चौधरी की भूलभुलैया : अपनी ही बनाई योजना में फंसा – भाग  2
मैं ने उस की आंखों में झांकते हुए कहा, ‘‘तुम रोज सूरज छिपने से पहले घर आ जाते हो, आज इतनी देर कैसे हो गई, कहां थे तुम?’’ आखिर क्या छुपा रहा था वो?
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