short story in hindi love : राजेंद्र और रीता बालबच्चेदार थे.  दोनों के बच्चे जवान थे. इस के बावजूद भी इन दोनों के बीच नाजायज संबंध स्थापित हो गए. अधेड़ उम्र का इन का प्यार इतना खतरनाक साबित हुआ कि..

36 36 वर्षीया रीता मनचली व महत्त्वाकांक्षी थी. कस्बे के तमाम लोग उस से नजदीकियां बढ़ाना चाहते थे. मगर पिछले 4 सालों से रीता के मन में बसा हुआ था, जो उस का रिश्तेदार भी था और हर समय उस का ध्यान भी रखता था. वह था उस के पड़ोस में रहने वाला 41 वर्षीय राजेंद्र सिंह. दोनों के संबंध बहुत गहरे थे. वे दोनों शादीशुदा थे. राजेंद्र 3 बच्चों का बाप था तो रीता भी 2 बच्चों की मां थी. राजेंद्र और रीता का पति मनोज दोनों ईंट भट्ठे पर काम करते थे. वहीं पर दोनों के बीच नजदीकियां बनी थीं. राजेंद्र व रीता के संबंधों की जानकारी रीता के पति मनोज तथा कस्बे के लोगों को भी थी.

इस बाबत रीता के पति मनोज ने दोनों को समझाने का काफी प्रयास भी किया था, मगर न तो रीता ही मानी और न ही राजेंद्र. उन दोनों का आपस में मिलनाजुलना चलता रहा. दोनों का प्यार इस मोड़ पर आ गया था कि वे दोनों एकदूसरे के बगैर नहीं रह सकते थे. लेकिन इसी दौरान 16 मार्च, 2021 को रीता गायब हो गई. उस के पति मनोज ने उसे सभी संभावित जगहों पर ढूंढा. वह नहीं मिली तो वह झबरेड़ा थाने पहुंच गया. थानाप्रभारी रविंद्र कुमार को उस ने बताया, ‘‘साहब, कल मेरी पत्नी रीता काम से सहेली हुस्नजहां के साथ बैंक गई थी लेकिन आज तक भी वह वापस नहीं लौटी है.

मैं उसे आसपास के क्षेत्रों व अपनी सभी रिश्तेदारियों में जा कर तलाश कर चुका हूं, मगर उस का अभी तक कुछ भी पता नहीं चल सका है.’’

इस के बाद थानाप्रभारी रविंद्र कुमार ने रीता की बाबत मनोज से कुछ जानकारी ली और रीता का मोबाइल नंबर नोट किया. फिर पुलिस ने रीता की गुमशुदगी दर्ज कर मनोज को घर भेज दिया. थानाप्रभारी रविंद्र कुमार ने रीता की गुमशुदगी को गंभीरता से लिया. पहले तो उन्होंने रीता के मोबाइल नंबर की काल डिटेल्स निकलवाई और इस प्रकरण की जांच थाने के तेजतर्रार थानेदार संजय नेगी को सौंप दी. मामला चूंकि महिला के लापता होने का था, इसलिए रविंद्र कुमार ने इस बाबत सीओ पंकज गैरोला व एसपी (क्राइम) प्रदीप कुमार राय को जानकारी दी. अगले दिन रीता के मोबाइल नंबर की काल डिटेल्स पुलिस को मिल गई थी. संजय नेगी ने विवेचना हाथ में आते ही क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली.

सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में रीता अपने पड़ोसी राजेंद्र के साथ बाइक पर बैठ कर जाती दिखाई दी. इस के बाद शक के आधार पर एसआई संजय नेगी ने राजेंद्र को हिरासत में ले लिया और उस से रीता के लापता होने के बारे में गहन पूछताछ की. पूछताछ के दौरान राजेंद्र पुलिस को बरगलाता रहा और कहता रहा कि उस की रीता से रिश्तेदारी है और उस ने रीता को थोड़ी दूर तक बाइक पर 2 दिन पहले लिफ्ट दी थी. लेकिन अब रीता कहां है, उसे इस बाबत कोई जानकारी नहीं है. शाम तक राजेंद्र इसी बात की रट  लगाता रहा. शाम को अचानक ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि स्थानीय गंगनहर में ग्राम सैदपुरा के निकट एक महिला का शव तैर रहा है.

