UP Crime News : गुलफ्शां ने अपने निकाह से पहले ही प्रेमी संग मिल कर साजिश रची और मंगेतर निहाल को भरोसे में ले कर उस के साथ वही किया, जो पिछले दिनों सोनम ने हनीमून के दरम्यान अपने पति के साथ किया था. पढ़ें, इस कहानी में क्या प्रेम खून मांगता है? गुलफ्शां की शादी महीनों पहले तय हो गई थी. जबकि वह गांव के ही सद्दाम से मोहब्बत करती थी. सद्दाम भी उस से बेइंतहा मोहब्बत करता था. दोनों के परिवार गांवसमाज और परिवार के कायदेकानून में बंधे थे, लेकिन उन 2 प्रेमियों का दिल आजाद हो कर भी अपनेअपने परिवार के संस्कारों जुड़ा था.

जैसेजैसे विवाह की तारीख 15 जून नजदीक आ रही थी, वैसेवैसे सद्दाम की बेचैनी बढ़ती जा रही थी. यही हाल गुलफ्शां का भी था. सद्दाम तो अपनी बेचैनी और मोहब्बत की दास्तां दोस्तों से शेयर कर लेता था, लेकिन गुल की तमाम प्यारमोहब्बत की बातें सिसकियां बन कर चारदीवारी से टकराती रहती थीं. सिर्फ एकमात्र सहारा मोबाइल का वाट्सऐप था. मन बहलाने के लिए मनोरंजक रील्स, फिल्मों के शार्ट वीडियो और छिटपुट खबरें थीं. पिछले दिनों सोनम और राजा रघुवंशी की खबरों से इंटरनेट मीडिया अटा पड़ा था. बारबार गुल के दिमाग पर वह घटना चोट पर चोट किए जा रहा था.

गुल परेशान हो गई थी. कभी सोनम के बारे में सोचने लगती तो कभी उस के गरीब प्रेमी के बारे में…जब नतीजे पर पहुंचती, तब उस के दिमाग में सद्दाम का चेहरा घूमने लगता. उस ने महसूस किया कि शायद सोनम भी उस की तरह मजबूर रही होगी. उस के बारे में सोचतेसोचते जब दिमाग खाली हो जाता, तब खुद के बारे में सोचने लगती. खयाल आता, ‘क्यों न वह अपनी लव स्टोरी को कायम रखने के लिए निकाह से पहले ही कोई तरीका अपनाए.’ अगले पल ही मन में सवाल आता, ‘कौन सा तरीका? सोनम वाला? नहींनहीं! वैसा नहीं कर सकती!…तो फिर क्या किया जाए?’

कुछ ऐसी ही ऊलजुलूल की उधेड़बुन में खोई थी. निकाह के सिर्फ 2 दिन बचे थे. अपने कमरे में दीवार की तरफ टकटकी लगाए हुए थी. उस वक्त कमरे में और कोई नहीं था. सामने अलमारी के बगल में मोबाइल चार्ज में लगा था. अचानक उस का स्क्रीन चमक उठा. छोटी सी कुछ सेकेंड का काल रिंग बजी. मोबाइल हाथ में ले कर पह देखने लगी. उस के मंगेतर निहाल का फोन था. वह चिढ़ गई, ‘निकाह हुआ नहीं…और अभी से ही बेचैन है!’

वह मोबाइल फिर से चार्ज के लिए लगाने ही वाली थी कि फिर से काल रिंग बजी. इस बार जो नंबर उभरा, उसे देख कर गुल की आंखों में चमक आ गई. चेहरा खिल उठा. काल उस के प्रेमी सद्दाम की थी, जिसे उस ने सलमान के नाम से सेव कर रखा था.

उस ने तुरंत काल रिसीव करते हुए कहा, ”हां बोलो.’’

”अब क्या बोलना बचा है… तुम ने मेरा वाट्सऐप नहीं देखा!’’ सद्दाम ने कहा.

”हां देखा, सलमान खान का फोटो है. क्यों भेजा, समझी नहीं.’’ गुल बोली.

”तुम नहीं मिलीं तो मेरी भी उसी जैसी हालत होगी!’’ सद्दाम बोला.

”ऐसा क्या? मेरे बिना कुंवारे बैठे रहोगे?’’ गुल हैरानी के साथ बोली.

”तुम मेरे बिना रह पाओगी…उस बावर्ची के साथ?’’ सद्दाम ने चुटकी ली.

”अब क्या करूं मेरी जान? किस से कहूं दिल की बात? यहां घर में कोई मेरी नहीं सुनने वाला.’’ गुल की आवाज में निराशा थी.

