UP Crime News : राजकुमार पढ़ालिखा ही नहीं था, सरकारी नौकरी में भी था. उस की पत्नी आशा भी पढ़ीलिखी होने के साथसाथ खूबसूरत भी थी. दोनों की अच्छी जोड़ी थी. अचानक राजकुमार के मन में ऐसा क्या आया कि वह बीवी का हत्या करने को मजबूर हो गया. उत्तर प्रदेश के जिला मथुरा के नंदगांव का रहने वाला सुनहरीलाल इलाहाबाद में किसी सरकारी विभाग में नौकरी करता था. उस के परिवार में पत्नी शारदा के अलावा बेटी आशा और बेटा राजकुमार उर्फ राजू था. चूंकि सुनहरीलाल इलाहाबाद में परिवार के साथ रहता था, इसलिए आशा और राजकुमार ने वहीं पढ़ाई की थी.
आशा एमए कर के कोई नौकरी कर पाती, सुनहरीलाल रिटायर हो कर गांव आ गया था. आशा की पढ़ाई पूरी हो गई थी और वह शादी लायक हो गई थी, इसलिए सुनहरीलाल को उस की शादी की चिंता हुई. वह लड़के की तलाश में भागदौड़ करने लगे. भागदौड़ का सुखद परिणाम भी निकला. एटा के थाना सकीट के गांव नौरंगाबाद निवासी रौशनलाल बघेल का छोटा बेटा राजकुमार उन्हें आशा के लिए पसंद आ गया तो उन्होंने बेटी की शादी उस के साथ तय कर दी. आशा पढ़ीलिखी तो थी ही, खूबसूरत भी थी, इसलिए लड़के वालों के मना करने का सवाल ही नहीं था. राजकुमार भी कम खूबसूरत नहीं था. एकदम आशा के जोड़ का था. लेकिन वह आशा से कम पढ़ा था.
आशा एमए पास थी, जबकि वह बीए तक ही पढ़ा था. लेकिन उसे शीतलपुर विकास खंड में सफाईकर्मी की नौकरी मिल गई थी. बीए पास राजकुमार ने यह नौकरी मजबूरी में की थी. क्योंकि काफी भागदौड़ और मेहनत के बाद भी उसे कोई ढंग की नौकरी नहीं मिली थी. संयोग से मायावती शासनकाल में सफाईकर्मियों की भरती की गई तो उसे यह नौकरी मिल गई थी. राजकुमार सरकारी नौकरी में था. स्मार्ट होने के साथसाथ व्यवहारकुशल भी था. इसलिए उस से झाड़ू लगवाने के बजाय विकास खंड अधिकारी औफिस का काम कराने लगे थे. वह मेहनत और लगन से काम करता था, इसलिए औफिस के लोग उसे पसंद करते थे. यही सब देख कर सुनहरीलाल ने आशा के लिए राजकुमार को पसंद किया था.