अपनी मां के गिर कर जख्मी होने और पड़ोसियों के कहने पर भी उन के उपचार में अनदेखी करने के संबंध में पूछे जाने पर रिंपल ने पुलिस को बताया, ‘‘मैं घबरा गई थी, क्योंकि मां के गिरने के कारण कमरे में जातेजाते ही उस की सांस चलनी बंद हो गई थी. लेकिन मैं ने सोचा कि शायद ऐसा गिरने के कारण हुआ होगा. रिश्तेदार मुझे इस के लिए दोषी ठहराएंगे, इसलिए जल्दबाजी में मैं ने उन्हें कुछ नहीं बताया. कुछ समय बाद ही मुझे पता चल गया कि वह मर चुकी है. फिर मैं ने लाश को ठिकाने लगाने का फैसला किया.’’
गूगल से मिली लाश के टुकड़े करने की जानकारी…
पुलिस द्वारा वीणा के मारे जाने की बात पूछे जाने पर रिंपल बारबार एक ही रट लगाती रही कि उस ने अपनी मां को नहीं मारा. वह जांच की शुरुआत के बाद से ही इस पर अडिग बनी हुई थी. उस का कहना था कि 27 दिसंबर, 2022 की सुबह जब उस की मां गिर गई थीं, तब वह सो रही थी. उठने के बाद जब मां उसे घर पर नहीं दिखीं, तब वह उन्हें देखने गई, उन्हें सीढिय़ों पर गिरा देखा था. इस तरह छानबीन और पूछताछ के बाद पुलिस इस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई थी कि वीणा जैन की मौत दुर्घटनावश गिरने से हुई थी या रिंपल ने ही उन्हें धक्का दे कर गिरा दिया था. पुलिस के लिए यह जांच कर यह साबित करना कठिन था. कारण इस का कोई गवाह नहीं मिल पाया था.
लाश के टुकड़े किए जाने के बारे में पुलिस ने रिंपल से सख्ती के साथ पूछताछ की. इस पर रिंपल ने बताया कि उस ने अपनी मां के शरीर के टुकड़े करने के लिए गूगल की मदद ली थी. इस के बाद दुर्गंध मिटाने के लिए उस ने एयर फ्रैशनर, 100 बोतल परफ्यूम, चाय पत्ती और फिनाइल का इस्तेमाल किया था. वह लालबाग मार्केट से ही एक इलैक्ट्रिक मार्बल कटर भी खरीद लाई थी. पुलिस के मुताबिक, उस ने मार्बल कटर, चाकू और हंसिया से मां के शरीर के टुकड़े कर दिए. इस के बारे में उस ने जो कुछ बताया, वह काफी रोंगटे खड़े करने जैसा ही है.
बेदर्द बेटी रिंपल ने पहले अपनी मां की लाश के हाथों को शरीर से अलग किया. उस के बाद पैर और फिर जांघें काटीं. उस के बाद उस ने सिर धड़ से अलग किया और धड़ को एक बोरी में भर दिया. उस बोरी को उस ने अलमारी के अंदर रख दिया था. रिंपल की इन बातों को सुन कर कोई नहीं कह सकता कि वह बेटी है या कसाई. पड़ोसियों तक को दुर्गंध नहीं पहुंचे, इस के लिए एयर फ्रैशनर, चाय पत्ती और फिनाइल तक का इस्तेमाल किया.