”मैं समझता हूं तुम्हारी मजबूरी. तुम से कुछ नहीं हो पाएगा. अब जो कुछ करूंगा, मैं ही करूंगा. तुम को सिर्फ मेरा साथ देना है.’’ सद्दाम समझाते हुए बोला.

”मुझे क्या करना होगा?’’ गुल का सवाल था.

”तुम्हें निहाल को अपने विश्वास में लेना है. आगे का काम मैं करूंगा.’’ सद्दाम बोला.

”ठीक है, तुम से पहले उस की ही काल आई थी.’’ गुल बोली.

”अभी उसे काल बैक करो. सब कुछ अच्छा रहा तो सब हमारी मरजी का होगा.’’ सद्दाम ने जैसा बोला वैसा ही गुल ने किया.

निहाल को काल बैक कर उस से प्यार भरी बातें कीं. उसे बताया कि अगले रोज उस का कोई रिश्तेदार काल करेगा. विवाह की रस्म का कुछ काम है. वह जैसा कहे, वैसा करना. उत्तर प्रदेश के जिला रामपुर में भोट थाना क्षेत्र के धनुपुरा गांव की निवासी गुलफ्शां की शादी निहाल के साथ 6 महीने पहले ही तय हो गई  थी. वह थाना गंज क्षेत्र का रहने वाला था. बावर्ची का काम करता था. निहाल अपने परिवार में सब से छोटा था. उस के 2 भाई और 2 बहनें हैं, जिन में से एक भाई और एक बहन की शादी हो चुकी है.

दोनों के घरों में शादी की तैयारियां चल रही थीं. 14 जून, 2025 को दिन में ही निहाल के पास फोन आया. फोन करने वाले ने बताया कि वह उस का चचेरा साला लगेगा. कपड़े खरीदवाने के लिए उस के साथ बाजार चलना होगा. इस बारे में उस की गुलफ्शां से बीती रात बात हुई होगी. निहाल ने इस की हामी भरी, क्योंकि गुल ने उस की पसंद के कपड़े खरीदवाने के लिए रिक्वेस्ट किया था. निहाल घर से निकला. उसे लेने के लिए बाइक से 2 युवक आए थे. वह उन के साथ बीच में बैठ कर चला गया. देर शाम होने तक निहाल घर नहीं लौटा तो फेमिली वालों को चिंता होने लगी. उस के बड़े भाई नायब ने उस की खोजबीन के लिए कई जगह काल की.

सभी जगह से एक ही जवाब आया कि उन के पास निहाल आया ही नहीं था. काफी खोजबीन के बाद जब कुछ पता नहीं चला तो फेमिली वालों ने गंज थाने में उस की गुमशुदगी की सूचना दर्ज करवा दी. निहाल के अचानक दिनदिन में ही लापता हो जाने की सूचना नायब ने गुलफ्शां के फेमिली वालों को भी दे दी. पुलिस ने निहाल की तलाशी के लिए सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया. तब पुलिस को बाइक पर 3 लोग बैठ कर जाते हुए दिख गए. सीसीटीवी के जरिए पुलिस को निहाल के अपहरण की पुष्टि हुई थी. फुटेज में 2 बाइक सवार युवक निहाल को बीच में बैठाए हुए कहीं ले जाते दिखे थे.

बाइक चला रहे युवक ने हेलमेट पहन रखा था, जबकि दूसरे ने चेहरा गमछे से ढक रखा था. हालांकि बाइक नंबर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. इस की मदद से ही पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई थी. बाइक चलाने वाले की पहचान सद्दाम के रूप में हो गई. उस के साथ बैठा युवक सद्दाम का साथी फरमान था. तकनीकी सबूत के आधार पर सद्दाम और फरमान 15 जून, 2025 को गिरफ्तार कर लिए गए. पुलिस ने दोनों से निहाल के बारे में सख्ती से पूछताछ की. दोनों ने मार पडऩे के डर से स्वीकार कर लिया कि उन्होंने निहाल की हत्या कर दी है. उन के द्वारा अपराध कुबूल कर लेने के बाद पुलिस सद्दाम को हत्या वाली जगह पर ले गई. तभी उस ने एक कांस्टेबल की पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश की.

