Real Crime Stories in Hindi : 30 वर्षीय रवीना की मेहनत रंग ला रही थी. उस की रील्स को लोग पसंद कर रहे थे. वहीं दूसरी ओर उस का पति प्रवीण कुमार यादव उन रील्स को अश्लील बता कर समझता था कि पत्नी की वजह से परिवार की बदनामी हो रही है. दूसरे उसे यह भी शक था कि जिस सुरेश राघव नाम के युवक के साथ वह रील बना रही है, उस से उस का चक्कर चल रहा है. पतिपत्नी के बीच इसी बात को ले कर होने वाली यह किचकिच एक दिन इस मुकाम पर पहुंच गई कि…

पति प्रवीण कुमार यादव के रोजरोज के तानों और पिटाई से रवीना तंग आ चुकी थी. प्रवीण कुमार की एक ही जिद थी कि वह रील बनानी बंद कर के अपने बेटे की तरफ ध्यान दे, लेकिन रवीना ने बड़ी मेहनत से अपने फालोअर्स बढ़ाए थे, जिन की वजह से उसे यूट्यूब से अच्छी आमदनी हो रही थी. वह अपनी आमदनी को बंद नहीं करना चाहती थी. उस की समझ में नहीं आ रहा था कि वह ऐसे में क्या करे. ऐसे में वह अपने प्रेमी सुरेश राघव से मिली. रवीना की आंखों में आंसू भरे थे. सुरेश राघव ने उस के आंसू अपनी हथेलियों से पोंछते हुए कहा, ”आज फिर पति से झगड़ा हुआ?’’

”तुम्हें क्या बताऊं! उस ने मेरा जीना हराम कर रखा है. जिंदगी नरक बन गई है.’’ रवीना सिसकती हुई बोली.

”ऐसे कब तक चलेगा?’’ सुरेश राघव बोला.

”तुम्हीं कोई उपाय बताओ…कोई रास्ता निकालो.’’ सुरेश की सहानुभूति से सहज होती हुई रवीना बोली.

”एक बार उस से पूछ तो लो कि वह चाहता क्या है?’’ सुरेश ने समझाने की कोशिश की.

”अरे, वह चाहेगा क्या? यही कि मैं इंस्टा पर वीडियो नहीं बनाऊं. …और तुम्हारे साथ तो हरगिज ही नहीं बनाऊं.’’ रवीना ने बताया.

”उसे समझाओ न कि मेरे साथ नहीं बनाने से क्या ठीक होगा. कोई न कोई तो मेल आर्टिस्ट होगा ही.’’ सुरेश ने कहा.

”वह तो चाहता है कि मैं वीडियो बनाना ही बंद कर दूं.’’ बोलती हुई रवीना मायूस हो गई.

”यह भी कोई बात हुई! तुम्हारे वीडियो बनाने से जो पैसे घर में आ रहे हैं, क्या इस से उसे मदद नहीं मिल रही है?’’ सुरेश बोला.

”यही तो वह नहीं समझ रहा है. केवल तुम पर शक करता है.’’

”वह मुझ पर कितना शक करता है, इस का नहीं पता, लेकिन तुम्हारे सोशल मीडिया पर फेमस होने पर तुम से वह ईष्र्या जरूर करता है.’’ सुरेश बोला.

”मुझे भी यही लगता है. मैं दिल से कहती हूं कि इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाना मेरा सब से प्यारा शौक है. इस के बगैर मैं नहीं रह सकती.’’

रवीना कहने को एक घरेलू युवती थी, लेकिन उस की एक पहचान इंस्टा क्वीन की भी थी. जबकि पति प्रवीण कुमार यादव एक ड्राइवर था. वह जितना महीने भर में वेतन पाता था, उतना तो रवीना हफ्ते भर के वीडियो से कमा लेती थी. प्रवीण की एक आदत शराब पीने की भी थी. दूसरी तरफ रवीना का हमउम्र सुरेश राघव की मदद से वह वीडियो बनाती थी. वह उस के साथ मेल आर्टिस्ट का रोल निभाता था. एक सच तो यह भी था कि दोनों एकदूसरे की भावनाओं को अच्छी तरह समझते थे. उन के दिल एकदूसरे के सुखदुख और हंसीठिठोली के लिए एक साथ धड़कते थे. उन के बीच की इस फीलिंग को प्रवीण समझ गया था, लेकिन इस का खुल कर विरोध नहीं कर पा रहा था.

