पवित्र प्रेम : गींदोली और कुंवर जगमाल की प्रेम कहानी – भाग 2
 जगमाल तीजनियों को लाने के दिन की प्रतीक्षा करने लगे. गींदोली अपने डेरे में अपनी आजादी के दिन का इंतजार कर रही थी. पर उस के मन में जगमाल की तसवीर उभर रही थी.
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