Crime News : इंटरनेट दुनिया भर में महिला मौडल क्रिएटर के लिए कमाई का बेहतरीन जरिया बन चुका है. वे अगर इंस्टाग्राम और यूट्यूब से मोटी कमाई कर रही हैं तो उन के इस कारोबार को बढ़ाने में ओनलीफैंस से भी काफी मदद मिल रही है. कमाई के लालच में वह न्यूड वीडियो को इस तरह अपलोड कर रही हैं कि…
इगलैंड की मशहूर मौडल और एक्ट्रैस बोनी ब्लू ने जब दावा किया कि वे 12 घंटे में 1,057 पुरुषों के साथ हमबिस्तर हो चुकी थीं, तब 25 साल की मौडल के इस बेबाक खुलासे ने लोगों को चौंका दिया. आखिर ऐसा कैसे हो सकता है? इस पर उन की एक सहमौडल और ऐक्ट्रैस की जबरदस्त प्रतिक्रिया आई. साथ ही बोनी ब्लू के सोशल मीडिया पर कई वीडियोज वायरल भी हो गए. यह दावा उस ने विश्व रिकौर्ड बनाने की कोशिश में किया था.
यह दावा 25 साल की मौडल एडल्ट फिल्म ऐक्ट्रैस लिसा स्पाक्र्स के बनाए पिछले विश्व रिकौर्ड को तोडऩे के लिए किया गया, जिन्होंने साल 2004 में 24 घंटों में 919 पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे. उस के बाद जब उन्होंने एक अनोखे ‘पेट्टींग जू’ स्टंट की घोषणा की, जिस में उन्होंने दावा किया कि उस के साथ एक कांच के बौक्स में 2 हजार पुरुष उन के साथ यौन संबंध बनाएंगे. किंतु इस दावे की घोषणा के बाद उन का ओनलीफैंस ने अत्यधिक चुनौतीपूर्ण होने की वजह से अकाउंट बंद कर दिया.
दरअसल, बोनी ने अजीबोगरीब घोषणा की थी कि वह एक कांच के बौक्स में न्यूड और बंधी हुई होंगी. वहां लगभग 2 हजार पुरुष उन के साथ यौन संबंध बना सकेंगे. इस अनोखे चैलेंज को ओनलीफैंस ने उन की नीतियों का उल्लंघन बताया. उस का कहना था कि वह ऐसी किसी भी तरह की चुनौती को अनुमति नहीं देती है, जिस में जान जोखिम में डालने का खतरा हो और अप्राकृतिक स्वरूप को दर्शाया जाता हो. मशहूर होने से पहले बोनी शादीशुदा जिंदगी गुजार रही थीं. उन के करिअर में नया मोड़ तब आया, जब उन्होंने एक वेबकैम मौडल के रूप में शुरुआत की और आखिर में ‘ओनलीफैंस’ से जुड़ गईं. वह कथित तौर पर हर महीने लगभग 7.9 करोड़ रुपए कमाती हैं.
यह सोशल मीडिया क्रिएटरों द्वारा किए जाने वाले तरहतरह के कारनामों के चलते विवाद के साथसाथ नैतिक और कानूनी सीमाओं का सवाल खड़ा कर गया. इसे व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों नजरों से खतरनाक विषय माना गया. इन दिनों फोटोग्राफर्स, फिटनैस ट्रेनर्स, शेफ, म्यूजिशियन या मौडल्स के लिए ओनलीफैंस काफी उपयोगी बन चुका है. वे ओनलीफैंस पर अपना कंटेंट डालते हैं और उन के फैंस मासिक फीस दे कर उसे देखते हैं.
मुख्यरूप से यह एडल्ट कंटेंट (नग्न/अश्लील फोटो व वीडियो) के लिए चर्चित है, लेकिन इस में फिटनैस टिप्स, कुकिंग ट्यूटोरियल, आर्टवर्क, म्यूजिक जैसी नौन एडल्ट कैटेगरी भी होते हैं. इस के जरिए क्रिएटर्स को सीधे पैसे सदस्यता लेने वाले फैंस से मिलते हैं और बदले में प्लेटफौर्म कमीशन लेता है. ब्रिटेन द्वारा 2016 में शुरू किया गया यह एक रजिस्टर्ड बिजनैस है, जो कई देशों में वैध है. चूंकि इस में बहुत सा कंटेंट एडल्ट इंडस्ट्री से जुड़ा होता है तो इस के जरिए कुछ गैरकानूनी काम भी होते पाए गए हैं, जैसे— नाबालिगों का शोषण, रेवेंज पोर्न, मनी लौंड्रिंग या फिर बिना टैक्स चुकाए हुए कमाई करने का धंधा.
