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मामला हत्या का ही लग रहा था. इस की जानकारी दोनों सिपाहियों ने थानाप्रभारी ऋषिपाल सिंह को दी. यह जानकारी मिलते ही थानाप्रभारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए.

टीम में महिला पुलिसकर्मी भी थीं. ऋषिपाल सिंह ने बारीकी से घटनास्थल का मुआयना किया. आसपास के लोगों से पूछताछ की. महिला पुलिस शबनम पर नजर रखे हुए थी. थानाप्रभारी को शबनम के बयानों में साजिश की बू आ रही थी.

पुलिस ने मौके की काररवाई निपटाने के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए बदायूं जिला मुख्यालय भेज दिया. यह बात 4 जुलाई, 2022 की सुबह 10 बजे की है. शबनम लगातार बिजली का करंट लगने की रट लगाए हुए थी. वह पति के गम में विलाप कर रही थी. तीनों बच्चों का रोनाधोना देख मौके पर उपस्थित अन्य लोगों की भी आंखें नम हो गई थीं.

जांच में पुलिस को शबनम और सलीम के अवैध संबंधों की जानकारी मिल गई. पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव जाने के बाद शबनम को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया.

थाने ले जा कर उस से पूछताछ की, तब वह पुलिस के सवालों में उलझ गई. सलीम के साथ संबंध के सवालों के आधेअधूरे जवाब ही दे पाई.

आखिर में वह टूट गई और उस ने पति की हत्या का जुर्म स्वीकार लिया. हत्या का जुर्म कुबूल करते हुए उस ने घटना की जो कहानी सुनाई, वह इस प्रकार है—

शबनम उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के थाना जरीफनगर के अंतर्गत गांव परड़वा की रहने वाली थी. करीब 10 साल पहले उस का निकाह इसलामनगर से 4 किलोमीटर दूर मऊकलां गांव के रहने वाले शरीफ के साथ हुआ था. शरीफ बढ़ई था जो दिल्ली में काम करता था.

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