इस सूचना पर तत्काल ही थानेदार संजय नेगी अपने साथ रीता के पति मनोज को ले कर वहां पहुंचे. संजय नेगी ने ग्रामीणों की मदद से रीता के शव को गंगनहर से बाहर निकलवाया. मनोज ने शव को देखते ही पहचान लिया कि वह शव उस की पत्नी रीता का ही था. शव के गले पर निशान थे. पुलिस ने मौके की काररवाई निपटा कर शव पोस्टमार्टम के लिए राजकीय अस्पताल रुड़की भेज दिया. रीता का शव बरामद होने की सूचना पा कर एसपी (क्राइम) प्रदीप कुमार राय थाना झबरेड़ा पहुंचे. राय ने जब राजेंद्र से पूछताछ की तो वह अपने को बेगुनाह बताने लगा.

राय व थानाप्रभारी रविंद्र कुमार ने जब सख्ती से राजेंद्र से पूछताछ की तो वह टूट गया और उस ने रीता की हत्या करना स्वीकार कर लिया और रीता से पिछले कई सालों से चल रहे प्रेम संबंधों को भी कबूल कर लिया. रीता की हत्या करने की राजेंद्र ने पुलिस को जो जानकारी दी, वह इस प्रकार है—

उत्तराखंड के जिला हरिद्वार के अंतर्गत कस्बा झबरेड़ा में स्थित एक ईंट भट्ठे पर पिछले 20 साल से राजेंद्र काम कर रहा था. उस के परिवार में उस की पत्नी सुनीता, बेटी प्रिया (21), दूसरी बेटी खुशी (15) व बेटा कार्तिक (12) था. ईंट भट्ठे पर काम कर के राजेंद्र को 15 हजार रुपए प्रतिमाह की आमदनी हो जाती थी. इस तरह से राजेंद्र के परिवार की गाड़ी अच्छी तरह से चल रही थी. उसी ईंट भट्ठे पर रीता का पति मनोज भी काम करता था. साथ काम करतेकरते मनोज और राजेंद्र में दोस्ती हो गई. फिर दोनों का एकदूसरे के घर आनाजाना शुरू हो गया. इस आनेजाने में रीता और राजेंद्र के बीच नाजायज संबंध हो गए. वह दोनों आपस में दूर के रिश्तेदार भी थे.

दोनों के संबंधों की खबर उन के घर वालों को ही नहीं बल्कि गांव वालों को भी हो गई थी. इस के बावजूद उन्होंने एकदूसरे का साथ नहीं छोड़ा. करीब 7 सालों तक उन के संबंध बने रहे. लेकिन पिछले साल अचानक राजेंद्र व रीता के जीवन में एक ऐसा मोड़ आ गया कि दोनों के बीच में दूरियां बढ़ने लगीं. 30 मार्च, 2020 का दिन था. उस समय देश में लौकडाउन चल रहा था. उस दिन जब राजेंद्र से रीता मिली थी तो रीता ने राजेंद्र के सामने शर्त रखी कि वह उस के साथ शादी कर के अलग घर में रहना चाहती है. रीता की यह बात सुन कर राजेंद्र सन्न रह गया था. उस ने रीता को समझाया कि अब इस उम्र में यह सब करना हम दोनों के लिए उचित नहीं होगा, क्योंकि हम दोनों पहले से ही शादीशुदा व बड़े बच्चों वाले हैं.

इस कारण हम दोनों के परिवार वालों की भी अलग रहने से जगहंसाई होगी. हम किसी अंजान परेशानी में भी पड़ सकते हैं. राजेंद्र के काफी समझाने पर भी रीता नहीं मानी और राजेंद्र से शादी करने के लिए जिद करने लगी. खैर उस वक्त तो राजेंद्र किसी तरह से रीता को समझाबुझा कर वापस आ गया. मगर उस ने इस के बाद रीता से दूरी  बनानी शुरू कर दी. उस ने उस का मोबाइल अटैंड करना कम कर दिया था और उस से कन्नी काटने लगा था. अपनी उपेक्षा से आहत रीता घायल शेरनी की तरह क्रोधित हो गई थी तथा उस ने मन ही मन में राजेंद्र से बदला लेने का निश्चय कर लिया. उस दौरान राजेंद्र अपनी बड़ी बेटी प्रिया की शादी के लिए वर की तलाश में था.

