नीमच (मध्य प्रदेश) के रहने वाले अनूप कुमार सरकारी विद्यालय में टीचर थे. इस के अलावा वह लेखक और साहित्यकार भी थे. एक दिन वह अपने घर पर ही बैठे एक कविता की रचना कर रहे थे, तभी उन के मोबाइल की घंटी बजी. उन्होंने मोबाइल के स्क्रीन पर नजर डाली तो वह काल 620060xxxx नंबर से आ रही थी. उन के लिए वह नंबर अनजाना था.

जैसे ही उन्होंने काल रिसीव की, तभी किसी लडक़ी की आवाज आई. वह बोली, “मुझे आप से कुछ बातें करनी हैं.”

अनूप कुमार ने उस से पूछा, “आप कौन हैं?”

लडक़ी ने बताया, “मैं सोनम शर्मा हूं. दिल्ली में रहती हूं. आप से कुछ काम है.”

“देखें, अभी मैं बिजी हूं. आप शाम को काल कीजिएगा.” अनूप ने कहा. मगर शाम को व्यस्तता की वजह से वह उस की काल रिसीव नहीं कर पाए.

एक दिन अचानक अनूप के पास सोनम शर्मा की वाट्सऐप वीडियो काल आई. अनूप ने जैसे ही काल रिसीव की, वह चौंक गए. क्योंकि वह लडक़ी एकदम नंगी थी. वह चौंकते हुए बोले, “यह क्या है?”

“कुछ नहीं सरजी, आप बाथरूम में जाइए. मैं जैसा कहती हूं, वैसा कीजिए.” सोनम ने कहा.

उस नंगी लडक़ी की उम्र यही कोई 20-22 साल रही होगी. वह फोन को अपने गुप्तांगों के सामने रख कर उस पर अपना हाथ चला रही थी. यह देख कर अनूप कुमार ने तुरंत काल काट दी.

तभी सोनम शर्मा की वाइस काल आई. वह बोली, “आप वाट्सऐप काल उठाइए. अन्यथा आप के लिए अच्छा नहीं होगा. मैं जैसा कहती हूं वैसा कीजिए.”

शादीशुदा अनूप कुमार किसी पचड़े में नहीं पडऩा चाहते थे. उन्होंने सोनम से कहा, “आप अपनी उम्र देखिए. आप मेरी बेटी की उम्र की हैं. ऐसा वीडियो दिखाना आप को शोभा नहीं देता है.”

“कमाल है सर, एक जवान लडक़ी आप को खुला औफर दे रही है और आप ऐसी बातें कर रहे हैं. मैं इसलिए कह रही हूं कि आप मुझे अच्छे लगते हैं. मैं आप से जैसा कहूं, वैसा कीजिए. अन्यथा ठीक नहीं होगा.”

“सोनमजी, आप इस तरह के दृश्य दिखा कर अपना और मेरा दोनों का समय और दिमाग खराब कर रही हैं.” अनूप ने कहा.

उस ने कहा, “आप को जैसा मैं कहूं, वैसा कीजिए. इस से मुझे मजा आएगा.”

मगर अनूप ने ऐसा नहीं किया. तीसरी बार सोनम का फिर फोन आया. तब अनूप खाना खा रहे थे. अनूप ने उसे बता दिया कि वह खाना खा रहे हैं.

“जानू, खाना खाने में कितना समय लगेगा? बाथरूम में जाओ न. मैं जैसा कहूं वैसा करो न. मेरी प्यास बुझाओ न.” वह बोली.

अनूप ने उस की काल डिसकनेक्ट कर दी. सुबह जब अनूप सो कर उठे, तब उन के मोबाइल पर एक वाट्सऐप मैसेज आया. उस में वही तीनों वीडियो थे, जिस में नंगी लडक़ी अपने अंगों को सहला रही थी. अपने नीचे के अंग को चौड़ा कर रही थी.

