अयोध्या में आयोजित 5वां ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ कई मायने में काफी खास रहा. इस साल भी इस का आयोजन ‘अयोध्या महोत्सव’ मंच पर 4 जनवरी, 2024 को किया गया. इस में भोजपुरी के अमिताभ बच्चन कहे जाने वाले कुणाल सिंह के साथसाथ आजमगढ़ के सांसद और जुबली स्टार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’, आम्रपाली दुबे, संजय पांडेय, अंजना सिंह, देव सिंह सहित टौप के कलाकारों ने भाग लिया.

उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में स्थित ‘फौरएवर लौन’ में रंगारंग कार्यक्रम शुरू होने के 3 घंटे पहले ही हजारों दर्शक पहुंच गए थे. दर्शकों का भोजपुरी कलाकारों के प्रति दीवानगी का यह आलम था कि कार्यक्रम स्थल पर पैर रखने की जगह नहीं बची थी. कड़ाके की ठंड भी फैंस में समारोह के प्रति उत्साह भरा हुआ था.

स्टेज पर जम कर झूमे कलाकार

अवार्ड की शुरुआत सागर शान एंड टीम ने डांस से की तो उन के ऐक्शन और स्टंट ने दर्शकों में रोमांच भर दिया. छरहरे बदन वाले अभिनेता विमल पांडेय और अभिनेत्री पल्लवी गिरि की जोड़ी ने अपने डांस से युवा दिलों की धड़कनें बढ़ा दीं.

लिटिल स्टार आर्यन बाबू की जब स्टेज पर एंट्री हुई तो दर्शकों की सीटियां रुकने का नाम नहीं ले रही थीं. भोजपुरी के पहले रैप सिंगर हितेश्वर ने अपने रैप से माहौल को पूरी तरह रंगीन बना दिया था.

इस के अलावा सूर्य प्रताप यादव ऐंड पार्टी, प्रमिला घोष, विजय यादव और राजेश गौड़ की पेशकश पर भी लोग रातभर झूमते रहे. दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ तो स्टेज पर आने के बाद खुद को रोक नहीं पाए. उन्होंने माइक संभाल कर खुद गाना गा कर आम्रपाली दुबे के साथ डांस किया. इस दौरान ‘कहरवा’ टीम के लोगों ने उन के साथ डांस किया.

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छाई रही विमल और माही की जोड़ी

अभिनेता विमल पांडेय और अभिनेत्री माही खान ने इस अवार्ड शो के होस्ट की जिम्मेदारी संभाली. इन की जोड़ी पिंक और ब्लैक ड्रैस में बेहद खूबसूरत नजर आ रही थी. इन दोनों ने भोजपुरिया बोली में बेहद खास अंदाज से शुरुआत कर पूरे समय अपने चुलबुले और फनी मोमैंट्स द्वारा लोगों को आखिर तक बांधे रखा. बीचबीच में यह हलकेफुलके अंदाज में हंसीमजाक से लोगों का मनोरंजन भी करते रहे.

सांसद और अभिनेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने बैस्ट अवार्ड लेने के बाद कहा कि ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ में आ कर वह बेहद खुश हैं. इस से उन की दर्शकों के प्रति जिम्मेदारी और भी बड़ जाती है. वहीं अभिनेता संजय पांडेय ने कहा कि वे ‘सरस सलिल अवार्ड’ पा कर वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

ऐक्टर देव सिंह ने कहा कि उन्हें खुशी है कि जब ‘सरस सलिल अवार्ड’ की नींव रखी गई थी तो उन्हें तब भी अवार्ड मिला था और 5वें साल फिर उन्हें अवार्ड मिल रहा है. इस से उन की ऐक्टिंग के प्रति जवाबदेही और भी बढ़ जाती है. इस दौरान आम्रपाली दुबे, अंजना सिंह सहित सभी छोटेबड़े कलाकारों ने अपने विचार रखे.

खूब खिंची सैल्फी

‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ के प्रति दीवानगी केवल दर्शकों में ही नहीं, बल्कि भोजपुरी के तमाम बड़े हीरो हीरोइनों और टैक्निशियनों में भी दिखी. कलाकार अवार्ड पाने के बाद एकदूसरे के साथ खूब सैल्फी लेते दिखे.

