प्रियंका ने राहुल का साथ देते हुए कहा, ‘‘इस तरह मुझे भी नौकरी करने की जरूरत नहीं होगी. बिना नौकरी के ही अपने पास काफी पैसे आ जाएंगे.’’
धमकी भरे खत में दीपक को राहुल ने लिखा, ‘‘मेरे मोबाइल की एक क्लिक तेरी जिंदगी खत्म कर देगी. तेरी प्राइवेट इनफार्मेशन को शेयर कर बदनाम कर फैक्ट्री तक को हम बंद करवा देंगे.’’
बदनाम करने की धमकी के साथ ही बिजनेसमैन को गैंग में कई सदस्यों के होने के बारे में भी बताया गया.
राहुल बोहरा ने धमकी भरे लेटर में दीपक और कंपनी की महिला कर्मचारी का नाम लिखा. दोनों के एक साथ गए स्थानों के बारे में डिटेल लिखी. बदनाम करने की धमकी दे कर पहली नवंबर, 2022 को 10 लाख रुपए देने की डिमांड की.
पुलिस को बताने या चालाकी करने पर लिखा कि उस की सारी कौन्टैक्ट लिस्ट उस के मोबाइल में है. उस की प्राइवेट और औफिशयल इनफार्मेशन सभी को शेयर कर दी जाएगी. तेरी हर मूवमेंट का मुझे मेरे मोबाइल में पता चल जाता है. मोबाइल के एक क्लिक से तेरी जिंदगी खत्म हो जाएगी.
रुपए कंपनी से डेढ़ किलोमीटर दूर विद्याधर नगर स्थित कपड़ों के शोरूम के पास रखने के लिए कहा. बताया गया था कि ब्लैकमेलिंग की रकम देने के लिए बिजनेसमैन खुद अकेला रुपए देने आए. रुपए बैग में रखने के बाद प्लास्टिक लौक से बंद हो. बैग की ऊपर चेन में अलग से सफेद लिफाफों में 25-25 हजार रुपए रख कर कोड लिखा जाए.
रुपए देने के दौरान बिजनेसमैन खुद की ही कार यूज करेगा और अकेले ही आएगा. बिजनेसमैन को बताया गया था कि उन के गैंग में कई लोग हैं. बैग उठाने वाला कोड देख कर अपना लिफाफा ले जाएगा. गैंग के अलगअलग लोग अपना कोड देख कर लिफाफे निकाल ले जाएंगे.
राहुल को पहली बार ब्लैकमेलिंग के समय डर लगा था. लेटर देने के लिए उस ने एक आटोरिक्शा ड्राइवर को पकड़ा. ड्राइवर को 5 सौ रुपए दे कर फैक्ट्री के गेट पर खड़े गार्ड को लिफाफा देने भेजा. लिफाफे पर लिखा, ‘इम्पोर्टेंट डाक्यूमैंट, केवल डायरेक्टर दीपक ही खोलें.’
बिजनेसमैन ने लेटर पढ़ने के बाद बदनामी के डर से पैसे देना तय किया. डिमांड के अनुसार रुपयों का बैग दीपक ने पेड़ के नीचे रख दिया.
करीब 15 मिनट तक खड़ा रहने के बाद वह वहां से चला गया. राहुल को पकड़े जाने का डर था. उस ने एक आटो ड्राइवर को पकड़ा. 5 हजार रुपए दे कर बैग उठा कर लाने के लिए भेजा था.
आटो वाला बैग उठा लाया और राहुल को दे दिया.
राहुल ने बैग खोल कर रुपए गिने तो पूरे 11 लाख रुपए थे. 11 लाख रुपए आसानी से मिलने से राहुल और प्रियंका का लालच बढ़ गया. ढाई लाख रुपए कम भेजने की बात कह कर दोबारा डिमांड की गई.
रुपए कम भेजने का जुरमाना 2 लाख रुपए लगाया गया. साढ़े 4 लाख रुपए के साथ ही 25-25 हजार के 3 लिफाफों की डिमांड का लेटर रास्ते में जा रहे मजदूर के जरिए गार्ड को भेजा. बिजनेसमैन को उसी पत्र में 10 लाख रुपए अलग से मांगे थे.
ये 10 लाख रुपए कंपनी के उस व्यक्ति की जानकारी देने के एवज में मांगे थे. दीपक ने सोचा कि कौन फैक्ट्री में आस्तीन का सांप बन कर यह सब जानकारियां जुटा कर आरोपियों को दे रहा है. उस का पता चल जाएगा. यह सोच कर दीपक ने डिमांड के अनुसार 15 लाख 25 हजार रुपए डर कर उसी पेड़ के नीचे रख दिए.
रुपए का बैग रख कर दीपक के जाने के बाद दूसरी बार राहुल का डर खुल गया था. बैग रखने के कुछ देर बाद जा कर राहुल खुद बैग उठा कर ले आया. दीपक कंपनी के व्यक्ति की जानकारी के लिए ब्लैकमेलर के लेटर का इंतजार करता रहा.
26 दिसंबर, 2022 को गार्ड ने दीपक को एक और लिफाफा दिया. उस में कुछ प्रश्नउत्तर लिखे थे. उस पत्र में कंपनी के व्यक्ति के नहीं मिलने और जानकारी नहीं होने के बारे में लिखा था. उस व्यक्ति की जानकारी देने के लिए 23 लाख रुपए की डिमांड की.
4 जनवरी, 2023 को बताए एड्रेस पर फिर दीपक माहेश्वरी रुपए की जगह पत्र लिख कर डाल आए. उस पत्र में दीपक ने लिखा कि रुपए की व्यवस्था नहीं हुई. व्यवस्था कर रहा हूं. मैं रात एक बजे आप के बताए अनुसार इसी जगह पर आप का काम कर दूंगा.
समाज में इज्जत न चली जाए, यह सोच कर उन्होंने पैसा ब्लैकमेलर को डर के मारे दे दिया था. 26 लाख 25 हजार रुपए गंवाने के बाद दीपक सोच रहे थे कि चलो ब्लैकमेलर से पिंड छूटा.
दीपक माहेश्वरी समझ गए कि ब्लैकमेलर उन्हें मरते दम तक ब्लैकमेल करते रहेंगे. ऐसे में दीपक माहेश्वरी ने 5 जनवरी, 2023 को विश्वकर्मा थाने में जा कर अपनी आपबीती बता कर ब्लैकमेलर ठगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी. इस के बाद ही पुलिस ने योजना बना कर आरोपियों को गिरफ्तार किया.
दीपक माहेश्वरी को जब पता चला कि एक आरोपी उन की पूर्व अकाउंटेंट प्रियंका मेघवाल है और दूसरे आरोपी राहुल बोहरा की सगी बहन उन की फैक्ट्री में काम करती है तो वह कह उठे ‘यह सिला दिया जौब देने का.’
पुलिस ने दीपक द्वारा विश्वकर्मा थाने में दर्ज मामले में अज्ञात आरोपियों की जगह मुख्य आरोपी राहुल बोहरा एवं उस की सहयोगी प्रियंका मेघवाल का नाम दर्ज कर लिया. पुलिस ने पूछताछ पूरी होने पर दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से राहुल व प्रियंका को जेल भेज दिया गया. द्य