उस के नीचे लिखा हुआ था, “ये आप का वीडियो है. आप साहित्यकार और शिक्षक हैं. यदि मैं इसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि पर वायरल कर दूं तो क्या होगा? आप की इज्जत चली जाएगी. तुरंत बोलो, वायरल करना है या डिलीट करना है?”

शुरू हुआ सैक्सटौर्शन

अनूप यह देख और पढ़ कर सन्न रह गए. यह तो सरासर ब्लैकमेलिंग का धंधा था. उन के सामने ऐसी स्थिति बनी कि वह किसी से कह भी नहीं सकते थे और मामले को छिपा भी नहीं सकते थे. इसलिए उन्होंने काफी सोचासमझा और फिर उस के वाट्सऐप पर मैसेज भेजा, ‘आप कुछ दिन और इंतजार कीजिए. देश की प्रतिष्ठित पत्रिका में आप का यह कारनामा आप के नाम के साथ छपेगा.’

इस के बाद सोनम ने उन्हें कई धमकियां दीं. उस समय अनूप ने उसे यह नहीं कहा कि वह वीडियो वायरल कर दे या डिलीट कर दे. कुछ देर बाद एक शख्स का उन के पास फोन आया, “एक लडक़ी ने आप की शिकायत की है. उस संबंध में आप से बात करनी है.”

“लेकिन मुझे कोई बात नहीं करनी,” कह कर अनूप ने नंबर को ब्लौक कर दिया.

तभी एक दूसरे नंबर से उन के पास फोन आया, जिस में कहा, “मिस्टर अनूप कुमार, जानते हो कि आप ने सीबीआई अधिकारी का नंबर ब्लौक किया है. उन्हें अनब्लौक कर के बात कीजिए. आप के खिलाफ एक शिकायत आई हुई है.”

अनूप मनोहर कहानियां में सैक्सटौर्शन की कई कहानियां पढ़ चुके थे. वह जानते थे कि ये लोग ब्लैकमेलिंग के लिए अलगअलग रौबदार व्यक्ति बन कर झांसे में लेने की कोशिश करते हैं. जो इन के झांसे में आ जाता है, उस का मानसिक और आर्थिक उत्पीडऩ शुरू हो जाता है. इसलिए उन्होंने उस नंबर को भी ब्लौक कर दिया.

तब तीसरे नंबर से उन के पास एक वाट्सऐप मैसेज आया, “मैं राहुल शर्मा बोल रहा हूं. आप से कुछ बात करनी है.” उस के वाट्सऐप डीपी पर एक यूट्यूबर का फोटो चस्पा था. उस से अनूप ने बात की तो वह बोला, “आप का वीडियो एक लडक़ी ने भेजा है, उसे वायरल करने के लिए. आप कहें तो वायरल करूं या रोक दूं?”

अनूप ने उस से कुछ नहीं कहा तो उस शख्स ने वीडियो के कुछ फोटो पर नाम आदि लिख कर वाट्सऐप किए और कहा, “इसे वायरल कर रहा हूं.”

सीबीआई अफसर बन कर किया फोन

अनूप के पास 3-4 व्यक्तियों के बारबार फोन आ रहे थे. कोई अपने को इंसपेक्टर, कोई सीबीआई अफसर, कोई यूट्यूबर बता कर धमकी दे रहा था. इस कारण अनूप ने अपनी सिम बंद कर दी. तब उन्होंने अनूप के एक फेसबुक फ्रैंड को फोन कर के उस से कहा कि वह अनूप से बात कर के समझाएं और कहें कि वह मामला सुलझा लें, उन के हक में है. अन्यथा वे बदनाम हो जाएंगे.

अनूप ने कुछ समझदारी से काम लिया. पहले उन्होंने किसी को भी अपना वीडियो यूट्यूब पर वायरल या डिलीट करने के लिए नहीं कहा. दूसरा वह यह सोच कर चुप रहे कि नंगी लडक़ी ने जो वीडियो भेजा, उस में आवाज नहीं थी.

