स्पा सेंटर में सोशल एक्टिविस्ट गुरु सिद्धप्पा वाघमारे की हत्या की जांच करने पुलिस पहुंची तो वाघमारे की दोनों जांघों पर 22 नामों के टैटू गुदे हुए थे. जांच में पता चला कि वे सभी नाम उस के दुश्मनों के थे. रोमांच से भरी इस कहानी में आप भी जानें कि टैटुओं के सहारे हत्यारों तक कैसे पहुंची पुलिस?

24 जुलाई, 2024 की सुबह साढ़े 9 बजे  मुंबई के वर्ली पुलिस स्टेशन के पुलिस कंट्रोल रूम में फोन आया. फोन 'सौफ्ट टच स्पाके मालिक संतोष शेरेकर ने किया था. उस ने बताया कि उस के स्पा में एक व्यक्ति का मर्डर हो गया है. यह सुनते ही पुलिस में हड़कंप मच गया. तुरंत ही पुलिस की एक टीम बताए गए स्पा सेंटर जा पहुंची. वहां जा कर पता चला कि गुरु वाघमारे का कत्ल हुआ है. पुलिस को स्पा में खून से लथपथ वाघमारे की लाश मिली. उस का गला रेता गया था तथा पेट पर भी धारदार हथियार के निशान थे.

पूछताछ में स्पा सेंटर के मालिक संतोष शेरेकर ने पुलिस को बताया कि बीती रात करीब साढ़े 12 बजे वाघमारे अपनी 21 वर्षीय गर्लफ्रेंड मैरी जोसेफ के साथ उस के स्पा सेंटर पहुंचा था. तब तक स्पा में काम करने वाले स्टाफ अपनेअपने घर जा चुके थे. स्टाफ के लोग वाघमारे को जानते थे. उसे भी सुबह साढ़े 9 बजे जब वाघमारे की गर्लफ्रेंड ने फोन कर वाघमारे के कत्ल की बात बताई, तब वह स्पा पहुंचा. वहां देखा तो गुरु वाघमारे की लाश मिली, तब पुलिस को खबर दी. यानी कत्ल तो उस के स्पा में हुआ था, लेकिन उसे इस वारदात की खबर नहीं थी.

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