Haryana Crime News: पानीपत में 4 बच्चों की हत्या के आरोप में पकड़ी गई पूनम के निशाने पर वे बच्चे होते थे, जो उस के बच्चों से ज्यादा सुंदर दिखते थे. एमए बीएड पास किलर मौम द्वारा की गईं 3 हत्याओं का किसी को शक नहीं हुआ, लेकिन चौथे बच्चे की हत्या के बाद वह इस तरह शक के दायरे में आई कि…
पानीपत के एक गांव में शादी का माहौल था, दिसंबर 2025 महीने की पहली तारीख थी. सभी शादी के जश्न में डूबे हुए थे. यह शादी पूनम के मायके में थी, इसलिए वह भी इस शादी में आई हुई थी. फेमिली में लोगों के बीच वह काफी चर्चा में थी. कारण, वह अपनी सुंदरता, चपलता और चंचलता से सब का बरबस ध्यान खींच रही थी. वैसे भी फेमिली के लोगों से वह कई सालों बाद मिली थी.
घर में चहलपहल का माहौल था. विवाह की रस्में निभाई जा रही थीं. रात होने को आई थी. घर के लोगों को रात के भोजन के लिए बुलाया जाने लगा था. इसी बीच उस की भाभी राखी ने पूछा, ”पूनम, तुम ने विधि को देखा है क्या?’’ विधि 6 साल की बच्ची थी.
”नहीं तो भाभी! क्यों, क्या हुआ?’’ पूनम अनजान बनती हुई बोली.
”कुछ नहीं, काफी देर से दिखाई नहीं पड़ रही है. सुबह का खाना खाया है, भूखी होगी!’’ राखी चिंता से बोली.
”आ जाएगी. इधर ही कहीं खेल रही होगी बच्चों के साथ.’’ पूनम बोली.
”अरे नहीं पूनम, बहुत टाइम हो गया है. इतनी देर तक मेरे बगैर नहीं रहती है, उसे ढूंढना होगा!’’ चिंता जताती हुई राखी भाभी बोली.
”जी भाभी, मैं तलाशती हूं उसे.’’
थोड़ी देर में ही यह बात पूरे घर में फैल गई कि विधि नहीं मिल रही है. पहले घर के सभी बच्चों से पूछताछ की गई, सभी ने एक ही बात कही कि उन्होंने उसे बहुत देर से नहीं देखा है.
विधि के लापता हुए कई घंटे हो गए. परिवार के सभी सदस्य उसे तलाशने में जुट गए. घर के कमरे का कोनाकोना छान मारा गया. यहां तक कि पासपड़ोस के घरों में भी उस की तलाश की गई. कई लोगों से उस के बारे में पूछताछ की गई, किंतु उस का कोई पता नहीं चल पाया था.
हर किसी के लिए शादी के काम के दिन एक नई समस्या खड़ी हो गई थी. क्या बच्चे और और क्या बड़ेबुजुर्ग, विधि की एक झलक पाने के प्रयास में थे. सभी के सामने एक ही सवाल था, ‘आखिर कहां गई होगी विधि?’
कई घंटे बीत चुके थे. विधि की मम्मी राखी का बुरा हाल हो रहा था. परेशान थी. घर के सभी कमरों में कई बार झांक चुकी थी. छत पर कई बार सीढिय़ां चढ़ चुकी थी. थक कर बरामदे में चावल की एक बोरी पर बैठ गई. उस की सांसें तेजतेज चल रही थीं. सुस्ताने के लिए आंखें मूंद ली थीं. कुछ पल में उस ने एक आवाज सुनी, ”मिल गई विधि… मिल गई.’’
”कहां? कहां है मेरी विधि?’’ राखी चौंकती हुई बोली.
”स्टोररूम में मिली…’’ किसी ने कहा.
”स्टोररूम में क्या करने चली गई थी.’’ विधि की मम्मी तेजी से उठी और स्टोररूम की ओर भागी. उसे विधि के मिलने की जानकारी जरूर मिल गई थी, लेकिन बुरी खबर भी सुनने को मिली.
विधि सोनीपत में रहती थी और अपने परिवार के साथ एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने पानीपत के नौल्था गांव आई थी. उस के साथ उस के दादा पाल सिंह, दादी ओमवती, पिता संदीप, मम्मी और 10 महीने का छोटा भाई भी था. दादी ओमवती और विधि की मम्मी राखी घर और आसपास की गलियों में काफी तलाश कर चुके थे. रात करीब 2 बजे जब ओमवती पहली मंजिल पर गईं, तब उन्होंने स्टोररूम का दरवाजा बाहर से बंद देखा. जब उन्होंने दरवाजा खोला तो देखा कि विधि पानी से भरे टब में मुंह के बल पड़ी थी. उसे कोई होश नहीं था.