उस ने जो वीडियो बनाने से मना करने का तरीका अपनाया हुआ था, जिस में उस के परिवार वाले भी साथ देते थे. इस कारण पतिपत्नी के बीच अकसर तूतूमैंमैं हो जाती थी. 1-2 बार तो प्रवीण ने रवीना पर हाथ भी उठा दिया था. उस रोज रवीना के साथ वैसा ही कुछ हुआ था. पति के साथ जबरदस्त झगड़ा हुआ था और वह बिफरती हुई सुरेश के पास भाग आई थी. सुरेश से गले लग कर खूब रोई थी. जब उस से अलग हुई, तब सुरेश ने उस की दुखती रग पर सहानुभूति का मलहम लगाना शुरू कर दिया था. इस से रवीना के दिल को न तो तसल्ली मिल रही थी और न ही आगे का कोई समाधान ही निकलता नजर आ रहा था.

रवीना की परेशानी को समझते हुए सुरेश पूछ बैठा, ”आखिर क्या किया जाए, तुम्हीं कुछ बताओ.’’

”मैं जो कहूंगी, वह तुम कर पाओगे.?’’

”तुम एक बार बोल कर तो देखो.’’ सुरेश के बोलते ही रवीना ने दोनों हाथों से जो इशारा किया, उस का मतलब समझते ही वह चौंक गया. उस के मुंह से एक शब्द निकला, ”ऐंऽऽ’’

”ऐं क्या? इस में मैं भी तुम्हारा साथ दूंगी. न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी!’’ रवीना बोली.

उस के बाद दोनों के बीच धीमीधीमी आवाज में खुसरफुसर होने लगी. उन के हावभाव बता रहे थे कि वे कोई गंभीर योजना बना रहे हैं.

मर्डर का प्लान ऐसे हुआ सक्सेसफुल

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बात 25 मार्च, 2025 की है. रवीना वीडियो बनाने के बाद हरियाणा के भिवानी जिलांतर्गत गुर्जरों की ढाणी आई थी. उस वक्त पति प्रवीण आटो ले कर भिवानी गया हुआ था. वह रात के साढ़े 8 बजे लौट आया था. आते ही रवीना पर बरस पड़ा. उस ने रवीना पर सीधेसीधे सुरेश के साथ गुलछर्रे उड़ाने का आरोप मढ़ दिया था. इसी के साथ दोनों के बीच गरमागरम बहस होने लगी थी. प्रवीण ने उस पर चरित्रहीन का तोहमत मढ़ दिया. घरपरिवार की नाक कटवाने वाली कहा. उस ने वडियो बनाने से मना करते हुए यहां तक कहा कि उस की वीडियो की वजह से लोग उसे ताने देते हैं.

इन आरोपों का खंडन करती हुई रवीना रोने लगी थी और अपने कमरे में सोने चली गई. प्रवीण बकबक किए जा रहा था. रवीना कमरे में अपने बैड पर रोतीसिसकती रही. उसे नींद नहीं आ रही थी. वह उस वक्त सुरेश से बात करना चाहती थी. अपने दिल का बोझ हलका करना चाहती थी. एकमात्र सुरेश ही था, जो उस की भावनाओं को समझता था और उस के वीडियो बनाने के काम की प्रशंसा करता था. रवीना अपनी तरहतरह की वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर अपलोड करती थी. उस के लाखों में फालोअर्स बन चुके थे, जबकि पति इसे ले कर नाराज रहता था. उसे घर की प्रतिष्ठा का हवाला दे कर उस पर वीडियो न बनाने का दबाव डालता था.

इसी बात को ले कर उस रोज भी रवीना और प्रवीण के बीच जबरदस्त बहस हो गई थी. प्रवीण ने उसे एक तरह से धमकी दे डाली थी, जिस से रवीना बहुत ही दुखी थी. दूसरी तरफ सुरेश की आंखों में भी नींद नहीं थी. वह रवीना की बातों से चिंतित था. बारबार मोबाइल देख रहा था. उसे आशंका थी कि प्रवीण ने जरूर फिर रवीना को काफी जलीकटी सुनाई होगी. उसे यह चिंता थी कि उस ने हफ्ते भर से एक भी नया वीडियो इंस्टा पर अपलोड नहीं किया था. खैर, रात के 11 बजे उस का मोबाइल अंधेरे में चमक उठा. साइलेंट मोड पर मोबाइल में रवीना की मिस काल आई थी. कुल 28 सेकेंड पहले के मिस काल पर सुरेश ने तुंरत कालबैक कर दी.

