डर के शिकंजे में : विनीता को क्यों देनी पड़ी जान – भाग 2
वनिता की बातों के पीछे छिपे व्यंग्य को रावसाहेब अच्छी तरह समझ गया था. वह बोला, ‘‘अरे मैडम, एक बार सेकेंडहैंड को यूज कर के तो देखो. ऐसा कहकर वो उसे क्या बताना चाह रहा था ?
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