यह देखते ही उन की चीख निकल गई. फेमिली वाले तुरंत उसे इसराना मैडिकल कालेज ले गए, जहां डौक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. विधि नाम की जो बच्ची शादी के लिए काफी उत्साह के साथ तैयार हुई थी, पूरे दिन काफी उमंग से भरी हुई थी, वह अचानक गायब हो गई थी. उस की तलाश में सभी घंटों तक परेशान रहे. खोजबीन शुरू हुई और तब वह आधी रात को स्टोररूम में प्लास्टिक के टब में बेहोशी की हालत में मिली.
यह मामला सोनीपत के नौल्था गांव की है. सोनीपत पुलिस को इस की सूचना मिली. गहन जांचपड़ताल होने लगी. 2 दिनों तक तहकीकात होती रही. घरपरिवार के सभी सदस्यों से विधि के लापता होने से ले कर उस की मौत के बारे में पूछताछ की जाने लगी. पुलिस ने शादी में आए सभी लोगों से पूछताछ की. पुलिस अधिकारियों को जल्द ही पूनम के बयानों में अंतर दिखा और उन का शक गहरा गया. लगातार पूछताछ के दौरान वह टूट गई और उस ने न केवल विधि की हत्या करना, बल्कि इसी तरीके से पहले भी 3 हत्याएं करना कुबूल कर लिया. उसे 3 दिसंबर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

उस ने पुलिस को हत्या का जो कारण बताया, वह बेहद हैरान करने वाली थी. यह भी बताया कि वह विधि से पहले और 3 बच्चों की हत्या कर चुकी है. विधि समेत वह 4 बच्चों की हत्या की आरोपी थी. इस डरावने मामले का कारण तो और भी चौंकाने वाला था. उस ने बताया कि उस ने जिन बच्चों की हत्याएं की थीं, वे बच्चे उस के बच्चों से ज्यादा सुंदर थे. इस कारण उस ने उन्हें मार डाला. चौंकाने वाली बात यह है कि मरने वालों में एक उस का अपना बेटा भी था.
उस ने पुलिस को बताया कि परिवार में कोई भी उस के बच्चों से ज्यादा सुंदर दिखा नहीं कि वह उन बच्चों को नुकसान पहुंचाने के मनोविज्ञान से ग्रसित हो जाती थी. जब भी उस के सामने सुंदर बच्चा आता था, तब वह जलन से भर जाती थी. इस कारण ही सजीसंवरी विधि पूनम की आंख की किरकिरी बन गई थी और उस ने पहली दिसंबर की रात को अपनी 6 साल की भतीजी विधि को बाथटब में डुबो कर तब मार डाला था, जब पूरा परिवार शादी के फंक्शन में मशगूल था.
उस ने विधि को बाथटब में पानी भरने का लालच दिया था. उसे स्टोररूम में ले जाने के लिए कहा था. वहां जाते ही उस ने बच्ची को डुबो दिया था. बाहर से दरवाजा बंद कर शादी के जश्न में ऐसे वापस आ गई, जैसे कुछ हुआ ही न हो. पुलिस ने पूनम से पूछताछ में पाया कि वह एक साइको किलर है. उस ने पिछले जुर्म के बारे में भी बताया. पूनम ने सब से पहले 2023 में अपनी ननद की बेटी इशिका को टैंक में डुबो कर मार डाला था. बेटे को मारने का कारण उस के मन में छिपा भय था. उसे आशंका हो गई थी कि उस ने जो अपराध किया है, वह उस का बेटा शुभम जान गया है. वह इस बारे में सब को बता न दे. इसलिए अपने बेटे को भी मार दिया.
उस के बाद अगस्त, 2025 में पूनम अपने चचेरे भाई की 6 साल की बेटी जिया को भी इसी तरह मार डाला था. इन सभी मौतों को परिवार ने दुखद हादसा मान कर टाल दिया था. इस तरह से पूनम शुभम, इशिका, जिया और विधि की कातिल बन गई. उस की कहानी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है. उस ने प्यार, सनक और दरिदंगी का जो काम किया, उसे सुन कर किसी का भी कलेजा कांप जाए. बात जनवरी, 2023 की है. पूनम की ननद पिंकी 11 जनवरी को अपनी 7 साल की बेटी इशिता के साथ मायके आई थी. सोनीपत के गोहाना के भावड़ गांव में अचानक 12 जनवरी, 2023 को हड़कंप मच गया था.
