UP News: दुर्गेश और कविता ने जिन लोगों को अपनी मेहनत और सूझबूझ से करोड़पति बनाया, आगे चल कर ऐसा क्या हुआ कि वही लोग उन के दुश्मन ही नहीं बन गए, बल्कि कविता की हत्या भी कर दी. उत्तर प्रदेश के जिला गोरखपुर की कोतवाली के घोष कंपनी चौराहे के पास स्थित डीके टावर की रहने वाली भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश महिला प्रकोष्ठ की सदस्य और मिर्चमसाला रेस्टोरेंट की मालकिन 46 वर्षीया कविता गुप्ता उर्फ हनी कमला अस्पताल के लाइफलाइन डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंची तो रिसैप्शनिस्ट स्तुति श्रीवास्तव खाली बैठी थी. अगले दिन कविता को पति के दोस्त के बेटे की शादी में जाना था, इसलिए उन्होंने स्तुति से मेहंदी लगाने को कहा.
कमला अस्पताल कविता गुप्ता का ही था. मालकिन के आग्रह को स्तुति कैसे ठुकरा सकती थी. अंदर रखी बेंच पर बैठा कर वह उन के हाथों में मेहंदी लगाने लगी. मेहंदी लगा कर वह खाली ही हुई थी कि तभी एक युवक रिपोर्ट लेने आ गया. स्तुति जैसे ही रिपोर्ट लेने अंदर गई, रिपोर्ट लेने आए युवक ने कमर में खोंसी पिस्तौल निकाली और बेंच पर बैठी कविता की कनपटी से सटा कर गोली मार दी. गोली लगते ही कविता बेंच पर औंधे मुंह गिर पड़ीं तो उस ने एक और गोली उन के पेट में मार दी. वह युवक गोलियां मार कर जाना ही चाहता था कि एक अन्य युवक पीछे से आया और उस के बराबर में खड़ा हो गया. शायद वह उस का साथी था. उस के हाथ में देसी पिस्तौल थी, जिस से उस ने भी एक गोली कविता के पेट में मार दी.


 
 
 
            



 
                
                
                
                
                
                
                
                
               
 
                
               