सुरेश की काल को रवीना ने तुरंत रिसीव किया. एक नजर खर्राटे मार रहे प्रवीण पर डाली, फिर कमरे से बाहर निकल कर धीमी आवाज में बोली, ”हैलो!’’

”तैयार हो! मेन गेट खुला है न!’’

”हां!’’ रवीना ने बोलने के साथ ही काल डिसकनेक्ट कर दी.

थोड़ी देर में ही सुरेश पुराने बस स्टैंड के पास रवीना के दोमंजिले मकान की गली में था. वहीं रवीना अपने पति के साथ ऊपर के फ्लोर पर रहती थी, जबकि नीचे उस का देवर संदीप अपनी पत्नी के साथ रहता था. उन दिनों उस की देवरानी घर में अकेली थी. वह अपने कमरे की लाइट बंद कर सो रही थी. दूसरी मंजिल पर जाने के लिए सीढिय़ां मकान में बाहर से बनी हुई थीं. वहीं रवीना सुरेश का बेसब्री से इंतजार कर रही थी, लेकिन मकान में पासपड़ोस की लाइटें जलती देख मन में कुछ सोचते हुए सुरेश वापस लौट गया. करीब आधे घंटे बाद सुरेश दोबारा रवीना के मकान के नीचे आया. उस वक्त इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ था. खुले मेनगेट से वह सीधे रवीना के कमरे तक जा पहुंचा.

सब कुछ हो रहा था दोनों के प्लान के मुताबिक

वे बेखबर सो रहे प्रवीण के कमरे में पहुंच गए. सुरेश ने सो रहे प्रवीण का एक चादर से चेहरा ढंक दिया. उसी फुरती के साथ रवीना ने अपनी चुन्नी निकाली और प्रवीण की गरदन में लपेट कर कस दी. प्रवीण छटपटा कर रह गया, लेकिन उस की चीख नहीं निकल पाई. कुछ समय में ही उस की छटपटाहट बंद हो गई. रवीना ने सुरेश को देखा और सुरेश ने रवीना को. दोनों पसीने से तरबतर थे, वे एकदूसरे को देख कर मुसकरा उठे. रवीना बोली, ”अब आगे का काम करो… जरा भी चूक नहीं होनी चाहिए.’’

”हम इस प्लान में सफल हो गए हैं, आगे भी हमें सफलता मिलेगी और हम लोग बेदाग बचे रहेंगे.’’ बोलते हुए सुरेश ने रवीना को अपनी ओर खींच लिया. चूमने लगा. रवीना उस से अलग होती हुई बोली, ”वह सब बाद में, पहले इसे जल्द ठिकाने लगाओ.’’

लाश ठिकाने लगा कर हो रहे थे खुश

सुरेश ने प्रवीण की लाश को एक चादर में लपेट दिया. दोनों उसे पकड़ कर नीचे खड़ी बाइक के पास ले आए. उसे जीवित व्यक्ति की तरह बाइक के बीच में बिठा दिया. आगे सुरेश और लाश के पीछे रवीना बैठ गई. उन्हें देखने वाला कोई भी कह सकता था कि किसी बीमार व्यक्ति को पीछे बैठा व्यक्ति संभाले हुए है. सुरेश बाइक संभाल कर चलाते हुए रवीना के घर से करीब 6 किलोमीटर दूर विनोद रोड पर नाले के ठीक किनारे पहुंचा और वहीं बाइक रोक दी. लाश को एक हाथ से संभाले हुए रवीना बाइक से उतरी, सुरेश भी उतरा और दोनों ने लाश को एक झटके में नाले में धकेल दिया. मरा हुआ प्रवीण लुढ़कतालुढ़कता नाले में जा गिरा. उस पर लिपटी चादर अलग हो गई थी. उसे छिपाने के लिए सुरेश ने लाश