घर के बाहर बने पानी के 5 फीट गहरे स्टोरेज टैंक में पूनम के 3 साल के बेटे शुभम और उस की ननद पिंकी की 7 वर्षीय बेटी इशिता का शव मिलता है. तब परिवार के लोगों ने इसे हादसा मान लिया था. किसी ने जरा भी हत्या किए जाने की आशंका नहीं जताई. कोई पूनम के इरादे नहीं भांप नहीं पाया. जबकि हैरान करने वाली बात यह थी कि साइको पूनम ने इशिता के साथ अपने बेटे को भी टैंक में डुबो कर मार दिया था. 2 हत्याओं को अंजाम देने के बाद पूनम ने फिर अपनी सनक मिटाने के लिए करीब डेढ़ साल का वक्त लिया. इस अंतराल की वजह पूनम ने फिर से गर्भवती होना बताया. उस ने एक और बेटे को जन्म दिया, जिस का नाम अपने पहले बेटे शुभम के नाम पर ही रख लिया.
पूनम द्वारा दोहराई गई वारदात 18 अगस्त, 2025 की है. वह रात को अपने चचेरे भाई दीपक के घर रुकी थी. रात में उस ने 10 साल की जिया को अपने पास सोने के लिए मना लिया. बच्ची को प्यार और दुलार का झांसा दिया और रात के अंधेरे में उस ने जिया को घर के पीछे बने पानी के हौद में डुबो दिया. इस घटना के बाद अगले रोज जिया की मम्मी ने बताया कि 19 अगस्त की सुबह उस ने उठ कर परिवार के लोगों के साथ बच्ची की काफी तलाश की. उसे स्कूल जाने के लिए तैयार करना था, लेकिन बच्ची घर के पीछे बनी पानी की छोटी सी टंकी में मिली.

इस दौरान फेमिली वालों को लगा कि पुलिस को शिकायत दी जाए. तब पूनम ने भी कानूनी काररवाई के नाम पर सभी को डरा दिया. वह सब से ज्यादा रोती नजर आई. जिया की मम्मी ने बताया कि पानी की टंकी इतनी गहरी भी नहीं थी कि बच्ची उस में डूब जाती, लेकिन परिवार के लोग यह मान कर चुप हो गए कि शायद सोते समय उस के साथ हादसा हो गया हो और उस की मौत हो गई. हालांकि तब जिया के ताऊ सुरेंद्र ने पूनम पर ही शक किया था, लेकिन पूनम काफी रोने लगी. कहने लगी कि मैं इशिता की मौत की जिम्मेदार हूं तो अपनी जान दे दूंगी. परिवार के लोग उस की भावनात्मक धमकी से घबरा गए और लोकलाज के चलते इस मामले को शांत कर दिया और पुलिस में इस की शिकायत तक नहीं की गई.
इस तरह पूनम 2 साल के अंतराल में 3 हत्याएं कर चुकी थी, लेकिन इस की भनक किसी को नहीं लगी. उस पर शक जरूर हो गया था, लेकिन इस की पुलिस में शिकायत किसी ने नहीं की. पूनम ने यह कुबूल किया कि वह अपने खौफनाक इरादों के साथ ही पानीपत में इसराना के नौल्था गांव गई थी. पूनम की रिश्तेदारी में जेठ लगने वाले सतीश अपने परिवार के साथ शादी में आए थे. उस ने मौका पा कर पहली दिसंबर को 6 साल की बच्ची विधि की हत्या कर दी थी. इन चारों हत्याओं में पूनम का तरीका एक जैसा था. पूनम ने विधि को भी पानी में डुबो कर मारा था और हत्या के लिए शादी वाला दिन चुना.
जब पुलिस ने इस की गहन छानबीन की, तब एक और बात का पता चला. वह अहम बात यह थी कि तीनों हत्याएं पूनम ने एकादशी के दिन की थी. एक दिसंबर को भी एकादशी थी. ऐसे में अब तंत्रमंत्र के एंगल से भी जांच की जाने लगी. मृतक बच्ची जिया के ताऊ सुरेंद्र ने बताया कि पूनम उस की चचेरी बहन थी. उन्होंने बारबार सभी पहलुओं पर विचार किया तो एक बात सामने निकल कर आई कि तीनों वारदात के दिन एकादशी थी और तीनों की हत्या करने का तरीका एक ही था तो कहीं न कहीं यह तांत्रिक क्रिया से जुड़ा होने की शंका जताई गई.
