रहा धरना व सडक़ जाम खुलवा दिया गया.

मृतक गिरधारी लाल के बड़े भाई मालीराम ने गोविंदगढ़ थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया. पुलिस ने मैडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा कर गिरधारी लाल का शव उस के घर वालों को सौंपा, जिस के बाद उस का अंतिम संस्कार हुआ.

गिरधारी लाल हत्याकांड मामला एसपी (जयपुर ग्रामीण) मनीष अग्रवाल के संज्ञान में आया तो उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष पुलिस टीम बनाई और टीम को हत्याकांड का खुलासा करने के निर्देश दिए. इस विशेष पुलिस टीम में डीएसपी (गोविंदगढ़) बालाराम, डीएसपी (जोबनेर) मुकेश चौधरी, एसएचओ (गोविंदगढ़) धर्म सिंह, एसएचओ (कालाडेरा) हरवेंद्र सिंह, एसएचओ (रेनवाल) उमराव सिंह, साइबर सेल के सरदार सिंह, लक्ष्मी, मदनलाल, सुभाष, अशोक कुमार, महेश, मोहनलाल, भींवाराम, रामस्वरूप, सीताराम, कविता, भगवती, कैलाशचंद, हरीश कुमार, महेश, मदनलाल और जयप्रकाश को शामिल किया गया.

पुलिस अधिकारियों ने घटना पर विचारविमर्श किया तो लगा कि हत्या का यह मामला भी जर, जोरू और जमीन से ही जुड़ा हुआ हो सकता है. टीम द्वारा गिरधारी लाल के चालचरित्र पर जानकारी इकट्ïठा की गई. तब पुलिस को गिरधारीलाल की पत्नी कमला उर्फ पूजा और मृतक की मौसी के बेटे रमेश कुमार ढाका का चरित्र संदेहास्पद लगा.

पत्नी पर हुआ शक

पुलिस को जानकारी मिली कि गिरधारी का मौसेरा भाई रमेश कुमार अकसर गिरधारी की गैरमौजूदगी में उस के घर पर उस की पत्नी कमला के साथ पिछले कुछ महीनों से देखा जा रहा है. पुलिस के हाथ ये सूत्र लगा तो पुलिस ने कमला उर्फ पूजा के मोबाइल की काल डिटेल्स, सोशल मीडिया मैसेज आदि की जांच की.

जांच में सामने आया कि गिरधारी की पत्नी कमला उर्फ पूजा ने मृतक के मौसेरे भाई रमेश कुमार से जनवरी 2023 महीने में 800 बार बातचीत की थी. सोशल मीडिया पर भी कई बार मैसेज का आदानप्रदान कमला और रमेश के बीच होना सामने आया. पुलिस को अब इन दोनों पर शक ही नहीं, पूरा यकीन हो गया था कि यही गिरधारी लाल हत्याकांड में शामिल हैं. बस फिर क्या था, पुलिस टीम ने मृतक की पत्नी कमला को रविवार 5 फरवरी, 2023 को पुलिस हिरासत में ले कर कड़ी पूछताछ की.

पहले तो वह थोड़ी देर तक नानुकुर करती रही, मगर जब उस के सामने यह सबूत रखा गया कि उस ने रमेश कुमार के साथ जनवरी में फोन पर 800 बार क्या बातचीत की? रमेश के साथ इतनी बातें क्यों करती थी? उस का रमेश से क्या रिश्ता है, जो रात में भी वह घंटों उस से बातें करती थी? यह सुन कर कमला अंदर तक कांप गई. वह समझ गई कि उस की पोल खुल चुकी है. सच्चाई बताने में ही भलाई है.

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