के ऊपर से कंटीली झाडिय़ां और घासफूस डाल दी. तब तक रात के ढाई बज चुके थे. अगले रोज 26 मार्च की सुबह घर में परिजनों ने प्रवीण को नहीं पाया. वे उस के बारे में पूछने लगे थे. उन के पूछने की वजह भी थी, क्योंकि बीती रात पतिपत्नी के बीच झगड़े की आवाजें उन्होंने भी सुनी थीं. उन्हें लगा प्रवीण गुस्से में कहीं चला न गया हो. उन के पूछे जाने पर रवीना छूटते ही बोल पड़ी, ”शायद उन को ड्राइविंग के लिए कहीं जाना था, इसलिए सुबहसुबह चले गए. कहां गए, उन्होंने नहीं बताया.’’

रवीना की बातों में उस के ससुराल के लोग आ गए. उन्हें प्रवीण के बारे में मालूम था कि ड्राइवरी के काम में अकसर बाहर जाता रहता था. वह हर तरह की गाडिय़ां चला लेता था. कभी आटोरिक्शा चलाता था तो कभी ट्रक पर भी नौकरी कर लेता था. इस कारण परिजन रवीना की बातों में आ गए. 35 वर्षीय प्रवीण कुमार यादव सुभाष कुमार यादव का बेटा था. उस की शादी साल 2017 में रेवाड़ी निवासी रवीना के साथ हुई थी. रवीना बेहद खूबसूरत थी. प्रवीण का एक छोटा भाई संदीप था, उस की भी शादी हो चुकी है.

प्रवीण और रवीना का एक बेटा है. प्रवीण मेहनतकश इंसान था, लेकिन ड्राइवरी करने के दौरान उसे नशे की लत लग गई थी. ड्राइवरों के साथ शराब पीता था. हालांकि कुछ महीने से वह कुछ ज्यादा ही नशा करने लगा था. उस के पिता सुभाष ने दोनों बेटों की शादी के बाद आजाद जिंदगी गुजारने के लिए एक ही घर में अलगअलग रहने को फ्लोर दे दिया था. दोनों भाइयों का परिवार खुशहाल जिंदगी गुजार रहा था. खूबसूरत रवीना को रील्स बनाने का शौक था. वह शराबी पति के व्यवहार से खुश नहीं थी. तरहतरह के रील्स बना कर उसी में अपनी खुशी तलाशती थी. वह प्रोफेशनल डांस नहीं जानती थी, लेकिन डांस के कुछ स्टेप्स फिल्मों के वीडियो देख कर सीख लिए थे. उसे वह अपने अंदाज में जगहजगह घूम कर रील बनाती थी.

उस के रील्स कमरे से ले कर खेतखलिहानों और पेड़पौधों के बीच बने होते थे. ग्रामीण परिवेश की वेशभूषा में फिल्मी गानों की बैकग्राउंड आवाज के साथ उस की सुंदरता और अदाएं उस के फालोअर्स को बेहद पसंद आती थीं. इस का प्रमाण उन की रील्स को मिलने वाले हजारों लाइक्स थे. इस के बदले में उस की कमाई भी हो रही थी. उस के खाते में हजारों रुपए महीने में आने लगे थे. उन्हीं पैसों से अच्छी तरह से वह घर चलाती थी और अपने पहनावे पर भी खर्च करती थी. वह अपने घरपरिवार के अलावा गांव के पासपड़ोसियों की नजर में आ चुकी थी. उस के प्रति लोगों के अलगअलग विचार थे.

कोई उस की रील्स की तारीफ के पुल बांध देता था तो कोई उस की बुराई करने से नहीं चूकता था. पीठ पीछे उस की शिकायत करने वाले उसे संस्कारहीन और समाज के लिए गलत बताते थे. इस की वे उस के पति प्रवीण से भी शिकायतें कर चुके थे. प्रवीण को भी रवीना का रील्स बनाना पसंद नहीं था. जिस दिन उसे घर लौटते वक्त रवीना की शिकायत मिलती, उस दिन वह शराब के नशे में उस से खूब झगड़ा करता था. शराब पीने को ले कर रवीना भी उसे खूब खरीखोटी सुना देती थी. रवीना को प्रवीण वीडियो बनाने के लिए   मना करता था, जिसे वह अनसुना कर देती थी. वह तरहतरह के वीडियो बनाने लगी थी, जिस में शार्ट वीडियो, हरियाणवी गाने और सीरियल में काम करने लगी थी.

