गुरुग्राम के बादशाहपुर में रहने वाला बिजनैसमैन दिनेश यादव एडवरटाइजिंग एजेंसी चलाता है. उसे नए कंटेंट क्रिएटर और फीमेल मौडल की तलाश थी. साल 2022 के 2 महीने निकल गए थे. उस के दिमाग में कुछ अलग और नया करने का कांसेप्ट कुलबुला रहा था. 8-9 मौडल्स का वह इंटरव्यू ले चुका था. लेकिन बात नहीं बनी थी.
एक दिन लंच के बाद सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम पर स्क्राल करते हुए 6 सेकेंड के एक रील पर उस की नजर टिक गई थी.
रील एक बेहद सुंदर मौडल की थी. चेहरा जितना खूबसूरत, फिगर उतनी ही तराशी हुई. चंद शब्दों के संवाद अदायगी का अंदाज और उच्चारण गजब का था. दिनेश के चेहरे पर एक मुसकान फैल गई. उस ने महसूस किया कि शायद अब उस की तलाश पूरी होने वाली है.
तुरंत रील पोस्ट करने वाले का प्रोफाइल देखने लगा. नाम नामरा कादिर, आर्टिस्ट, यूट्यूबर इंफ्लूएंसर, दिल्ली निवासी, 480 पोस्ट, इंस्टा पर 2 लाख से ज्यादा फालोअर और यूट्यूब पर 6 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर. उम्र मात्र 22 साल.
उस ने तुरंत अपने असिस्टेंट को यूट्यूबर से कौंटेक्ट कर जल्द मीटिंग अरेंज करने का आदेश दे दिया. उस की नजर में नाम बड़ा था और पहचान भी बड़ी थी, इसलिए उस से औफिस के बाहर कहीं मीटिंग के लिए कहा था.
असिस्टेंट ने घंटे भर के भीतर ही गुरुग्राम के एक रेस्टोरेंट में नामरा कादिर की दिनेश के साथ 2 दिनों बाद शाम के वक्त मीटिंग अरेंज करवा दी.
दिनेश और नामरा की मीटिंग निर्धारित समय पर हो गई. दोनों के बीच अच्छी बातचीत हुई. दोनों के हमउम्र होने के कारण प्रोफेशन के बारे में सहज बातचीत हुई. दिनेश ने नामरा के वीडियो और रील्स की काफी तारीफ की. साथ ही वह उस की तारीफ करने से भी नहीं चूका.
वह बोला, ‘‘आप तो बौलीवुड की हीरोइन को मात करती हैं. आप का साथ मिला तो भविष्य में मैं ही आप को ले कर कोई फिल्म लांच कर दूंगा.’’
उन्होंने एकदूसरे के सहयोग के लिए न केवल हाथ बढ़ाया, बल्कि हाथ भी मिला लिया. एक छोटी सी बिजनैस डील हुई. डील के मुताबिक दिनेश के बिजनैस को प्रमोट करने के लिए नामरा ने 2 लाख रुपए मांगे, ताकि वह नामरा के लाखोंकरोड़ों व्यूअर्स के पास पहुंच बना कर अपनी कंपनी का प्रमोशन कर सके.
पहली मीटिंग में नामरा से प्रभावित हो गया दिनेश
उसी दिन उन्होंने एक सप्ताह बाद अगली मीटिंग की तारीख भी तय कर ली, जिस में प्रमोशन संबंधी कंटेंट पर बातों करनी थी और उसी दिन 2 लाख रुपए पेमेंट भी किया जाना था. इस बार दिनेश को नामरा ने अपनी पसंद की जगह गुरुग्राम के मल्टीप्लेक्स रेस्टोरेंट में मिलने के लिए बुलाया.
निर्धारित समय पर नामरा मल्टीप्लेक्स के रेस्टोरेंट में दिनेश के इंतजार में बैठी थी. कुछ देर बाद वहां दिनेश पहुंच गया. मिलते ही दिनेश ने कहा, ‘‘सौरी नामरा मुझे थोडी देर हो गई.’’
‘‘आइए, कोई बात नहीं, बिजनैस में 5-7 मिनट की देरी कोई मायने नहीं रखती है.’’ नामरा अदब के साथ बोली, ‘‘क्या मंगवाऊं आप के लिए कौफी या कुछ और?’’
‘‘फिलहाल तो कौफी ही, फिर आगे देखता हूं.’’ दिनेश बोला.
नामरा ने बैरे की ओर इशारा किया और मेनू में कौफी की लिस्ट देखने लगी.
‘‘आप के वीडियो में एकएक अदा पर लाइक्स और कमेंट की बारिश होती है.’’ दिनेश ने नामरा की तारीफ के साथ बात शुरू की.