सद्दाम ने छीनी गई पिस्टल से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिस के जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई. इस मुठभेड़ में सद्दाम के पैर में गोली लगी और उसे घायल अवस्था में जिला अस्पताल में भरती कराया गया. निहाल के परिजनों में उस के भाई नयाब की तहरीर पर सद्दाम, फरमान, अनीस और युवती यानी होने वाली दुलहन गुलफ्शां निवासी धनुपुरा रामपुर के खिलाफ अपहरण कर हत्या करने की रिपोर्ट लिखी गई. पुलिस ने फरमान को गिरफ्तार कर लिया. उस ने बताया कि निहाल का अपहरण कर गला घोंट कर हत्या की गई और शव को जंगल में एक मक्के के खेत में छिपा दिया था. उस का मोबाइल तोड़ दिया था.

दोनों आरोपियों की निशानदेही पर 16 जून, 2025 को अजीमनगर थाना क्षेत्र के रतनपुरा जंगल से निहाल का शव बरामद कर लिया गया. पूछताछ में सद्दाम ने निहाल की मंगेतर गुलफ्शां का भी नाम लिया. उस ने बताया कि उस के कहने पर ही उन्होंने निहाल की हत्या की है. सद्दाम ने यह भी स्वीकार किया कि वह गुलफ्शां से मोहब्बत करता है. पुलिस ने प्रेमी सद्दाम और फरमान को गिरफ्तार कर लिया तो गुलफ्शां और अनीस फरार हो गए थे. गुलफ्शां पर निहाल की हत्या की क्राइम स्टोरी की साजिश रचने का आरोप था. उस की भूमिका की पुलिस बारीकी से जांच में जुटी थी. इस के लिए सुबूत भी जुटाने के लिए उस की काल डिटेल्स भी खंगाली गई.

इस वारदात से 2 घरों में मातम का माहौल बन गया था. जबकि 6 महीने पहले रिश्ता तय होने के बाद से ही गूजर टोला स्थित फकीरों वाली मसजिद निवासी निहाल के घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं. निहाल ने निकाह के लिए खास ड्रेस बनवाई थी. घर मेहमानों से भरा था. निहाल की शादी को ले कर सभी खुश थे. 15 जून, 2025 रविवार को बारात जानी थी, लेकिन खुशियों को न जाने किस की नजर लग गई. शादी से महज एक दिन पहले ही निहाल का अपहरण कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया. दूल्हे की ड्रेस में निहाल को देखने के लिए आतुर अब्बूअम्मी ने जब उस का कफन में लिपटा शव देखा तो वे बेसुध हो गए. अन्य परिजनों का भी रोरो कर बुरा हाल हो गया.

फेमिली वालों ने गमगीन माहौल में 16 जून की देर रात उसे सुपुर्द ए खाक कर दिया. रामपुर के एसपी विद्यासागर मिश्र के अनुसार लिखे जाने तक गुलफ्शां से पूछताछ की जानी थी. वह अपने 32 वर्षीय पड़ोसी सद्दाम से एक साल से प्रेम संबंध कायम किए हुए थी. गुलफ्शां की शादी तय होने के बाद से वह नाराज था. इसे ले कर वह गुलफ्शां के घर जा कर झगड़ा भी कर चुका था. निहाल की हत्या की साजिश रचने के आरोप में घिरी गुलफ्शां के घर भी मातम छा गया. गुलफ्शां के अब्बू आशिक अली ने पुलिस से उसे बचाने की गुहार लगाई है. उन का कहना था कि वह बहुत गरीब हैं. उन के 9 बच्चे हैं. उधार ले कर बेटी की शादी कर रहे थे.

उन्होंने पुलिस को बताया कि हत्यारोपी सद्दाम अकसर उन की बेटी को शादी न करने के लिए धमकी देता था. उस ने परिवार तक को खत्म करने की धमकी दी थी.  सद्दाम से पुलिस द्वारा पूछताछ में जो क्राइम स्टोरी सामने आई, उस से पता चला कि दोनों एकदूसरे से प्यार करते थे. सद्दाम ने पुलिस को बताया है कि उस के और गुलफ्शां के बीच लव अफेयर चल रहा था. उस ने गुलफ्शां से शादी की इच्छा भी जताई थी, लेकिन गुलफ्शां के परिजनों ने उस का निकाह निहाल से तय कर दिया था.

गुलफ्शां के साथ ही उस की बहन की भी शादी थी. गुलफ्शां की बारात तो नहीं आई, लेकिन उस की बहन की बारात आई. गुलफ्शां की बहन का निकाह संपन्न हुआ, लेकिन गुलफ्शां व उस के फेमिली वाले दूसरी बारात का इंतजार ही करते रहे. देर रात जब पुलिस यहां पहुंची, तब उन्हें जानकारी हुई कि गुलफ्शां के होने वाले शौहर की हत्या हो चुकी है. UP Crime News

 

 

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