राजेंद्र अपनी बिरादरी के लोगों से शादी के लिए प्रिया के संबंध में बात करता रहता था. जब इस बात का पता रीता को चला कि राजेंद्र अपनी बेटी के लिए लड़का तलाश रहा है तो उस ने राजेंद्र की बेटी की शादी में अड़ंगा लगाने का निश्चय किया. इस के बाद जो भी लोग प्रिया को शादी के लिए देखने आते तो रीता उन लोगों से संपर्क करती थी और उन्हें बताती थी कि राजेंद्र की बेटी प्रिया का किसी से चक्कर चल रहा है. रीता के मुंह से यह बात सुन कर राजेंद्र की बेटी से शादी करने का प्लान बनाने वाले लोग शादी करने का विचार बदल देते थे. इस प्रकार रीता ने प्रिया से शादी करने वाले 2 परिवारों को झूठी व भ्रामक जानकारी दे कर प्रिया के रिश्ते तुड़वा दिए थे.

जब इस बात की जानकारी राजेंद्र को हुई तो वह तिलमिला कर रह गया था. धीरेधीरे समय बीतता चला गया. वह 28 फरवरी, 2021 का दिन था. उस दिन अचानक एक ऐसी घटना घट गई, जिस से राजेंद्र तड़प उठा और उस ने रीता की हत्या करने की योजना बना डाली. हुआ यूं कि 28 फरवरी, 2021 को कस्बे में रविदास जयंती मनाई जा रही थी. उस समय राजेंद्र की छोटी बेटी खुशी ट्यूशन पढ़ कर वापस घर जा रही थी. तभी रास्ते में उसे रीता का बेटा सौरव खड़ा दिखाई दिया. खुशी कुछ समझ पाती, इस से पहले ही सौरव ने खुशी के साथ अश्लील हरकतें करनी शुरू कर दीं. इस के बाद खुशी ने शोर मचा दिया था. खुशी के शोर मचाने पर सौरव वहां भाग गया था.

खुशी ने घर आ कर इस छेड़खानी की जानकारी अपने पिता राजेंद्र को दी. राजेंद्र ने इस के बाद रीता को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. अब हर समय राजेंद्र रीता की हत्या का तानाबाना बुनने लगा था. दूसरी ओर रीता राजेंद्र के इस खतरनाक इरादे से बेखबर थी. योजना के तहत राजेंद्र ने 15 मार्च, 2021 को रीता को फोन कर के कहा था कि वह उसे 20 हजार रुपए नकद देना चाहता है, इस के लिए उसे मंगलौर आ कर मिलना पड़ेगा.

उस की इस बात पर लालची रीता राजी हो गई. 16 मार्च को रीता उस के साथ बाइक पर बैठ कर मंगलौर के लिए चल पड़ी. जब दोनों सैदपुरा की गंगनहर पटरी पर पहुंचे तो राजेंद्र ने बाइक रोक कर रीता से कहा, ‘‘मैं तुम्हें सरप्राइज दे कर 20 हजार रुपए देना चाहता हूं, तुम जरा मुंह दूसरी ओर घुमा लो.’’

जैसे ही रीता ने मुंह दूसरी ओर घुमाया तो राजेंद्र ने तत्काल ही रीता के गले में लिपटी चुन्नी से उस का गला घोंट दिया. रीता की हत्या के सबूत मिटाने के लिए उस के मोबाइल व चुन्नी को गंगनहर के पानी में फेंक दिया. इतना सब कर के वह बाइक द्वारा अपने घर लौट आया था. पुलिस ने राजेंद्र के बयान दर्ज कर लिए और इस प्रकरण में उस के खुलासे के बाद इस मुकदमे में धारा 302 व 201 बढ़ा दी थी. एसआई संजय नेगी ने अभियुक्त की निशानदेही पर गंगनहर पटरी से झाडि़यों में फंसी रीता की चुन्नी भी बरामद कर ली. रीता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उस की मौत का कारण गला घोंटने से दम घुटना बताया गया था.

राजेंद्र से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया. short story in hindi love

—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित

 

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