कुछ मामलों में फरजी उम्र से प्रोफाइल बना लिए जाते हैं, तो रेवेंज पोर्न यानी बदले की भावना से बिना सहमति के किसी का प्राइवेट कंटेंट यहां डाल दिया जाता है. इस के अतिरिक्त मनी लौंड्रिंग के लिए एक महफूज अड्डा बन जाता है. यहां सब्सक्रिप्शन मनी के जरिए काले धन को सफेद करने की कोशिश होती है. साथ ही कई देशों में इसे बिना टैक्स चुकाए कमाई का धंधा बना लिया गया है. ऐसे टैक्स चोरी के मामले सामने आ चुके हैं.
यानी कि यह अपने आप में क्राइम का अड्डा भले ही न हो, बल्कि एक ऐसा प्लेटफौर्म है, जिस का इस्तेमाल शातिर दिमाग के लोग गैरकानूनी गतिविधियों के साथ करने से पीछे नहीं हटते हैं. जिस तरह से सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफौर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम आदि पर भी क्राइम की शिकायतें आती हैं, वैसे ही यहां भी क्राइम की वारदातें सामने आ चुकी हैं.
खुद न्यूड हो कर या फिर अंतरंग यौन संबंध की तसवीरें और वीडियो बेचने वाली लड़कियां और महिलाओं के लिए अगर यह मजबूरी है तो यह उन के लिए एक जरूरत भी बन चुका है. कारण, यह अब ऐसे लोगों के लिए आमदनी का एक अच्छा जरिया बन चुका है. यह एक तरह का दुनिया भर का अनूठा बिजनैस मौडल बन चुका है, जो परिवार या समाज की नजरें बचा कर किया जाता है. इस के ग्राहक और क्रिएटर्स कहीं के भी हो सकते हैं. वे देश की सीमा से परे और सामाजिक और नियमकानून के बंधनों से मुक्त हैं. उन्हें केवल ओनलीफैंस की शर्तें माननी होती हैं.
इस की लोकप्रियता बढऩे की शुरुआत कोरोना महामारी के दौर में हुई. उल्लेखनीय है कि कोरोना हर किसी के लिए एक जैसी नहीं था. कुछ लोगों ने इस बीच बहुत कुछ खो दिया तो कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें अपने रोज के गुजारे के लिए बहुत कठिन कदम भी उठाने पड़े थे. उन्हीं में अमेरिका की सवाना बेनाविडेज नाम की महिला भी थी. जिस की नौकरी छूटने के बाद वह अपने 2 साल के बेटे की देखभाल करने के लिए काफी परेशान हो गई थी.
कहने को तो वह एक एक मैडिकल स्टोर में बिल बनाने का काम करती थी, लेकिन अपना खर्च उठाने के लिए उसे कुछ काम की जरूरत थी. इसी बीच 23 साल की बेनाविडेज को सोशल मीडिया प्लेटफौर्म पर ‘ओनलीफैंस’ के बारे में मालूम हुआ. उस ने उस पर अपना अकाउंट बनाया, जहां वह मासिक चार्ज वसूल कर अपनी खूबसूरत देह की न्यूड तसवीरें बेच सकती थी. उस के बाद उस ने ओनलीफैंस अकाउंट पर अपनी नग्न तसवीरें पोस्ट करनी शुरू कर दीं.