यदि वीडियो में आवाज होती तो सारी सच्चाई सामने आ जाती और सारी स्थिति स्पष्ट हो जाती. अनूप ने लडक़ी से क्याक्या कहा? मगर यह तय था कि बनाए गए वीडियो में लडक़ी की नंगी तसवीर साफ और लेखक की धुंधली थी. यदि वह वीडियो वायरल करती तो उस की बदनामी ज्यादा होती.

तीसरी बात, बात करने वाला शख्स कहीं से भी नहीं लग रहा था कि वह सीबीआई अधिकारी है. उस का नंबर अनब्लौक करने की जिस शख्स ने बात की थी, उस की भाषा भी कुछ अच्छी नहीं थी. इस से अनूप कुमार को लगा कि यह सैक्सटौर्शन गैंग की कारस्तानी है. इसलिए अनूप लगभग एक सप्ताह तक चुप रहे, पर ब्लैकमेलरों की यह हरकत जारी रही.

इस तरह उस लडक़ी ने कई बार वीडियो कालिंग कर के अनूप से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने काल रिसीव नहीं की. अनूप ने तय कर लिया था कि अब ये लोग नहीं मानेंगे तो वह इन की शिकायत पुलिस से कर देंगे.

—कथा में अनूप कुमार परिवर्तित नाम है

छिपाएं नहीं, बताएं

एंड्रायड फोन लोगों के लिए जितना फायदेमंद है, मगर लालच में फंसने पर यह आफत भी बन जाता है. अनूप कुमार ने अपनी सूझबूझ से इस मामले से छुटकारा पा लिया, मगर हर कोई ऐसा नहीं कर पाता.

अगर किसी भी पुरुष को कोई लडक़ी वीडियो काल करे और वह उस में अचानक नंगी हो कर हरकत करती हुई मिल जाए तो पहली बार अच्छे से अच्छा व्यक्ति चौंक जाएगा. बस लडक़ी के लिए यही अच्छा अवसर होता है. वह उस नंगे वीडियो का वीडियो बना लेती है.

तब उस से जो बातचीत होती है वह उस युवा, नौजवान, प्रौढ़ और बुजुर्ग शख्स को बाथरूम में जाने के लिए कहती है. फिर उसे अंग दिखाने और उस पर हाथ फेरने को कहती है. इस का दूसरी ओर पूरा वीडियो बना लिया जाता है. इस के बाद वही वीडियो वाट्सऐप पर भेजा जाता है. तब आप को वास्तविकता का पता चलता है. वह आप की पोजीशन का वास्ता दे कर कहती है, ‘इस वीडियो का क्या करें? वायरल या डिलीट? जल्दी बोलो.’

जाहिर है डर के मारे, इज्जत के वास्ते, कोई भी शख्स उसे वायरल करने की अनुमति नहीं देता है. बस, फिर इन का ब्लैकमेल का धंधा शुरू हो जाता है. ये सौदेबाजी कर के निश्चित रकम मांग लेते हैं. इस अंजान जंजाल में फंसे शख्स की स्थिति ठीक वैसी होती है कि बताना भी नहीं आता और छिपाना भी नहीं आता. कहीं उन का वीडियो वायरल न हो जाए. फिर यह दुष्चक्र सदा के लिए चलता रहता है.

ठगी के इस नए तरीके से बचने के लिए एकमात्र रास्ता यही है कि किसी अनजान लडक़ी से वीडियो कालिंग नहीं की जाए. यदि जानेअनजाने उस के जंजाल में फंस जाएं तो जल्द ही पुलिस के पास जाएं. मगर उन ब्लैकमेलरों की बात न मानें. वाट्सऐप पर कभी भी वीडियो वायरल या डिलीट करने की परमिशन लिखित में न दें. तभी आप सैक्सटौशन से बच सकते हैं.

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