रिंपल के इस बयान पर पुलिस यह मानने को तैयार नहीं थी कि उस ने अकेले इस वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस को शक था कि जरूर उस ने कई लोगों की मदद ली होगी. हालांकि रिंपल ने अपना सारा पैसा काटने वाली मशीन पर ही खर्च कर दिया था. इस कारण वह चाल के ग्राउंड फ्लोर पर श्रीसाईं फूड सेंटर से उधार पर खाने का सामान मंगवाने लगी थी. इस की पुष्टि दुकानदार के वाट्सएप मैसेज से हुई.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस जांच इस नतीजे पर पहुंची कि वीणा की मौत 27 दिसंबर, 2022 को ही हो गई थी. इस की डीसीपी (जोन 4) डा. प्रवीण मुंधे ने सभी जांच और बयानों के आधार पर पुष्टि की. फिर भी पुलिस को इस की पुष्टि करने वाले और सबूत नहीं मिले. यह भी पता नहीं चल पाया कि रिंपल को कटर और चाकू की सप्लाई किस ने की थी. पुलिस की नजर उस संदिग्ध पर भी गई, जो संभवत: रिंपल का बौयफ्रैंड था और लगातार उस के संपर्क में था. लाश ठिकाने लगाने का नहीं मिला मौका
उस का नाम बौबी अमजद अली (27) है. उस के बारे में पुलिस को पहले ही मालूम हो चुका था कि वह लालबाग में एक सैंडविच स्टाल चलाता है, लेकिन लखनऊ का रहने वाला था. वह 7 जनवरी को मुंबई से अपने होमटाउन चला गया था. उस की 7 मार्च, 2023 तक फोन काल के माध्यम से रिंपल से बातचीत होती रहती थी. कालाचौकी पुलिस 16 मार्च, 2023 को उसे यूपी से पकड़ कर मुंबई ले आई. उस से गहन पूछताछ के बाद उस ने स्वीकार लिया कि रिंपल की मां की लाश को ठिकाने लगाने के लिए छोटेछोटे टुकड़े बनाने में उस ने मदद की थी.
इस के बावजूद रिंपल लाश को ठिकाने लगाने में सफल नहीं हो पाई. क्योंकि चहलपहल भरी उस पुरानी चाल में सैंकड़ों परिवार रहते हैं और यह ठीक मुख्य सडक़ पर स्थित है. इस कारण चाल में और उस के आसपास हमेशा चहलपहल बनी रहती है. वहां आधी रात को ही थोड़ा सन्नाटा होता है, लेकिन सुबह 4 बजे ही चाल के बाहर चाय की दुकान खुल जाती है. यही कारण है कि रिंपल पकड़े जाने के भय से लाश ठिकाने लगाने के लिए मौका ढूंढती रह गई. आसपास के लोगों ने जब उस से मां के नहीं दिखाई देने के बारे में पूछा, तब उस ने मां के कानपुर चले जाने की बात बता दी.
हालांकि हैवान बेटी रिंपल के लिए मां की मौत और घर में ही लाश को छिपा कर रखना आसान नहीं था. उस की स्थिति विक्षिप्त जैसी होने लगी थी. उसे हमेशा यह डर सताता रहता था कि उसी इलाके में रहने वाले रिश्तेदार मिलने के लिए किसी भी समय आ सकते थे. पड़ोसियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि रिंपल शाम को आम रास्ते से हट कर टहलती थी. अपना फोन कान से लगाए रहती थी, ताकि उसे लोग यही समझें कि वह अपनी मां से बात कर रही है.
इस हत्याकांड के पीछे का जो कारण सामने आया वह था मांबेटी के बीच अकसर होने वाली कहासुनी. वह मां से इस बात को ले कर अकसर झगड़ पड़ती थी कि उस के एचआईवी पीडि़त होने के कारण ही उसे ताने सुनने पड़ते हैं. लोग उसे एड्स पीडि़ता की बेटी के रूप में जानते हैं. यह उसे बहुत बुरा लगता था. वह एक तरह से सामाजिक कलंक का शिकार थी. यही ताना रिंपल अपनी मां को भी मारती रहती थी. वह अपनी मां को परिवार की एक कलंक औरत कहती थी. इस कारण मां के साथ उस के संबंध हमेशा तनावपूर्ण बने हुए थे.
वीणा के पति प्रकाश जैन की 2005 में एचआईवी पाजिटिव के बाद मृत्यु हो गई थी. जब वीणा परिवार के साथ विरार के पालघर में रहती थी. उस के बाद से ही सुरेश पौरवाल को कई बार मां और बेटी के बीच हस्तक्षेप करना पड़ा था. वह उन की देखभाल कर रहे थे. उन्हें पैसे और रहने के लिए जगह का इंतजाम कर दिया था. पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद रिंपल को सेवरी में मैट्रोपोलिटन मजिस्ट्रैट की अदालत में 20 मार्च, 2023 को एस.एस. घरे के सामने पेश किया गया. वहां भी रिंपल वही बात दोहराती रही कि उस ने मां को नहीं मारा है, लेकिन क्राइम पैट्रोल देख कर लाश को ठिकाने लगाने का आइडिया लिया, जबकि यूट्यूब पर शव को सड़ाने का तरीका सीखा. कोर्ट से उसे और उस के प्रेमी बौबी अमजद अली को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.


