MP News: कोई भी महिला सब कुछ बरदाश्त कर सकती है, लेकिन अपने पति को किसी दूसरी महिला के साथ रोमांस करते सहन नहीं कर सकती. लेकिन चंद्रिका पालीवाल ऐसी थी, जो अपने पति अविनाश प्रजापति को अपने ही सामने दूसरी महिलाओं के साथ हमबिस्तर होने को कहती थी. पति को ऐसा करते देख वह बहुत खुश होती थी. आखिर चंद्रिका पालीवाल ऐसा क्यों करती थी? जानने के लिए पढ़ें सोशल क्राइम की यह खास स्टोरी.

एक निजी बैंक में क्लर्क के रूप में काम करने वाली अलका की शादी करीब 5 साल पहले हुई थी, लेकिन एक साल के अंदर ही उस का पति से तलाक हो गया. वह भोपाल की अवधपुरी कालोनी में रहती थी. तलाक के कुछ ही महीनों के बाद बिना जीवनसाथी के अलका को अपने जीवन में सूनापन महसूस होने लगा. लिहाजा अलका ने दूसरी शादी के लिए मैट्रीमोनियल साइट का सहारा लिया.
मैट्रीमोनियल साइट्स पर कई युवकों की प्रोफाइल वह रोज ही देखती थी. एक दिन 36 वर्षीय अविनाश प्रजापति नाम के युवक की फोटो और प्रोफाइल देख कर उस की आंखों में चमक आ गई. प्रोफाइल से पता चला कि भोपाल का ही रहने वाला अविनाश तलाकशुदा है और उस का स्टील का बड़ा कारोबार है. साथ ही वह छत्तीसगढ़ में धनलक्ष्मी नाम की फैक्ट्री का संचालन भी करता है.
अलका को महसूस हुआ कि उस के जैसी तलाकशुदा युवती के लिए शायद अविनाश ही परफेक्ट है और अच्छेखासे कारोबार की वजह से आर्थिक रूप से भी मजबूत है. 2024 के दिसंबर महीने में एक दिन सुबह अलका ने मैट्रीमोनियल साइट पर दिए गए अविनाश के कौन्टेक्ट नंबर पर फोन किया. कौल रिसीव होते ही अलका ने कहा, ”हैलो, मैं अलका बोल रही हूं. मैं एक प्राइवेट बैंक में क्लर्क हूं. मैं ने आप की प्रोफाइल देखी, जो मुझे अच्छी लगी. आप से शादी के संबंध में मैं मिलना चाहती हूं.’’
अंधा क्या चाहे 2 आंखें. अविनाश भी उत्सुकता दिखाते हुए बोला, ”हां, मैं ने भी आप का बायोडाटा चैक किया है. कभी मेरे घर पर आइएगा, यहां बैठ कर इत्मीनान से बात करते हैं.’’
बातचीत से अलका को लगा कि अविनाश भी उसे पसंद करता है. यही सोच कर अलका 6 दिसंबर, 2024 को उस के घर मिलने के लिए पहुंच गई. इत्तफाक से अविनाश भी भोपाल की नई कालोनी प्रतीक गार्डन में रहता था, जहां पर बमुश्किल 20-25 मकान ही बने थे. अलका ने जैसे ही अविनाश के घर पर दस्तक दी तो दरवाजा एक महिला ने खोला. महिला ने उसे अंदर ले जा कर हाल में बैठाया, तभी अविनाश भी वहां आ गया. चायनाश्ते के दौरान जब तीनों डायनिंग टेबल पर बैठे तो अविनाश ने उस महिला का परिचय कराते हुए कहा, ”अलका, यह मेरी मम्मी हैं. इन का नाम चंद्रिका पालीवाल है. यही मुझे रोज शादी के लिए फोर्स करती हैं.’’
अलका को चंद्रिका की फिटनैस देख कर आश्चर्य हुआ तो उस ने पूछ ही लिया, ”मम्मीजी, आप लगती नहीं कि अविनाश की मम्मी हैं. अपनी फिटनैस का राज हमें भी बता दीजिए.’’
”जिस मां की केयर करने वाला अविनाश जैसा बेटा हो, उस की फिटनैस तो अच्छी होगी ही. तुम भी शादी के लिए हां कर दो, यह तुम्हें पलकों पर बिठा कर रखेगा.’’ चंद्रिका ने हंसते हुए जबाब दिया. इतना सुनते ही अलका शरमा गई. चाय नाश्ता करने के बाद चंद्रिका ने कहा, ”बेटा, तुम लोग अंदर जा कर आपस में बातचीत करो, मैं तब तक खाना बनाती हूं. आज संडे है, अलका खाना खा कर ही यहां से जाएगी.’’
