Crime Kahani : रंगेहाथों पकड़ी जाने पर अमन कौर ने प्रेमी डाक्टर के साथ मिल कर सास जीत कौर की हत्या कुछ इस तरह से की थी कि किसी को जरा भी संदेह नहीं हुआ. लेकिन उस की अलमारी से मिली फाइल ने उस की पोल खोल दी. इस में कोई 2 राय नहीं कि अवैधसंबंध हमेशा बरबादी ही लाते हैं. न जाने कितने परिवार अवैधसंबंधों की बलि चढ़ गए हैं, इस के बावजूद न अवैधसंबंधों में कोई कमी आ रही है और न इस से होने वाले अपराधों में. मजे की बात यह है कि इस के दुष्परिणाम को जानते हुए लोग जानबूझ कर इस आफत को न्यौता देते हैं.
समाज में ऐसे ढेरों किस्से हैं, जो रहस्य के गर्भ में दफन हो कर रह गए हैं. लेकिन यह भी सत्य है कि जिस तरह पानी में गंदगी छिपी नहीं रह सकती है, उसी तरह समाज की इस गंदगी की भी पोल कभी न कभी खुल ही जाती है. यह भी ऐसा ही मामला है. बीबी जीत कौर की हत्या का मामला भी शायद रहस्यों की अंधेरी परतों में दबा रह जाता, अगर उन की रहस्यमयी मौत से उठे चंद सवालों ने उस के बेटे लवप्रीत को यह सोचने के लिए विवश न कर दिया होता कि उस की मां की मौत स्वाभाविक नहीं, सोचीसमझी साजिश के तहत की गई हत्या है.
सरदार जगमोहन सिंह का परिवार पटियाला के घग्गा गांव में रहता था. गांव में उन के पिता हाकम सिंह की काफी उपजाऊ जमीन थी, जिस पर वह भाई के साथ मिल कर खेती करते थे. 32 साल पहले जगमोहन की पंजाब नहर एवं सिंचाई विभाग में नौकरी लग गई तो वह पटियाला आ कर रहने लगे. नौकरी लगने के बाद पिता ने उन की शादी जिला पातड़ा की जीत कौर से कर दी थी. शादी के लगभग 2 सालों बाद जगमोहन सिंह के घर बेटा पैदा हुआ, जिस का नाम उन्होंने लवप्रीत सिंह रखा. लवप्रीत के पैदा होने के 2 सालों बाद ही जगमोहन सिंह के पिता हाकम सिंह की मौत हो गई तो दोनों भाइयों ने जमीन का बंटवारा कर लिया.