Delhi Crime News : दिल्ली स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट औफ इंडियन मैनेजमेंट के डायरेक्टर चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी की इंस्टीट्यूट में पढऩे वाली जिस छात्रा पर नीयत खराब हो जाती, उसे वह किसी तरह हमबिस्तर बनाने की कोशिश करता. और तो और उस ने छात्राओं के बाथरूम तक में हिडन कैमरे लगा रखे थे. दरजनों छात्राओं ने इस की शिकायत पुलिस से की. खुद को अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक गुरु बताने वाला यह आरोपी जब पुलिस के हत्थे चढ़ा तो इस के द्वारा की गई करोड़ों रुपए की जालसाजी, धोखाधड़ी के अपराधों की ऐसी कलई खुली कि...

यह बात सच है कि गलत काम की पोल एक न एक दिन जरूर खुलती है. चैतन्यानंद सरस्वती के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. खुद को इंटरनैशनल हस्ती बताने वाला यह तथाकथित संत धर्म के नाम पर गेरुआ कपड़े पहन कर घिनौने काम करेगा, ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था. चैतन्यानंद सरस्वती के गलत कामों का खुलासा तो 2 महीने पहले ही हो गया था, लेकिन उस का पटाक्षेप हुआ 27 सितंबर, 2025 को. दरअसल, चैतन्यानंद सरस्वती पिछले 2 महीने से दिल्ली पुलिस को छका रहा था. वह नाम बदलबदल कर कभी मथुरा, कभी वृंदावन और कभी आगरा में ठिकाने बदल कर घूम रहा था.

24 सितंबर को उस की लोकेशन आगरा में मिली थी. दक्षिणपश्चिम जिले के डीसीपी अमित गोयल के निर्देशन में वसंत कुंज थाने की पुलिस तुरंत सक्रिय हुई और आरोपी के लिए लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया. दिल्ली पुलिस की टीम 27 सितंबर को तड़के 3 बजे आगरा के ताजगंज इलाके में फतेहाबाद रोड स्थित होटल फस्र्ट पहुंची. वहां होटल के मैनेजर भरत ने बताया कि बाबा उन के होटल में किसी के साथ आए थे. उन्होंने आईडी जमा कराई थी. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के 2 अधिकारी सादे कपड़ों में होटल आए और रजिस्टर की जांचपड़ताल शुरू कर दी.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 12 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...