कार्यक्रम को होस्ट कर रहे विमल पांडेय और माही खान की जोड़ी के साथ कई ऐक्टरों ने उन के शानदार अंदाज में ऐंकरिंग के लिए बधाई देते हुए सैल्फी ली. बहुत से कलाकारों ने उसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा भी किया.

दर्शकों को मली मनोरंजन की पूरी डोज

‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ के दौरान एक ओर दर्शक भोजपुरी के सुपर स्टार हीरो और हीरोइनों को सामने पा कर गदगद थे, वहीं दूसरी ओर उन के साथ सैल्फी लेने की होड़ मची थी. दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ के साथ दर्शक सैल्फी लेते रहे, लेकिन एक बार भी ‘निरहुआ’ के चेहरे पर गुस्सा या झल्लाहट नहीं दिखी.

कुछ यही हाल आम्रपाली दुबे, अनारा गुप्ता, रक्षा गुप्ता, सपना चौहान, पल्लवी गिरि के साथ हुआ. इन हसीनाओं ने अपने फैंस को खूब सैल्फी दीं.

आर्यन बाबू ने हीरोइनों को नचाया स्टेज पर

भोजपुरी फिल्मों में चाइल्ड ऐक्टर के तौर पर अपने हुनर और ऐक्टिंग की बदौलत मशहूर हुए आर्यन बाबू ने कड़ाके की ठंड में लोगों में एनर्जी भर दी और अपने निराले अंदाज में उन्हें खूब हंसाया. आर्यन बाबू यहीं नहीं रुके और उन्होंने माइक थाम कर जब गाना शुरू किया, तो दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ और आम्रपाली दुबे सहित सभी ऐक्टर दर्शकों के साथ तालियां बजाने लगे.

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आर्यन बाबू ने अपने डांस में तब और ज्यादा ट्विस्ट ला दिया, जब उन्होंने ‘मिस जम्मू’ और फेमस ऐक्ट्रैस अनारा गुप्ता, रक्षा गुप्ता, सपना चौहान को स्टेज पर थिरकने को मजबूर कर दिया. चाइल्ड ऐक्टर आयुषी मिश्र ने भी लोगों को खूब गुदगुदाया.

देसी नाच ‘कहरवा’ में खूब झूमे ऐक्टर

‘अयोध्या महोत्सव मंच’ पर आयोजित हुए ‘5वें सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ में जो सब से खास रहा, वह था ‘कहरवा’. अवधी बोली में गाए जाने वाले गीत के साथ जब अवधी कलाकार राजेश गौड़ की अगुआई में तकरीबन 3 दरजन सहकलाकारों की टीम स्टेज पर पहुंची तो लोगों की सांसें थम सी गईं. इन युवा कलाकारों ने खतरनाक स्टंट के साथ देसी अंदाज में जो डांस पेश किया, उस ने लोगों में रोमांच भर दिया.

बड़े सितारों को मिले यह अवार्ड

‘5वें सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ में इस बार भारी संख्या में आवेदन आए थे. लेकिन जूरी द्वारा फिल्मों में ऐक्टिंग, ऐडिटिंग, संगीत, मारधाड़, कथापटकथा इत्यादि के आधार पर जिन लोगों का चयन किया गया, उस में सब से ऊपर नाम दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ और आम्रपाली दुबे का रहा, क्योंकि इन दोनों सितारों को ऐक्टिंग की ओवरआल श्रेणी में बैस्ट ऐक्टर का अवार्ड दिया गया.

दिनेशलाल यादव ‘निरहुआ’ को जहां उन की फिल्म ‘माई प्राइड औफ भोजपुरी’ में की गई ऐक्टिंग के लिए बैस्ट ऐक्टर का अवार्ड दिया गया, वहीं आम्रपाली दुबे को फिल्म ‘दाग एगो लांछन’ के लिए बैस्ट ऐक्ट्रैस का अवार्ड मिला. रजनीश मिश्र को ‘माई प्राइड औफ भोजपुरी’ के लिए बैस्ट डायरेक्टर और बैस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का अवार्ड मिला.

सब से ज्यादा अवार्ड निशांत उज्ज्वल को मिले. उन्हें विभिन्न कैटेगरी में कुल 3 अवार्ड मिले, जिस में ‘माई प्राइड औफ भोजपुरी’ को बैस्ट फिल्म का, ‘विवाह 3’ के लिए बैस्ट संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली फिल्म और बैस्ट डिस्ट्रीब्यूटर के अवार्ड से नवाजा गया.

