Hindi Story : मुजफ्फरपुर की सबा फिरदौस अपने जीजा के भाई मुमताज अहमद को 16 साल की उम्र में दिल दे बैठी थी. न चाहते हुए भी फेमिली वालों को दोनों की शादी करने के लिए मजबूर होना पड़ा. शादी के कई साल बाद फिरदौस ने गूगल सर्च कर पंचायत औफीसर पति मुमताज की हत्या की फुलप्रूफ प्लानिंग कर मौत के घाट उतार दिया. जिस मुमताज से शादी करने के लिए सबा फिरदौस ने फेमिली वालों से बगावत की, आखिर उसे चाकू से क्यों गोद डाला?
घटना 7 जुलाई, 2025 की है. वक्त था सुबह के कोई 4 बजे का. बिजली गुल हो जाने के बाद बिहार के जिला मुजफ्फरपुर के गांव माड़ीपुर की रहने वाली सबा फिरदौस की आंखें खुलीं तो उस ने अपने पति के कमरे में जा कर देखा. पति को देखते ही उस की जोरदार चीख निकल गई. उस का पति मुमताज अहमद औंधे मुंह फर्श पर पड़ा हुआ था. उस के आसपास का फर्श खून से लाल था. उस का सारा कमरा अस्तव्यस्त था. कहीं पर कपड़े पड़े हुए थे तो कहीं पर कुछ और सामान.
कमरे का हाल देख कर वह बदहवास सी हो कर जोरजोर से चीखने लगी. 'बचाओ ...बचाओ’ किसी ने मेरे पति का खून कर दिया. सुबहसुबह सबा फिरदौस के रोनेचीखने की आवाज सुन कर पड़ोसी भी इकट्ठा हो गए थे. घर में शोरशराबे की आवाज सुन कर उस के तीनों बच्चे भी उठ कर अपने अब्बू को देख कर रोने लगे थे. पति के कमरे की हालत देखते ही सबा ने रोते हुए ही पति के बड़े भाई मुश्ताक अहमद को फोन कर सूचना दी. सूचना पाते ही मुश्ताक मुमताज के घर पहुंचा. उस के बाद मुश्ताक ने अपने अन्य फेमिली वालों को इस की जानकारी देने के बाद पुलिस को भी सूचना दे दी.