अलका भी यही चाह रही थी कि उसे अविनाश के साथ कुछ समय एकांत में बिताने को मिले. चंद्रिका ने जैसे उस के मन की बात पढ़ ली. तभी अविनाश अलका से बोला, ”चलो अंदर बैठ कर बातचीत करते हैं.’’
पहली मुलाकात में ही बांहों में समा गई अलका
अविनाश अलका को अपने बैडरूम में ले गया. अविनाश का बैडरूम बड़े ही करीने से सजा हुआ था, जिसे देख अलका बहुत प्रभावित हुई. बैडरूम में एक ही बैड पर आसपास बैठ कर दोनों के बीच बातचीत चलने लगी. इसी दौरान अविनाश ने अलका की तारीफ करते हुए कहा, ”अलका, तुम गजब की खूबसूरत हो, तुम यदि शादी के लिए हां कह दो तो मैं तुम्हें रानी बना कर रखूंगा.’’
”वैसे आप भी बहुत हैंडसम हो, आप की लाइफस्टाइल देख कर मुझे भी यकीन है कि मेरा खयाल आप बहुत अच्छे से रख सकते हो.’’ अलका अपनी तारीफ पर शरमाते हुए बोली.
”आई लव यू अलका, तुम्हारी पारखी नजर का मैं तो कायल हो गया.’’ इतना कहते हुए अविनाश ने अलका के हाथों को अपने हाथों में ले लिया.
”मगर डर भी लगता है कि कहीं धोखा न खा जाऊं, पहली शादी का जख्म मुश्किल से भूल पाई हूं. कहीं मुझे मंझधार में तो नहीं छोड़ दोगे?’’ आंखों में छलके आंसुओं को पोंछते हुए अलका बोली.
”मुझ पर भरोसा रखो, मैं तुम्हारी आंखों में आंसू की एक बूंद भी नहीं आने दूंगा.’’ अविनाश ने अलका के माथे पर चुंबन देते हुए कहा. अविनाश ने अलका के भावुक मन का फायदा उठाते हुए एक कदम और आगे बढ़ाते हुए उसे बैड पर लिटा दिया और उस के होंठों को चूमने लगा. अलका को लंबे समय बाद किसी पुरुष की देह का स्पर्श मिला था, इसलिए वह भी इस आग में जल्दी ही पिघल गई. देह की तपिश जब ठंडी हुई तो अपने कपड़ों की सलवटें ठीक करते हुए वह बैड से उठ कर बाथरूम की तरफ बढ़ गई.
उस दिन के बाद उन की मुलाकातों का सिलसिला चलने लगा. अविनाश ने अपने व्यवहार से अलका के दिल में जगह बना ली थी. अलका अविनाश की बातों पर आंखें मूंद कर भरोसा करने लगी थी. मुलाकात के समय जब अलका ने शादी के संबंध में अविनाश से कहा, ”अविनाश, जब हम दोनों एकदूसरे को इतने करीब से समझ चुके हैं तो अब हमें शादी भी कर लेनी चाहिए.’’
”शादी भी जल्द ही कर लेंगे, शादी से पहले बिजनैस बढ़ाने के लिए मुझे कुछ पैसों की जरूरत है. यदि तुम मदद कर दो तो करोड़ों रुपए का मुनाफा बिजनैस में हो जाएगा.’’ अविनाश ने कहा. अलका उस की बातों में आ गई और भावना में बह कर अपनी सारी जमा पूंजी करीब 40 लाख रुपए कैश और 5 लाख रुपए की ज्वैलरी उस ने अविनाश को दे दी. जब अलका ने अविनाश से शादी करने के लिए दबाव बनाया तो उस ने अलका से शादी करने से इंकार कर दिया. अलका को अविनाश से यह उम्मीद कतई नहीं थी. अब तक अलका को यह भी पता चल गया था कि अविनाश के घर रहने वाली चंद्रिका नाम की महिला उस की मम्मी नहीं, उस की दूसरी पत्नी है.
उस ने जब अविनाश से अपने दिए पैसों और ज्वैलरी की मांग की तो अविनाश धमकी देते हुए बोला, ”तुम ने अपनी मरजी से मेरे साथ संबंध बनाए थे, जिस की वीडियो रिकौर्डिंग मेरी पत्नी चंद्रिका ने अपने मोबाइल में सहेज कर रख ली, जिसे कभी भी वायरल कर दूंगा.’’