‘माई प्राइड औफ भोजपुरी’ के लिए ही जनार्दन पांडेय ‘बबलू पंडित’ को बैस्ट लाइन प्रोड्यूसर, प्यारेलाल यादव ‘कविजी’ को बैस्ट गीतकार, प्रियंका सिंह को बैस्ट सिंगर, दिलीप यादव को बैस्ट ऐक्शन, कानू मुखर्जी को बैस्ट कोरियोग्राफर, ज्योति देशपांडेय को बैस्ट फिल्म निर्माता का अवार्ड दिया गया.

‘दाग एगो लांछन’ फिल्म के लिए जितेंद्र सिंह ‘जीतू’ को बैस्ट ऐडिटर, प्रेमांशु सिंह को बैस्ट डायरेक्टर भोजपुरी फैमिली वैल्यूज मूवी, मनोज कुशवाहा को ‘दाग एगो लांछन’ के लिए बैस्ट स्टोरी, विक्रांत सिंह को बैस्ट सेकंड लीड ‘दाग एगो लांछन’ के लिए प्रदान किया गया. ‘विवाह 3’ के आधार पर महेंद्र सेरला बैस्ट डीओपी रहे, वहीं ऐक्ट्रैस पाखी हेगड़े को महिला प्रधान फिल्मों में विशिष्ट योगदान के लिए अवार्ड दिया गया.

सिनेमाघरों में लंबे समय तक चलने वाली भोजपुरी फिल्म ‘हीरा बाबू एमबीबीएस’ के अभिनेता विमल पांडेय को बैस्ट क्रिटिक ऐक्टर का अवार्ड प्रदान किया गया. इसी फिल्म से अखिलेश पांडेय को बैस्ट डायरैक्टर क्रिटिक अवार्ड से नवाजा गया.

ओवरआल कैटेगरी के खास अवार्ड

ओवरआल कैटेगरी में जिन्हें अवार्ड मिले, उन में संजय पांडेय को ‘संघर्ष 2’ में किए गए अभिनय के लिए बैस्ट विलेन का अवार्ड दिया गया, जबकि ‘सिंह साहब द राइजिंग’ के लिए बैस्ट ऐक्टर इन सपोर्टिंग रोल के लिए सुशील सिंह को अवार्ड प्रदान किया गया. विजय श्रीवास्तव को ‘डार्लिंग’ फिल्म के लिए बैस्ट आर्ट डायरेक्टर का अवार्ड मिला.

इस के अलावा राहुल शर्मा को फिल्म ‘डार्लिंग’ के लिए बैस्ट डैब्यू ऐक्टर, रंजन सिन्हा को बैस्ट पीआरओ, आनंद त्रिपाठी को बैस्ट फिल्म पत्रकार, सीपी भट्ट को फिल्म ‘पड़ोसन’ के लिए बैस्ट कौमेडियन, अनारा गुप्ता को फिल्म ‘सनक’ के लिए बैस्ट आइटम नंबर का अवार्ड, रवि तिवारी को फिल्म ‘आसरा’ के लिए बैस्ट असिस्टैंट डायरेक्टर का अवार्ड दिया गया.

इस के अलावा फिल्म ‘दादू आई लव यू’ के लिए आर्यन बाबू को बैस्ट चाइल्ड ऐक्टर (मेल), ‘अफसर बिटिया’ फिल्म के लिए आयुषी मिश्रा बैस्ट चाइल्ड ऐक्टर (फीमेल), प्रमिला घोष को बैस्ट स्टेज परफौर्मेंस, विजय यादव को बैस्ट फोक डांस ‘फरुआही’ के लिए प्रदान किया गया.

राकेश त्रिपाठी और कन्हैया विश्वकर्मा को ‘अफसर बिटिया’ के लिए बैस्ट डैब्यू डायरेक्टर का अवार्ड दिया गया, जबकि ‘आसरा’ फिल्म से बैस्ट डैब्यू ऐक्ट्रैस का अवार्ड सपना चौहान को, हितेश्वर को बैस्ट भोजपुरी रैपर का अवार्ड प्रदान किया गया.

