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विकास ने गुस्से में यह बात बोल तो दी थी, लेकिन जब उस ने इस बारे में ठंडे दिमाग से सोचा तब डाइवोर्स और उस के बाद आजीवन बीवी को दिए जाने वाले खर्च की सोच कर हिल गया. विकास ने इस बारे में अमीषा से भी बात की कि वह कोई ऐसा तरीका निकाले, जिस से सांप भी मर जाए और लाठी भी टूटे. अमीषा ने सीधा उपाय बताया कि क्यों उन के प्रेम संबंध की राह में रोड़ा बनी सोनिया को ही ठिकाने लगा दिया जाए. मगर कैसे? यह सवाल भी उठा.

इस का जवाब दोनों अपनेअपने तरीके से तलाशने लगे. उन्हें इन दिनों बन चुकी हर मर्ज की एक दवा गूगल का खयाल आया. और फिर वे विवाहेतर संबंध को कायम रखने से ले कर उस के समाधान निकालने तक के उपाय तलाशने लगे. ऐसा करते हुए 3 महीने गुजर गए. पत्नी सोनिया के साथ की मधुरता में और कमी गई. एक दिन विकास को एक तरकीब सूझी. उस ने अमीषा को उस बारे में बताया. अमीषा उस की तरकीब सुन कर चौंक गई. साथ ही उस की आंखों में चमक गई. आंखों के इशारेइशारे में एकदूसरे को मौन स्वीकृति दे दी.

साल 2022 का अंतिम सप्ताह चल रहा था. क्रिसमस का त्यौहार खत्म हो चुका था और लोग नए साल की पूर्वसंध्या पर जश्न मनाने की तैयारी में थे. दिल्ली-गाजियाबाद हाईवे पर होटल, मौल, रेस्टोरेंट में खूब सजावट की गई थी. गहमागहमी बढ़ी हुई थी. इसी के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस की मुस्तैदी भी बढ़ा दी गई थी. उन्हीं दिनों विकास शर्मा को सूचना मिली कि उस का छोटा साला बीमार चल रहा है. वह बारबार अपनी बड़ी बहन सोनिया से मिलने की रट लगा रहा है.

दरअसल, विकास शर्मा जनपद गाजियाबाद के मोदीनगर कस्बे के आनंद विहार मोहल्ले में पत्नी सोनिया शर्मा और 3 बच्चों के साथ रहता था. उस की ससुराल हापुड़ के आर्यनगर में है. यह कहें कि सोनिया के मायके में भरापूराखुशहाल परिवार है. मातापिता के अलावा भाईबहन हैं. करीब 12 साल पहले सोनिया की शादी विकास शर्मा के साथ हुई थी. उन की जिंदगी भी मजे में गुजर रही थी, किंतु कोरोना काल में वे भी कई समस्यों से घिर गए थे. हालांकि उन्होंने समय रहते हुए सामान्य जीवन की राह पकड़ ली थी, फिर भी उस में थोड़ी सी खलल विकास और अमीषा के प्रेम संबंध को ले कर पड़ने लगी थी. व्यक्तिगत तौर पर सोनिया इस कारण तनाव में रहने लगी थी. इस बात की जानकारी उस के मायके में खासकर पिता त्रिलोकचंद शर्मा को हो चुकी थी.

एक बार इस संबंध में सोनिया के पिता त्रिलोकचंद शर्मा ने अपने 38 वर्षीय दामाद विकास को समझाने की भी तब कोशिश की थी, जब उन्हें मालूम हुआ था कि वह उन की बेटी सोनिया को तलाक देने के कागजात बनवा रहा है. जब त्रिलोकचंद के बेटे की तबीयत खराब चल रही थी, तब उन्होंने सोनिया को अपने घर बुलवाया था. वह चाहते थे कि इसी बहाने विकास भी सोनिया के साथ आएगा, तब वह उसे सामने बैठा कर समझा देंगे.

पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 30 दिसंबर, 2022 की शाम को सोनिया अपने बीमार भाई को देखने के लिए ससुराल मोदीनगर से मायके हापुड़ के लिए निकली थी. बच्चे मोदीनगर में ही रुक गए थे. विकास अपनी गाड़ी खुद ड्राइव कर रहा था. इस की जानकारी त्रिलोकचंद शर्मा को भी थी. उन्होंने बेटी दामाद की खातिरदारी का इंतजाम कर लिया था. तय कार्यक्रम के मुताबिक उन्हें अगले दिन रुक कर शाम को मोदीनगर लौटना था.

रात के 9 बजे गए तब त्रिलोकचंद ने अपनी बेटी को फोन मिलाया. वह बंद मिला. फिर उन्होंने दामाद विकास को काल किया. विकास से बात हुई. वह घबराया हुआ था. हांफते हुए परेशान हालत में उस ने जो कुछ बताया, उसे सुन कर त्रिलोकचंद का दिमाग कुछ पल के लिए सुन्न हो गया. सिर पकड़ कर वह कुरसी पर बैठ गए. परिवार के सदस्यों के पूछने पर सिर्फ इतना ही बोल पाए, ‘‘जिस बात का डर था, वही हुआ…’’ और फिर रोने लगे.

विकास ने उन्हें फोन पर सोनिया की डेथ हो जाने की सूचना दी थी और वह उस वक्त पुलिस स्टेशन में था. रात के 8 बजे विकास ने यूपी-112 को सूचना दी थी कि हापुड़ जिले में निजामपुर कट के पास अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने उन के साथ लूटपाट की है. उस दरम्यान लुटेरों ने हापुड़ के निजामपुर में पत्नी सोनिया की हत्या कर दी. लूट के दौरान हत्या जैसी सनसनीखेज वारदात सुनते ही एसपी दीपक भूकर समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए. इस मामले की तहकीकात के लिए तुरंत हापुड़ नगर पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच को भी लगा दिया गया.

बेटी के बारे में मिली इस दुखभरी खबर पर त्रिलोकचंद को विश्वास नहीं हो रहा था. वह तुरंत थाने पहुंचे और उन्होंने लूटपाट की बात को गलत बताते हुए दामाद पर ही हत्या का आरोप लगा दिया. एसएचओ यह सुन कर हैरान हो गए. हापुड़ पुलिस ने लूटपाट और हत्या दोनों सिरे से जांच शुरू करवा दी. पुलिस ने विकास के मोबाइल की काल डिटेल्स निकलवाई. उस की जांच में पता चला कि घटना के करीब 3 घंटा पहले विकास की अमीषा से बातचीत हुई थी. जबकि लूटपाट की घटना का समय उस ने रात के 8 बजे बताया था.

इस अंतर को देख कर विकास को ले कर पुलिस का शक और भी गहरा गया. यहां तक कि उस के ससुर द्वारा लगाए गए आरोप के कारण भी वह संदेह के दायरे में गया था. ससुर ने कंपनी में काम करने वाली मनीषा दलाल के प्रेम संबंध के चक्कर में सोनिया की उपेक्षा करने और झगड़ने की शिकायत की थी. फिर क्या था, अमीषा की भी तलाश की जाने लगी. उस के बारे में विकास से पूछताछ की जाने लगी, जिस का वह सटीक जवाब नहीं दे पाया.

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