इतना सुनते ही अलका के पैरों तले से जमीन खिसक गई और वह मन मसोस कर रह गई.
मानसी ने भी सुना दी अलका को आपबीती
एक दिन अलका जब अविनाश से अपने पैसों का तगादा करने जा रही थी तो अविनाश के घर से एक युवती को बाहर निकलते देखा तो उसे शक हुआ. अलका अविनाश के घर जाने के बजाय चुपचाप उस के पीछे हो ली. प्रतीक गार्डन कालोनी से बाहर निकलते ही अलका ने उस से बातचीत करनी शुरू कर दी. पहले तो वह युवती अनजान बन कर औपचारिक बातचीत करती रही, लेकिन जब अलका ने उसे अपनी आपबीती बताई तो मानसी नाम की वह युवती अलका को अपनी भी रामकहानी सुनाने लगी. वह भोपाल के ही अशोका गार्डन इलाके में रहती थी. और प्राइवेट जौब करने के साथ घर पर ब्यूटीपार्लर चलाती थी.
मानसी ने अलका से कहा, ”दीदी, मेरे साथ भी अविनाश ने शादी करने का झांसा दे कर कई बार संबंध बनाए हैं.’’
”तुम ने उस को पैसे तो नहीं दिए मानसी?’’ अलका ने पूछा.
”दीदी, अविनाश ने कंपनी में इनवैस्ट करने के लिए 40 लाख रुपए मुझ से यह कह कर लिए थे कि जल्दी ही उस के पैसे दोगुने हो जाएंगे.’’ मानसी ने बताया.
”फिर तुम्हें रुपए वापस मिले कि नहीं?’’ अलका ने पूछा.
”नहीं मिले दीदी, अभी मैं उस के घर पैसे मांगने ही गई थी, मगर उस ने रुपए देने के बजाय धमकी दी है कि अगर कभी रुपए मांगे तो तुम्हारे साथ बनाए संबंधों का वीडियो वायरल कर दूंगा.’’ मानसी ने रोते हुए बताया.

अलका ने मानसी को ढांढस बंधाते हुए कहा, ”अब रोनेधोने से कुछ नहीं होगा तुम मेरा साथ दो. हम इस धोखेबाज अविनाश को सबक सिखाकर ही मानेंगे.’’
अलका और मानसी ने मिल कर 2 सितंबर, 2025 शाम को भोपाल के एसीपी कार्यालय पहुंच कर एसीपी डा. रजनीश कश्यप को अपने साथ हुई धोखाधड़ी की कहानी विस्तार से सुनाई. एसीपी डा. रजनीश कश्यप ने दोनों को बाग सेवनिया पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कहा. उसी दिन रात को दोनों ने बाग सेवनिया पुलिस थाने में जा कर लिखित शिकायत दर्ज कराई. टीआई अमित सोनी ने अलका और मानसी की तरफ से आरोपी अविनाश प्रजापति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के बाद दोनों युवतियों के महिला पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में बयान दर्ज किए.
रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस टीम ने अविनाश प्रजापति के प्रतीक गार्डन कालोनी में स्थित उस के घर पर दबिश दे कर उसे दबोच लिया, लेकिन उस की दूसरी पत्नी चंद्रिका वहां पर नहीं मिली. वह अपने 5 साल के बच्चे को ले कर फरार हो गई. पूछताछ में अविनाश प्रजापति ने कुबूल किया कि उस ने दोनों युवतियों से शादी करने का वादा कर के उन से शारीरिक संबंध बनाए थे. उस ने मैट्रीमोनियल साइट में बायोडाटा डाल कर अपने आप को तलाकशुदा बताया था, जबकि वह पहले से शादीशुदा था और उस का 5 साल का एक बेटा भी था.
अविनाश ने एक कंपनी का सीईओ बता कर दोनों युवतियों से निवेश करने का झांसा दे कर करीब 85 लाख रुपए की रकम ऐंठी थी. यह रकम अविनाश की पत्नी चंद्रिका पालीवाल के खाते में जमा भी हुई थी. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अविनाश प्रजापति मूलरूप से मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले का रहने वाला है. वह डेढ़ साल पहले ही भोपाल में रहने आया था. शुरू में वह शाहपुरा थाना क्षेत्र स्थित रोहित नगर में रहता था. चंद्रिका पालीवाल उस की दूसरी पत्नी है. पहली पत्नी को वह तलाक दे चुका है.