बायोग्राफी कैटेगरी में इस फिल्म को मिला अवार्ड

बायोग्राफी कैटेगरी में ‘सिंह साहब द राइजिंग’ फिल्म का दबदबा रहा, जिसे कुल 11 अवार्ड मिले. इस में बैस्ट ऐक्टर देव सिंह, बैस्ट ऐक्ट्रैस अंजना सिंह, बैस्ट प्रोड्यूसर गीता सिंह, चंदा सिंह और नीतू सिंह, धीरज पंडित को बैस्ट डायरेक्टर, उदय भगत को बैस्ट कोप्रोड्यूसर, वीना पांडेय को बैस्ट ऐक्ट्रैस इन सपोर्टिंग रोल, शुभम सिंह को बैस्ट स्टोरी, रिया सिंह को बैस्ट ड्रैस डिजाइनर, मुसाफिर जौनपुरी को बैस्ट गीतकार के अवार्ड से नवाजा गया. संतोष पहलवान को बैस्ट सपोर्टिंग ऐक्टर जूरी इन बायोग्राफी अवार्ड फिल्म ‘सिंह साहब द राइजिंग’ के लिए प्रदान किया गया.

अन्य कैटेगिरी में भी मिले अवार्ड

‘5वें सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ में जिन दूसरी कैटेगरी में अवार्ड दिए गए, उन में सर्वश्रेष्ठ संदेशपरक फिल्म कैटेगरी में बैस्ट ऐक्टर कृष्णा कुमार, बैस्ट सपोर्टिंग ऐक्टर संजू सोलंकी, बैस्ट डायरेक्टर सम्राट सिंह, बैस्ट सपोर्टिंग ऐक्टर समर्थ चतुर्वेदी, डैब्यू प्लेबैक सिंगर डा. विकास चतुर्वेदी, बैस्ट कोरियोग्राफर विवेक थापा और बैस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का अवार्ड फिल्म डैब्यू के लिए अशोक राव को दिया गया.

कार्यक्रम की होस्ट माही खान को उन की फिल्म ‘पावर औफ किन्नर’ के लिए बैस्ट ऐक्ट्रैस जूरी अवार्ड दिया गया, जबकि अंबरीश सिंह को फिल्म ‘जय मां विंध्यवासिनी’ के लिए बैस्ट राइजिंग स्टार का अवार्ड दिया गया.

चंदन उपाध्याय को बैस्ट डायरेक्टर सामाजिक मुद्ïदों पर बैस्ट फिल्म श्रेणी में ‘हरहर गंगे’ के लिए प्रदान किया गया. फिल्म ‘क्रांतिकारी 1924’ के लिए रक्षा गुप्ता को बैस्ट पौपुलर ऐक्ट्रैस, अनूप अरोरा को बैस्ट सपोर्टिंग ऐक्टर क्रिटिक, जे.सी. पांडेय को बैस्ट डायरेक्टर स्पैशल मैंशन, विद्या विष्णु मौर्य को बैस्ट कौस्ट्यूम डिजाइनर, धामा वर्मा को सपोर्टिंग ऐक्टर क्रिटिक (स्पैशल मैंशन) अवार्ड प्रदान किया गया.

फिल्म डायरेक्टर संजय श्रीवास्तव को उन की फिल्म ‘चाची नंबर 1’ के लिए बैस्ट डायरेक्टर स्पैशल जूरी अवार्ड से नवाजा गया. लाल बाबू पंडित को ‘फरिश्ता’ फिल्म के डायरेक्शन के लिए स्पैशल जूरी अवार्ड दिया गया, जबकि राजेश गौड़ को लोक कला पुरुष कहरवा विधा और रामा प्रजापति को लोक कला बाधवा विधा में अवार्ड प्रदान किया गया.

नीरज रणधीर को ‘सौरी यार’ फिल्म के डायरेक्शन के लिए जूरी अवार्ड, के.के. गोस्वामी को बैस्ट ऐवरग्रीन ऐक्टर, बैस्ट ऐक्ट्रैस भोजपुरी अलबम, सागर शान को बैस्ट कोरियोग्राफर इन अलबम, संजोली पांडेय को बैस्ट लोकगायिका, सत्या सावरकर को ‘दाग एगो लांछन’ फिल्म के लिए स्पैशल जूरी अवार्ड प्रदान किया गया.