हालांकि उन में फूहड़ता और सैक्स अपील की अश्लीलता भी होती थी. उस के वीडियो इंस्टाग्राम से ले कर यूट्यूब पर काफी लोकप्रिय हो चुके थे. उस की वास्तविक जिंदगी यह कहें कि रीयल लाइफ पूरी तरह से रील लाइफ में बदल चुकी थी. उसे अपने काम से प्यार हो गया था, जिसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ सकती थी. पति, देवर, सास और ससुर समेत दूसरे परिजनों की बातें उसे कड़वी लगती थीं. सभी उसे समझाते थे कि रील्स एक दिन उस की जिंदगी बरबाद कर देगी. फेमिली वाले इकलौते बेटे पर ध्यान देने को कहते थे. वह तीसरी कक्षा में पढ़ता था.

सभी उसे घरपरिवार और बेटे पर ध्यान देने की नसीहत देते थे, लेकिन इस नसीहत की उस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती थी. जैसेजैसे उस के सब्सक्राइबर्स और फालोअर्स बढ़ते जा रहे थे, वैसेवैसे उस की आजादी की उड़ान भी बढ़ती जा रही थी. उस के बाद से तो वह कईकई दिनों तक वीडियो शूट करने के लिए घर से बाहर रहने लगी थी. प्रवीण जब काम से घर लौटता तो रवीना को नहीं पा कर खून के घूंट पी कर रह जाता. जैसे ही वह घर लौटती, वह उस पर बरस पड़ता था. पति उस की अश्लील वीडियो पर मिलने वाले कमेंट से परेशान रहने लगा था.

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दोनों की जिंदगी लड़तेझगड़ते किसी तरह से गुजर रही थी. गम भुलाने के लिए प्रवीण  अधिक शराब पीने लगा था, जबकि रवीना ने रील्स की दुनिया में अपनी खुशी तलाश ली थी. इसी बीच उस की मुलाकात यूट्यूबर सुरेश राघव से हुई. वह हिसार जिले में हांसी के प्रेमनगर गांव का निवासी था. वह शादीशुदा था और रवीना के साथ हरियाणवी नाटक में काम करता था. बहुत जल्द ही रवीना ने महसूस किया कि सुरेश उस का अच्छा मददगार है. दोनों के बीच पहले प्रोफेशनल दोस्ती हुई, फिर वे एकदूसरे को चाहने वाले बन गए. रवीना सुरेश के दिल में अपनी जगह बना चुकी थी तो सुरेश उस की खूबसूरती पर मोहित हो चुका था. वह यह भूल गया था कि 2 बच्चों का पिता है और उस की भी एक सुंदर पत्नी है.

दोनों के बीच जब अवैध संबंध का रिश्ता कायम हो गया, तब वे एकदूसरे के और करीब आ गए. एकदूजे के हमराज और हितैषी बन गए. वे हमसफर बनने की ओर बढऩे लगे थे, किंतु इस में कई अड़चनें थीं. दोनों न केवल विवाहित थे, बल्कि अलगअलग जातियों से भी थे. मार्च का महीना रवीना बहुत ही तनाव से भरी हुई थी. पति के विरोध और फेमिली वालों के तानों से तंग आ चुकी थी. हफ्ते भर से उस ने ढंग का नया वीडियो नहीं बनाया था. उस के फालोअर्स घट रहे थे. वह बेहद तनाव के दौर से गुजर रही थी. उसे एकमात्र सहारा सुरेश से ही मिलता था.

उस का 28 वर्षीय सुरेश राघव के साथ काम करना प्रवीण को फूटी आंख नहीं सुहाता था. होली के मौके पर जब रवीना कई दिनों बाद घर आई थी, तब प्रवीण से काफी कहासुनी हो गई थी. आखिरकार रवीना ने सुरेश के साथ मिल कर उसे मार डालने की योजना बना ली. योजना तो उस ने काफी सोचविचार कर बनाई थी. उसे अपने तरीके से अंजाम भी दिया था और प्रवीण की लाश को इस तरह से ठिकाने लगा दिया था ताकि किसी को भी यह लगे कि शराब के नशे में नाले में गिरने से उस की मौत हो गई है.