उस के पिता पुरुषोत्तम प्रजापति नरसिंहपुर जिले के सुआतला गांव में ग्राम सहायक थे. अविनाश खुद को बड़ा बिजनैसमैन बताता था और अलगअलग गाडिय़ों से आताजाता था, जबकि पत्नी चंद्रिका टैक्सी से घूमती थी. कालोनी में लोग इन्हें स्टील का व्यापारी समझते थे. दोनों ने मिल कर एक फरजी फाइनैंस कंपनी भी बना रखी थी. आरोपी के खिलाफ सरिया बेचने के नाम पर ऐप बनाने के नाम पर और निवेश करने का झांसा दे कर लोगों से पैसा ऐंठने की कई एफआईआर अलगअलग थाना क्षेत्रों में दर्ज हैं.
चंद्रिका और अविनाश को ऐसे हुआ था प्यार
चंद्रिका पालीवाल भी राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ की रहने वाली है. वह भोपाल के पास मिसरोद इलाके में एक आटो मोबाइल कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव का काम करती थी. एक दिन अविनाश एक लग्जरी कार की इनक्वायरी करने शोरूम पहुंचा तो उस की मुलाकात चंद्रिका से हुई. एक पेशेवर सेल्स एग्जीक्यूटिव की तरह चंद्रिका ने मुसकरा कर उस का स्वागत किया. तभी अविनाश ने उस से कहा, ”मैडम, मुझे 15-16 लाख की रेंज में और सभी तरह के लेटेस्ट सेफ्टी फीचर्स वाली कार चाहिए.’’ अविनाश ने कहा.
तब एक राउंड टेबल के पास बैठ कर चंद्रिका उसे कार की खूबियां गिना कर अपना एक ग्राहक पक्का कर रही थी, मगर अविनाश की निगाहें उस के खूबसूरत बदन पर टिकी हुई थीं, वह कार से ज्यादा चंद्रिका को निहार रहा था. उस दिन जल्द ही कार खरीदने का आश्वासन दे कर अविनाश चंद्रिका का विजिटिंग कार्ड ले कर घर आ गया था. उस के बाद से ही चंद्रिका अविनाश को रोज ही फोन लगा कर कार खरीदने के बारे में पूछती. फोन पर हुई बातचीत और मुलाकातों के बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गई. फिर यह दोस्ती प्यार में कब बदल गई, उन्हें पता नहीं चला. कुछ ही महीने बाद दोनों ने सहमति से शादी भी कर ली.
अविनाश प्रजापति से कहीं ज्यादा शातिर उस की दूसरी पत्नी चंद्रिका पालीवाल है. उस का भाई सूरज पालीवाल भी बहन की ही तरह ठग है. तीनों के खिलाफ उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में स्थित थाना चिरगांव में 24 अप्रैल, 2023 को गबन का केस दर्ज हुआ था. इस प्रकरण में तीनों आरोपी गिरफ्तार भी हुए थे. इसी गिरफ्तारी के वक्त जेल में बंद मिर्ची बाबा के साथ पतिपत्नी की मुलाकात हुई थी.
अविनाश की पत्नी चंद्रिका पालीवाल का आपराधिक इतिहास भी पुलिस ने खंगाला है. चंद्रिका पालीवाल ने 2023 में सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ‘मिर्ची बाबा’ (असली नाम रामेश्वर सिंह) के लिए प्रस्तावक के रूप में नामांकन पत्र पर हलफनामा दाखिल किया था. चुनाव आयोग के रिकौर्ड में उस के हस्ताक्षर मौजूद हैं. चंद्रिका की अनेक राजनेताओं से अच्छी जानपहचान भी थी, जिस के चलते वह बेखौफ हो कर इस तरह के अपराधों को अंजाम दे रही थी.
अविनाश प्रजापति ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद परिवार की मरजी से पहली शादी की थी. लेकिन वैवाहिक जीवन में अनबन के कारण पहली पत्नी से उस का जल्दी ही तलाक हो गया. तलाक के बाद उस की लाइफ में चंद्रिका आई. चंद्रिका से शादी के बाद अविनाश का बिजनैस घाटे में चला गया तो आर्थिक तंगी से जूझ रहे अविनाश को चंद्रिका ने ठगी करने की सलाह दी.
2023 से दोनों ने मैट्रीमोनियल वेबसाइट्स पर फरजी प्रोफाइल बना कर तलाकशुदा और विधवा महिलाओं को शादी का झांसा दे कर ठगना शुरू कर दिया. शुरू में यह सिर्फ आर्थिक ठगी थी, लेकिन धीरेधीरे यह खेल शारीरिक शोषण और ब्लैकमेल तक पहुंच गया. चंद्रिका खुद इस साजिश की मास्टरमाइंड थी और अविनाश उस के इशारों पर नाचता था.