स्वाति शर्मा को ‘डार्लिंग’ फिल्म के लिए पाश्र्व गायिका जूरी अवार्ड दिया गया, जबकि ‘डार्लिंग’ फिल्म से ही जूरी अवार्ड श्रेणी में प्रदीप के. शर्मा को बैस्ट फिल्म, रोहित सिंह मटरू को बैस्ट कौमेडी, म्यूजिक बीएवी को बैस्ट पाश्र्व संगीत का अवार्ड दिया गया. गायक और अभिनेता रितेश पांडेय को ‘दाग एगो लांछन’ के लिए बैस्ट ऐक्टर फैमिली वैल्यूज मूवी श्रेणी में अवार्ड प्रदान किया गया.

सीनियर ऐक्टर उदय श्रीवास्तव को ‘अमरप्रीत’ के लिए स्पैशल अवार्ड प्रदान किया गया. अयाज खान को बैस्ट विलेन क्रिटिक, सर्वश्रेष्ठ महिला प्रधान फिल्म श्रेणी में फिल्म ‘अफसर बिटिया’ से श्रुति राव को बैस्ट ऐक्ट्रैस, राकेश त्रिपाठी को बैस्ट कहानी व पटकथा का अवार्ड प्रदान किया गया. सर्वश्रेष्ठ मनोरंजन प्रदान करने वाली फिल्म श्रेणी में ‘आसरा’ फिल्म से कृष्णा विश्वकर्मा को बैस्ट साउंड इंजीनियर व अनंजय रघुराज को बैस्ट डायरेक्टर का अवार्ड प्रदान किया गया.

कुणाल सिंह को मिला लाइफटाइम अचीवमैंट अवार्ड

‘भोजपुरी सिनेमा के अमिताभ बच्चन’ कहे जाने वाले कुणाल सिंह को भोजपुरी सिनेमा में उन के योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमैंट अवार्ड से नवाजा गया. गौरतलब है कि कुणाल सिंह पिछले 4 दशक से भोजपुरी सिनेमा पर राज कर रहे हैं और उन्होंने तकरीबन 300 फिल्मों में काम किया है.

साल 1983 में आई कुणाल सिंह की भोजपुरी फिल्म ‘गंगा किनारे मोरा गांव’ ने तो इतिहास ही रच दिया था. यह फिल्म वाराणसी के एक थिएटर में लगातार एक साल 4 महीने तक चली थी. यह भोजपुरी सिनेमा के इतिहास में आज भी एक रिकौर्ड है.

इस भोजपुरी रंगारंग नाइट का आगाज ‘अयोध्या महोत्सव न्यास’ के अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने किया. वे बोले कि ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ वर्तमान में भोजपुरी सिनेमा का सब से बड़ा अवार्ड बन चुका है. ‘सरस सलिल’ जब तक चाहे तब तक ‘अयोध्या महोत्सव न्यास’ भोजपुरी सिने अवार्ड को होस्ट करेगा.

फिल्म प्रोड्यूसर धीरेंद्र मणि त्रिपाठी की मौजूदगी रही खास

मशहूर फिल्म प्रोड्यूसर धीरेंद्र मणि त्रिपाठी भी मुंबई से इस अवार्ड शो में शरीक होने आए थे. मूलरूप रूप से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के निवासी धीरेंद्र मणि त्रिपाठी एक कामयाब बिजनेसमैन भी हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से सिनेमा की दुनिया में भी उन का प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है.

‘सरस सलिल’ के शुरुआती पाठकों में से एक रहे धीरेंद्र मणि त्रिपाठी जिप्सी म्यूजिक और जिप्सी फिल्म्स के बैनर तले कई फिल्मों का निर्माण करते रहे हैं. हाल ही में उन की 2 फिल्मों की शूटिंग भी काफी चर्चा में रही है. ‘संकटमोचन हनुमान’ ऐसी पहली अवधी फिल्म होगी, जिस को पैन इंडिया रिलीज किया जाएगा.

धीरेंद्र मणि त्रिपाठी ने ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड शो’ में मंच से एक वादा भी किया कि जो भी युवा कलाकार या प्रतिभाशाली डायरैक्टर उन के साथ फिल्म करना चाहते हैं तो उन का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया जाएगा.

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