रवीना और सुरेश निश्चिंत हो गए थे, जबकि प्रवीण के फेमिली वाले उस की चिंता में परेशान थे. वह 2 दिनों तक घर नहीं आया था. 26 मार्च, 2025 को दिन में ही रवीना परिवार में किसी को कुछ बताए बिना सुरेश के पास चली गई थी. वह 28 मार्च को घर लौटी. उस ने परिवार के लोगों को प्रवीण की तलाश करते हुए पाया. वह भी उन के साथ पति की तलाशी के लिए उस के संपर्क के लोगों को फोन मिला कर उन से पूछताछ करने लगी.

टैटू से हो गई प्रवीण की लाश की पहचान

28 मार्च, 2025 को ही भिवानी में सदर थाना पुलिस ने नाले से सड़ीगली अवस्था में एक युवक की लाश बरामद की. उस की शुरुआती शिनाख्त के बाद एसएचओ नरेंद्र कुमार ने अज्ञात लाश और वारदात के बारे में भिवानी के एसपी नीतीश अग्रवाल को सूचित कर दिया. अग्रवाल के निदेशानुसार लाश को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया गया. अगले रोज 29 मार्च को समाचारपत्रों में अज्ञात लाश के बारे में खबर छपी. इस खबर से सुभाष यादव और उन के छोटे बेटे संदीप  प्रवीण को ले कर संदेह से भर गए. वे अस्पताल गए. जिस की आशंका थी वही हुआ था. उन्होंने हाथ पर बने टैटू से लाश को पहचान लिया, जो प्रवीण कुमार यादव की ही थी.

लाश की शिनाख्त हो जाने के बाद पुलिस ने प्रवीण की मौत की जांच का सिलसिला आगे बढ़ाया. लाश बरामद के स्थान की सीसीटीवी फुटेज निकाली गई. फुटेज में 25-26 मार्च की आधी रात में बाइक पर सवार 3 लोग दिख गए. उन में 2 की पहचान सुरेश राघव और रवीना यादव के रूप में हो गई. बीच में बैठाया गया शख्स निश्चित रूप से प्रवीण था. बाइक गुर्जरों की ढाणी से विनोद रोड की ओर जाती दिखी थी. फुटेज रात एक बजे के करीब की थी. उसी वक्त दूसरी फुटेज में बाइक वापस लौटती दिखी, जिस पर 2 लोग सवार दिखे थे.

मृतक की मां

उस वक्त दोनों का कहीं भी पता नहीं था. फुटेज की सच्चाई जानने के लिए उन से पूछताछ करनी जरूरी थी. वारदात के 19 दिन बाद 11 अप्रैल, 2025 को सुरेश राघव और रवीना यादव पुलिस की गिरफ्त में आ गए. उन्हें थाने ला कर सख्ती के साथ पूछताछ की गई. पुलिस ने फुटेज दिखाते हुए उन से सीधा सवाल किया कि बाइक पर उन के बीच बैठा व्यक्ति कौन था? सीसीटीवी फुटेज में रवीना और सुरेश अपनी वीडियो देख कर सहम गए. वे समझ गए कि अब उन का बचना मुश्किल है. इसलिए उन्होंने स्वीकार कर लिया कि बीच में बैठा व्यक्ति प्रवीण यादव ही था, जिस की उन्होंने हत्या कर दी थी.

साथ ही दोनों ने यह भी बता दिया कि उन्होंने किस तरह से सो रहे प्रवीण की चुन्नी से गला दबा कर मौत के घाट उतार दिया. एसएचओ ने दोनों के द्वारा प्रवीण की हत्या का अपराध कबूले जाने का बयान दर्ज कर लिया. उन्हें हिरासत में ले कर उन के खिलाफ हत्या कर लाश ठिकाने लगाने का मुकदमा दर्ज कर लिया. इस तरह इंस्टा क्वीन सलाखों के पीछे जा पहुंची. उस के हजारों फालोअर्स कोई काम नहीं आए थे. सुरेश राघव भी रवीना की बातों में आ कर अपने खुशहाल परिवार को धक्का पहुंचाया था. पूछताछ में पुलिस को उन्होंने जो कुछ बताया, उस के अनुसार कहानी इस प्रकार सामने आई.

