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गिरफ्तार आरोपी गौरव को ले कर पुलिस गांव पहुंची. गौरव की निशानदेही पर पिछले 2 साल से बंद पड़े उस के मकान को खोला गया. उस ने बताया कि खुशबू की हत्या कर उस की लाश को गड्ढा खोद कर मकान के एक कमरे में ही दबा दिया था.

गौरव के बताने पर उस कमरे के कोने में खुदाई शुरू की गई. लगभग 3 फीट खुदाई के बाद गड्ढे से लापता हुई खुशबू के कपड़े व कंकाल मिल गए. पुलिस ने मृतका के कंकाल के अवशेषों को एक पौलीथिन में एकत्र कर सील कर दिया.

कंकाल मिलते ही गांव में सनसनी फैल गई. कंकाल को देखते ही खुशबू के परिवार में कोहराम मच गया. वृद्ध मातापिता पछाड़ खा कर गिर गए. गांव वालों ने किसी तरह उन्हें तसल्ली दी.

खुशबू के दोनों भाइयों अंकुश व रवि का रोरो कर बुरा हाल हो रहा था. 2 साल से अपनी बहन को तलाशते वे पूरी तरह से टूट चुके थे. उन का रक्षाबंधन भी बहन के इंतजार में सूना गया था.

एसपी (ग्रामीण) कुमार रणविजय सिंह ने प्रैस कौन्फ्रैंस में घटना का परदाफाश करते हुए जानकारी दी कि खुशबू का प्रेमी गौरव व उस के पिता चंद्रभान को गिरफ्तार कर उन की निशानदेही पर मृतका का कंकाल आरोपियों के घर से बरामद हो गया है.

उन्होंने बताया कि केस खुलने में बिलंब हुआ है. पूर्व में थाने में तैनात इंसपेक्टर और विवेचकों द्वारा इस केस के संबंध में किए गए प्रयास की समीक्षा की जाएगी. यदि लापरवाही पाई गई तो वैधानिक काररवाई भी होगी.

गौरव ने बताया कि आज से करीब 4 साल पहले पड़ोस में रहने वाली खुशबू ने उस से कहा था कि उसे भी बाइक चलाना सिखा दो. उस की मां ने भी सहमति दे दी थी. गौरव ने खुशबू को बाइक चलानी सिखाई थी.

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