पढ़ी लिखी ज्योति ने घर वालों की मरजी के खिलाफ रोहित से अंतरजातीय विवाह किया था. रोहित सरकारी नौकरी करता था, इसलिए ज्योति उस के साथ हंसीखुशी से रह रही थी. लेकिन शादी के 2 साल बाद पतिपत्नी के साथ ऐसा वाकया हुआ, जिस की किसी ने कल्पना तक नहीं की थी
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले का एक गांव है बृजपुरा. इसी गांव के निवासी महेश सिंह यादव पेशे से किसान थे. उन का बड़ा बेटा रोहित पशु पालन
विभाग में नौकरी करता था. 9 जुलाई, 2020 की बात है. रोहित की पत्नी ज्योति की तबियत अचानक खराब हो गई थी. बुखार के साथ उस के पेट में भी दर्द था.
ज्योति की तबियत खराब होने से रोहित परेशान था.. शाम हो गई थी. जब घरेलू उपायों से कोई लाभ नहीं हुआ तो घर वालों ने रोहित से ज्योति को कीरतपुर के किसी डाक्टर को दिखाने को कहा. क्योंकि बृजपुरा में कोई अच्छा डाक्टर नहीं था.
घर वालों की बात मान कर रोहित ने ज्योति से कहा, ‘‘चलो डाक्टर को दिखा आते हैं. रात में ज्यादा तबियत खराब हो गई तो किसे दिखाएंगे.’’
ज्योति डाक्टर के पास जाने के लिए तैयार हो गई.
ब्रजपुरा से कीरतपुर लगभग 5 किलोमीटर दूर था. रोहित अपनी मोटरसाइकिल से ज्योति को कीरतपुर के एक डाक्टर के क्लीनिक पर ले गया. ज्योति का चैकअप करने के बाद डाक्टर ने दवा दे दी और 2 दिन बाद आने को कहा.
डाक्टर से दवा लेने के बाद रोहित पत्नी को ले कर अपने घर जाने के लिए चल दिया. लौटते समय रात हो गई थी.
रोहित की मोटरसाइकिल जब सिंहपुर नहर पुल की हुर्रइया पुलिया के पास पहुंची, तब तक रात के सवा 8 बजे थे. सड़क पर सन्नाटा था. ज्योति रोहित को पकड़े बाइक पर बैठी थी. उस ने कहा, ‘‘अंधेरे में मुझे डर लग रहा है. तुम गाड़ी तेज चलाओ जिस से हम घर जल्दी पहुंच जाएं.’’
रोहित कुछ कह पाता, तभी वहां घात लगाए बैठे हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया. दोनों को जिस बात का डर था वही हुआ. ऐसा लग रहा था बदमाश जैसे उन दोनों का ही इंतजार कर रहे थे. अचानक हुए हमले से दोनों घबरा गए. रोहित ने मोटरसाइकिल की स्पीड बढ़ा कर वहां से भागने का प्रयास किया.
लेकिन हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. तभी एक गोली रोहित के पेट में लगी और दोनों बाइक सहित सड़क पर गिर गए. कई गोली लगने से ज्योति गंभीर रूप से घायल हो गई थी. हमलावर 2 मोटरसाइकिलों पर सवार हो कर आए थे.
रात के सन्नाटे में गोलियों की आवाज सुन कर आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए. गांव वालों के वहां पहुंचने से पहले ही हमलावर निकल थे. कुछ ग्रामीणों ने घायल दंपति को पहचान लिया और बृजपुरा उन के घर फोन कर घटना की जानकारी दे दी.
घटना की जानकारी मिलते ही रोहित के घर में कोहराम मच गया. छोटा भाई मोहित, पिता महेश व अन्य घर वाले गांव वालों के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए. ज्योति और रोहित सड़क किनारे बिजली के खंभे के पास लहूलुहान पड़े थे. इसी बीच किसी ने मैनपुरी थाना पुलिस को भी घटना की सूचना दे दी थी.
सड़क पर बाइक सवार दंपति को गोली मारने की सूचना पर थाने में हड़कंप मच गया. घटनास्थल थाने से लगभग 7-8 किलोमीटर दूर था. इंसपेक्टर भानुप्रताप सिंह कुछ ही देर में पुलिस टीम व एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने गंभीर रूप से घायल दंपति को एंबुलेंस से उपचार के लिए जिला अस्पताल में भिजवाया.
वारदात हैरान कर देने वाली थी
दंपति पर जानलेवा हमले की वारदात से गांव वालों में रोष था. उन के रोष को भांप कर थानाप्रभारी ने घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे कर स्थिति से अवगत करा दिया. खबर मिलते ही एएसपी मधुबन सिंह और सीओ अभय नारायण राय घटनास्थल पर पहुंच गए. अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया.
घटनास्थल से पुलिस को जहां 2 खोखे मिले, वहीं घटनास्थल से लगभग 150 मीटर की दूरी पर भी एक खोखा मिला. पुलिस ने घटनास्थल से जरूरी सबूत जुटा कर मौके की जरूरी काररवाई निपटाई. सीओ साहब ने गुस्साए ग्रामीणों को भरोसा दिया कि पुलिस हमलावरों को जल्द गिरफ्तार कर लेगी. उन के आश्वासन के बाद गांव वाले शांत हुए.
पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई. लेकिन रात का समय होने के कारण बदमाशों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी. हमलावरों ने दंपति को घायल करने के बाद उन की बाइक, नकदी व आभूषण को नहीं लूटा था. इस से पुलिस को आशंका हुई कि बदमाशों ने हमला लूटपाट के लिए नहीं किया, बल्कि इस के पीछे जरूर कोई रंजिश रही होगी.
घटनास्थल से अधिकारी सीधे जिला चिकित्सालय पहुंचे. उन्होंने घायलों के बारे में डाक्टरों से जानकारी ली. डाक्टरों ने बताया कि रोहित के पेट में एक गोली लगी थी, जबकि ज्योति के शरीर में 6 गोलियां लगी थीं. घायल रोहित ने अधिकारियों को हमलावरों के नाम भी बता दिए.
अस्पताल में मौजूद रोहित के छोटे भाई मोहित ने रंजिश के चलते अंगौथा निवासी बृजेश मिश्रा, उस के बेटे गुलशन व हिमांशु मिश्रा, बृजेश के छोटे भाई अशोक मिश्रा तथा उस के 2 बेटों राघवेंद्र उर्फ टेंटा व रघुराई पर वारदात को अंजाम देने का आरोप लगाया.
घायल दंपति का जिला अस्पताल मैनपुरी में उपचार शुरू किया गया. उपचार के दौरान दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए डाक्टरों ने उन्हें मैडिकल कालेज सैफई रैफर कर दिया. पुलिस व घर वाले जब एंबुलेंस से घायल दंपति को सैफई ले जा रहे थे तो ज्योति की रास्ते में मौत हो गई. जबकि रोहित का सैफई पहुंचते ही इलाज शुरू हो गया. गोली उस के पेट में लगी थी जो पार हो गई थी.
औपरेशन के बाद चिकित्सकों ने रोहित को आईसीयू में भरती कर दिया था. रोहित की सुरक्षा के लिए थानाप्रभारी ने 2 सिपाही भी तैनात कर दिए गए थे.