अविनाश के खिलाफ दर्ज हैं अनेक मुकदमे
अविनाश प्रजापति की गिरफ्तारी के बाद पुलिस जांच में पता चला है कि अविनाश के खिलाफ अलगअलग थानों में जालसाजी के 8 मुकदमे दर्ज हैं. उस के खिलाफ नरसिंहपुर जिले के सुआतला थाने में पहली पत्नी ने दहेज प्रताडऩा का मुकदमा 2016 में दर्ज कराया था. इस के बाद दूसरा मुकदमा 2022 में सागर जिले के आगासोद थाने में दर्ज हुआ था, जिस में गबन और जालसाजी की धाराएं लगी थीं. 2022 में हरदा जिले के टिमरनी थाने में दर्ज तीसरे प्रकरण में उस के खिलाफ जालसाजी और धमकाने की रिपोर्ट दर्ज हुई थी. चौथा मामला 2022 में सागर जिले के कोतवाली थाने में दर्ज हुआ था.

इसी तरह उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले में स्थित कुडवार थाने में पांचवां मुकदमा 2022 में दर्ज हुआ था. ये दोनों मुकदमे जालसाजी और गबन से जुड़े हुए थे. वहीं छठवां प्रकरण 2018 में चंडीगढ़ के सेंट्रल सेक्टर 17 में दर्ज हुआ था. इस प्रकरण में भी जालसाजी, कूटरचित दस्तावेजों का इस्तेमाल करने में वह आरोपी है. इस के अलावा अविनाश प्रजापति के खिलाफ बैतूल जिले के जेएमएफसी कोर्ट में 13 लाख 61 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने का मुकदमा भी चल रहा है.
अविनाश को रिमांड पर ले कर पुलिस ने जब पूछताछ की तो उस ने साफ तौर पर कहा कि उस की पत्नी चंद्रिका ने ही यह प्लान बनाया था कि विधवा महिलाओं को शादी का लालच दे कर उन के साथ शारीरिक संबंध बनाए जाएं और इस का वीडियो वह बनाएगी. चंद्रिका का मानना था कि वीडियो वायरल होने की धमकी देने पर महिलाएं कभी शिकायत नहीं करेंगी, क्योंकि समाज में बदनामी का डर उन्हें चुप रहने को मजबूर कर देगा.

यही सोच कर दोनों ने कई महिलाओं को अपना शिकार बनाया. ज्यादातर महिलाएं जो विधवा थीं या वैवाहिक जीवन में अकेलापन झेल रही थीं, उन्हें टारगेट बनाया गया. पीडि़ताओं ने डर और शर्म के कारण लंबे समय तक चुप्पी साधे रखी. सबसे पहले दोनों मैट्रीमोनियल साइट्स का इस्तेमाल कर के तलाकशुदा या विधवा महिलाओं से संपर्क करते थे. कारपोरेट और बैंकिंग सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं को विशेष रूप से निशाना बनाया जाता था, क्योंकि वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र होती हैं और शादी के लिए योग्य लड़के की तलाश में आसानी से फंस सकती हैं. अलका और मानसी के अलावा भी पुलिस को अब तक और भी कई पीडि़त महिलाओं की शिकायत मिली है.
अविनाश की रिमांड 13 सितंबर को समाप्त होने से पहले ही बाग सेवनिया थाना पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से मजिस्ट्रैट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने कोर्ट से चंद्रिका पालीवाल की तलाश और गिरफ्तारी के लिए भी वारंट जारी करने की दरख्वास्त की. आरोपी दंपति के खिलाफ बलात्कार, आपराधिक धमकी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. चंद्रिका पालीवाल सोशल मीडिया पर भी काफी ऐक्टिव थी. वह अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल लोगों को दिखाती रहती थी. इंस्टाग्राम पर उस के 28 हजार से अधिक फालोअर्स हैं. इस केस में नाम आने के बाद से वह गायब है. साथ ही कोई एक्टिविटी भी नहीं है. कथा लिखे जाने तक पुलिस चंद्रिका पालीवाल की तलाश में जुटी हुई थी.
यह घटना समाज के लिए एक बड़ा सबक है कि औनलाइन रिश्तों या फाइनैंस स्कीम्स में आंख बंद कर के भरोसा करना खतरनाक हो सकता है. मैट्रीमोनियल साइट्स पर दी गई अनजान लोगों की प्रोफाइल पर भरोसा करने से पहले जांचपड़ताल जरूरी है. MP News
(कथा में अलका और मानसी परिवर्तित नाम हैं)