ऐसा कर के सवाना बेनाविडेज ने मात्र 2 सालों में ही करीब 64,000 डौलर कमा लिए थे, जिस से उस ने सिर्फ अपना रोजाना का खर्चा ही नहीं पूरा किया, बल्कि अपना किराए देने से ले कर कार का पेमेंट तक किया. इस पर बेनाविडेज का कहना था कि उस ने अपनी नग्न तसवीरें बेच कर इतने रुपए कमा लिए, जितने वह अपनी नौकरी पर रहते नहीं कमा सकी थी. सवाना की ही तरह रुपए कमाने का सपना ले कर रेस्टोरेंट में काम करने वाली 22 साल की लेक्सी ऐग्जेंबर्गर ने भी ओनलीफैंस पर अकाउंट बनाया था. उसे भी कोरोना महामारी के बीच 3 बार नौकरी खोनी पड़ी थी. इस वजह से उसे रुपयों की इतनी जरूरत हुई कि उसे डेंटल हाइजीन स्कूल छोडऩा पड़ा.
उस ने जीने के लिए प्लाज्मा डोनेट करने जैसे काम भी किए, लेकिन ऐसा कर के भी उस की जरूरतों लायक खर्च भी पूरे नहीं हुए. इस के बाद उस ने ओनलीफैंस की ओर रुख किया.
भारतीय क्रिएटर्स भी हैं इस प्लेटफौर्म पर
भारतीय क्रिएटर्स लड़कियों की तसवीरें वहां भरी हुई हैं. उन में कई भारतीय मूल की लड़कियां विदेशों में रहती हैं. ओनलीफैंस के 13 करोड़ से ज्यादा उपयोगकर्ता हैं. यह एक ऐसा एक प्लेटफौर्म बन चुका है, जहां सभी जातियों, संस्कृतियों और पृष्ठभूमियों के लोग जुड़ कर कंटेंट बना सकते हैं. यही कारण है कि अन्य देशों के अलावा कई भारतीय लड़कियां और महिलाएं भी हैं, जो अपनी आय बढ़ाने के लिए इस प्लेटफार्म का उपयोग एक अतिरिक्त काम के रूप में करती हैं.
भारत में भी यह प्लेटफौर्म एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है, जहां यूजर्स ऐसे वीडियो या तसवीरों की खोज करते हैं, जो सांस्कृतिक पहचान, अंतरंगता और पारंपरिक मानदंडों के विपरीत होते हैं. एक वैश्विक अध्ययन से भारत के अनूठे खोज पैटर्न का पता चला है. इस के अनुसार पश्चिमी सौंदर्य से हट कर काम पूर्ति की जाने वाली सैक्स और ग्लैमर को दर्शाती है. इस पर न केवल यूजर्स, बल्कि क्रिएटर्स की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. क्रिएटर के लिए यह पैसा कमाने का बेहतरीन मंच बन चुका है.
यहां से क्रिएटर को अपने दर्शकों या कहें प्रशंसकों/यूजर्स के साथ कंटेंट सीधे साझा कर के कमाई करने का मौका मिल जाता है. इस संबंध में ओनलीगाइडर द्वारा 49 देशों में किए गए एक मनोवैज्ञानिक अध्ययन से इस बात की नई जानकारी मिली है कि यूजर्स ओनलीफैंस जैसे वयस्क प्लेटफौर्म पर वास्तव में क्या खोजते हैं.
अध्ययन के अनुसार, भारतीय यूजर्स केवल वैसी तसवीरों और वीडियो की तलाश में रहते हैं, जो उन की पसंद के अनुरूप होती हैं. उन से जुड़ाव महसूस करते हैं. अपनी गहरी कल्पनाओं, अंतरंगता की सुखानुभूति और अपने करीबी दुनिया को पाते हैं. यूजर्स की पहली पसंद भारत और एशियाई जैसे कीवर्ड से ले कर ‘चब्बी’, ‘मिल्फ’ और ‘कपल’ जैसी अधिक विशिष्ट श्रेणियों तक होती है. दिलचस्प बात यह है कि खोजों में ‘कोरिया’ और ‘जापान’ जैसे अन्य एशियाई देशों से संबंधित शब्द भी शामिल हैं.
हालांकि यह एडल्ट कंटेंट के संदर्भ में सामान्य सी बात लगती है, लेकिन यह भारतीय कामुक मानसिकता की एक झलक को दर्शाता है. यह मानसिक स्वास्थ्य के बारे में गजब का संकेत देता है. Crime News