इंस्टाग्राम पर हुई थी सुरेश और रवीना की दोस्ती

हरियाणा के रेवाड़ी जिले के कोसली तहसील में जुड़ी गांव की 8वीं पास रवीना की शादी 12वीं पास युवक प्रवीण कुमार यादव से हुई थी. वह हलवाई का काम करने वाले सुभाष यादव का मंझला बेटा था. शादी के बाद कुछ साल रवीना को रील्स बनाने का शौक हो गया. वह यूट्यूब पर हरियाणवी नाटक, गाने आदि की वीडियो बना कर अपलोड करने लगी. उस के रील्स इंस्टाग्राम और फेसबुक पर शेयर कर उस का प्रचार किया. उस के डिजिटल मार्केटिंग के अच्छे नतीजे निकले. उस के सब्सक्राइबर तेजी से बढऩे लगे. डेढ़ साल के अंदर ही वह इंटरनेट मीडिया पर लोकप्रिय हो गई.

इंस्टाग्राम पर उस के 34 हजार से अधिक फालोअर्स हो गए थे. उस ने इंस्टाग्राम पर 659 पोस्ट डाले थे. रेटिंग मिलने से आमदनी भी होने लगी. बताते हैं कि रवीना को एक शार्ट वीडियो के दोढाई हजार रुपए तक मिल जाते थे. धीरेधीरे उस का शौक बढ़ता चला गया, लेकिन उस के पति को उस का वीडियो बनाना पसंद नहीं था. पति की टोकाटाकी का असर रवीना पर कोई असर नहीं हुआ. तब तक उस की मुलाकात सुरेश राघव से हो चुकी थी. वह उसे वीडियो के फालोअर्स बढ़ाने में मदद करता था. 28 साल के सुरेश के पिता रेलवे में कौन्ट्रेक्ट पर नौकरी करते थे. वह 5 बहनों का इकलौता भाई था. उस की 3 बहनें शादीशुदा हैं, जबकि 2 स्कूल में पढ़ाई कर रही थीं.

उस के पिता ने उसे भी रेलवे इलैक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन पर नौकरी पर लगवा दिया था, लेकिन उस काम में उस का मन नहीं लगा और घर छोड़ दिया. 4 साल दुबई में रहने के दरम्यान उसे वीडियो बनाने का शौक लग गया. तरहतरह के वीडियो से वह यूट्यूबर बन गया. कहने को उस की शादी हो चुकी थी. बीवी और बच्चे भी थे, लेकिन वह अपनी ही दुनिया में मस्त रहता था. उस ने इंस्टाग्राम पर सुरेश राघव नाम की आईडी बना रखी थी. उस के 403 फालोअर्स में एक रवीना भी थी. वहीं से दोनों की दोस्ती हो गई. वे जब मिले, तब मिल कर वीडियो बनाने लगे.

सुरेश रवीना को ले कर जगहजगह घूमघूम कर वीडियो बनाता था. इस के लिए दिल्ली भी आताजाता रहता था. मायके जाने के बहाने से रवीना कई दिनों तक ससुराल से गायब रहती थी. वह अपने पति के साथ होने वाले झगड़े के बारे में सुरेश को बताती रहती थी. इस पर सुरेश उसे समझाता था. धैर्य रखने को कहता था. धीरेधीरे रवीना का पति से रिश्ता खराब होता चला गया और सुरेश की तरफ नजदीजियां बढऩे लगीं. एक तरफ रवीना की पति के साथ तनाव की जिंदगी थी, दूसरी तरफ वह सुरेश के साथ मौजमजे की जिंदगी का आनंद उठा रही थी. सुरेश अपने घरपरिवार की जिम्मेदारियों से दूर बना रहता था.

उस ने अपना सुख रवीना में तलाश लिया था. एक दिन वह रवीना के भावनात्मक दबाव में आ गया. उस के बाद जो कुछ हुआ, उस से उस पर अपराध का ठप्पा लग गया. सुरेश राघव और रवीना से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने 12 अप्रैल, 2025 को उन्हें न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया. Real Crime Stories in Hindi

 

 

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