‘‘मैं तो हूं ही ऐसी.’’ नामरा इतराई.
‘‘इस समय कौन से नए प्रोजैक्ट पर काम कर रही हैं?’’ दिनेश ने पूछा.
‘‘है एक, उसे सीरीज में बनाऊंगी… आजकल के लड़कों पर आधारित होगा.’’
‘‘उस में मुझे जगह मिलेगी क्या?’’ दिनेश ने कहा.
‘‘हैंडसम हो. डैशिंग पर्सनैल्टी है. चाहेंगे तो जरूर कोई न कोई जगह निकाल लूंगी.’’ नामरा बोली.
‘‘वेब सीरीज होगी क्या?’’ दिनेश ने पूछा.
‘‘नहींनहीं, उस में तो बहुत पैसा खर्च होता है. यूं ही दिल्ली और उस के आसपास के 2-4 लोकेशनों पर शूट करवा लूंगी. ज्यादा से ज्यादा एक सीरीज 10-12 मिनट की होगी. यूट्यूब पर डाल दूंगी.’’ नामरा बोली.
‘‘सब्जेक्ट क्या होगा?’’ दिनेश ने उत्सुकता दिखाई.
‘‘यही तो राज है मेरा. लेकिन हां, एक में 2-3 कलाकार ही होंगे. उस में लड़कियों के पीछे भागने वाले लार टपकाते अमीरजादों को सबक मिलेगा.’’ नामरा बोली.
‘‘नाम तो बता दो, मैं कोई गैर थोड़े हूं. आप को अपनी कंपनी के प्रमोशन का जिम्मा दिया है. इतना तो जानना चाहूंगा ही कि मेरी कंपनी को किस जगह प्रमोट किया जाने वाला है.’’ दिनेश ने एक बार फिर उत्सुकता दिखाई.
‘‘लुटेरी गर्लफ्रैंड… खुश.’’ नामरा चहकती हुई बोली और हरियाणवी गाना गुनगुनाने लगी, ‘तेरी लाट लग जागी…’
‘‘अच्छा! अभी तक तो लुटेरी दुलहन सुना था …और अब लुटेरी गर्लफ्रैंड! क्या खूब नाम सोचा है.’’ दिनेश चहकते हुए बोला.
‘‘आखिर मैं कंटेंट क्रिएटर भी हूं. देखना उसे इतने मजेदार और ग्लैमर के लटकेझटके के साथ शूट करूंगी कि एक बार जो देखना शुरू करेगा अंत तक देखेगा.’’ नामरा हीरोइन जैसी अदाकारी के साथ बोली.
‘‘फिर तो सब्सक्राइबर्स की बरसात हो जाएगी.’’ दिनेश ने कहा.
‘‘अरे, उस में भीगती लड़की और लचकती कमर का भी सीन रखूंगी.’’ नामरा बोली.
दिनेश ने उस के चेहरे को आश्चर्य से देखा.
‘‘एक कौफी और मंगवाऊं क्या?’’ नामरा उस की तंद्रा को तोड़ते हुए बोली.
‘‘नहींनहीं, अब मुझे चलना चाहिए…’’ स्मार्टवाच पर आए मैसेज को देखते हुए कहा.
‘‘तुम्हारी स्मार्टवाच बहुत महंगी दिखती है.’’
‘‘हां, 80के की है.’’
‘‘आजकल लोग हजार को ‘के’ क्यों बोलते हैं?’’ नामरा बोली.
‘‘बस ऐसे ही चलन हो गया है. अरे हां, तुम्हें पमेंट देनी है. कुछ औनलाइन करता हूं और बाकी कैश. चलेगा न?’’ दिनेश ने कहा.
‘‘हांहां, मेरे मोबाइल नंबर पर कर दो.’’ नामरा बोली.
उस ने बैरे को पेमेंट के लिए इशारा किया. कुछ मिनटों में ही बैरा बिल ले कर आ गया. नामरा अपना पर्स खोलने लगी, तब तक दिनेश ने अपना कार्ड उसे दिया.
‘‘अरे तुम क्यों? मैं ने तुम्हें बुलाया था.’’
‘‘कोई बात नहीं, मकसद तो हम दोनों का एक ही था. अच्छा लगा, तुम ने मुझे तुम कहा.’’ कहते हुए दिनेश की हंसी फूट गई.
उन की दूसरी प्रोफैशनल मीटिंग एक मजेदार मुलाकात में बदल गई थी. दोनों अपनेअपने मकसद को पूरा होने की खुशी से सराबोर हो चुके थे.