पूनम का व्यवहार भी अजीब रहता था और वह गोहाना में अपने घर के आसपास के लोगों से कहती थी कि उस में पड़ोस के युवक की आत्मा आ गई है. इसे ले कर ही पूनम के चचेरे भाई सुरेंद्र ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि उस की बहन को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. क्योंकि उम्रकैद होने के बाद वह जेल से बाहर आएगी और फिर से बच्चों की हत्या कर सकती है. परिवारजनों का कहना है कि पूनम को तांत्रिक के पास भी ले गए थे. पूनम की मम्मी सुनीता ने यह अंदेशा जताया कि उस की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. हालांकि, पति ने इंकार किया है.

वैसे यह भी कुछ कम अजीब बात नहीं है कि पूनम ने जिस विधि को मौत के घाट उतारा, उस की मम्मी राखी पूनम के बेटे शुभम की देखभाल कर चुकी थी. राखी पूनम के 2 साल के बेटे शुभम को सीने से लगा कर दूध पिलाती थी. तब सोनीपत के वेस्ट रामनगर की रहने वाली विधि की मम्मी राखी पूनम के 10 माह के बच्चे को अपने साथ ले गई थी. कारण, पूनम अपने बच्चे की भी परवाह नहीं करती थी और वह ज्यादातर मायके में ही रहती थी. पानीपत के इसराना की रहने वाली पूनम की शादी सोनीपत के गोहाना में नवीन से 2019 में हुई थी. 2021 में पूनम ने पहले बेटे को जन्म दिया था. ऐसा भी नहीं है कि पूनम कोई अनपढ़ थी. वह उच्चशिक्षित थी. उस ने एमए पौलिटिकल साइंस से किया था और फिर बीएड में वह टौपर थी. पूनम का पति नवीन गाडिय़ों को धोने का वाशिंग सेंटर चलाता था.

पूनम ने गांव के देवीलाल कन्या कालेज से बीए तक की पढ़ाई की थी. उस के बाद राजकीय कालेज से राजनीति शास्त्र से एमए किया था और वह टीचर बनना चाहती थी. उस के 2 छोटे भाई हैं और वह सब से बड़ी थी. 3 बच्चों की हत्या करने के बाद तक पूनम कानून के फंदे से बच गई थी, लेकिन चौथी बच्ची की हत्या के दौरान पूनम कुछ गलतियां कर बैठी. पूनम ने जिस बाथटब में विधि को डुबो कर मारा था, वह उस की ऊंचाई से कम था. ऐसे में पुलिस को शक हुआ कि बच्ची की हत्या की गई है. इस दौरान जब पूनम ने बच्ची की हत्या की और फिर पहली मंजिल से नीचे आई तो उस के कपड़े भीगे हुए थे.
यानी उसे बच्ची को मारने के लिए संघर्ष करना पड़ा. लोगों ने पूनम को भीगी हुई हालत में देखा था. पुलिस को मामले की शिकायत दी गई और फिर जब पूछताछ हुई तो सारा मामला खुल गया. पानीपत के एसपी भूपेंद्र सिंह के अनुसार पूनम ने पूछताछ में बताया कि वह अपने मायके सिवाह में आई थी और गांव नौल्था में पति नवीन के मामा सतपाल के बेटे अमन और बेटी की शादी थी. वह 30 नवंबर को शादी में गई थी. फिर पहली दिसंबर को दोपहर बाद अमन की बारात निकली तो घर से सभी मेहमान बाहर थे. इसी दौरान उसे विधि घर पर सीढिय़ों से चढ़ते हुए दिखी.

बाद में वह उस के पीछेपीछे छत पर गई और विधि से बातचीत करने लगी, फिर इसी दौरान स्टोररूम के बाहर पानी से भरे प्लास्टिक टब को अंदर ले गई और इस में विधि की गरदन डुबो कर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद बाहर से दरवाजे की कुंडी लगा कर नीचे आ गई थी. कथा लिखे जाने तक पूनम पर अब अपने बेटे शुभम और भतीजी इशिका की हत्या के मामले में सोनीपत के गोहाना के बरोदा पुलिस थाने में भी हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. Haryana Crime News






