सुबह के 7 बजे थे, शमशाद अली अपने घर के बाहर बैठे हुए थे. उन्होंने किसी काम के लिए अपनी 14 वर्षीय बेटी मनतारा को आवाज लगाई. लेकिन मनतारा ने कोई जबाव नहीं दिया. इस पर पास बैठे बेटे सलमान से उन्होंने मनतारा को बुलाने के लिए कहा.
सलमान बहन को बुलाने घर में गया, लेकिन उसे मनतारा घर में दिखाई नहीं दी. उस ने पूरे घर में बहन को तलाशा, दूसरी बहनों व मां ने भी अनभिज्ञता व्यक्त की. मनतारा नहीं मिली. तब गांव में उसे तलाश किया गया. लेकिन वह गांव में होती तो मिलती. वह कहीं नहीं मिली. दरअसल, मनतारा गायब हो चुकी थी.
उत्तर प्रदेश में मैनपुरी जिले के थाना क्षेत्र कुर्रा का एक गांव है रम्पुरा. जिला मुख्यालय से इस गांव की दूरी करीब 25 किलोमीटर है. इसी गांव का रहने वाला है शमशाद अली. शमशाद की 3 बेटियों में 22 साल की निशा, 16 साल की खुशबू और 14 साल की मनतारा जबकि एक बेटा सलमान है. शमशाद मेहनतमजदूरी कर के परिवार का पालनपोषण करता था. इस काम में बेटा उस का हाथ बंटाता था.
जब मनतारा कहीं नहीं मिली तो परेशान शमशाद थाना कुर्रा जा पहुंचा और एसएचओ जयश्याम शुक्ला से मिला. उस ने उन्हें अपनी 14 वर्षीय नाबालिग बेटी के लापता होने की जानकारी दी. शमशाद ने आरोप लगाया कि उस की बेटी को कोई किडनैप कर ले गया है. पुलिस ने इस की रिपोर्ट दर्ज कर ली और बेटी को ढूंढने की बात कही. यह भी कहा कि आप भी अपने स्तर से पता लगाइए. यह बात 21 दिसंबर, 2022 की है.
पिता द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराए 8 दिन हो गए थे. पुलिस ने नाबालिग बच्ची को ढूंढने का वायदा भी किया था, लेकिन पुलिस उस का कोई सुराग नहीं लगा पाई थी. शमशाद का आरोप था कि पुलिस ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया. पुलिस के ढुलमुल रवैए को देखते हुए शमशाद ने खुद अपनी बेटी की तलाश करने का निर्णय लिया.
शमशाद अली ने अपनी लापता हुई बेटी के संबंध में स्वयं छानबीन शुरू कर दी. इस बीच पड़ोसियों से उसे पता चला कि बेटी पंजाब के मुक्तसर ले जाई गई है. शमशाद के पड़ोसी राकेश के यहां कुछ दिन पहले शादी में पंजाब के मुक्तसर का रहने वाला एक लडक़ा आया था. वही उन की बेटी को बहलाफुसला कर भगा ले गया है. प्रयास करने पर उस लडक़े के पिता का मोबाइल नंबर भी शमशाद को मिल गया.
एक बेटी को ढूंढने गए, 2 और हो गईं गायब
30 दिसंबर, 2022 को शमशाद के मोबाइल पर आरोपी का फोन आया. बेटी से बात भी की. इस संबंध में शमशाद ने थाना कुर्रा जा कर पुलिस को पूरी बात से अवगत कराया. पुलिस ने तब उस मोबाइल की लोकेशन पता की. लोकेशन की जानकारी के बाद शमशाद को लोकेशन दे कर पंजाब के मुक्तसर भेजा.
उसी दिन शमशाद बेटी की तलाश के लिए मुक्तसर के लिए कार बुक करा कर अपने 3 रिश्तेदारों के साथ घर से निकला. शमशाद अभी अलीगढ़ तक ही पहुंचा था कि घर से बेटे का फोन आ गया. बेटे ने कहा, “अब्बा, 2 बहनें और किडनैप हो गई हैं.”
यह सुनते ही शमशाद के होश उड़ गए.
शमशाद ने बिना देर किए अपने मोबाइल से कुर्रा थाने के अलावा पुलिस के कई अधिकारियों को काल किया, लेकिन उसे कोई उत्तर नहीं मिला. उस समय शमशाद ने घर लौटना उचित नहीं समझा और पंजाब पहुंच गया. वहां संबंधित थाने में पहुंचा और कुर्रा थाना द्वारा दी गई आरोपी के मोबाइल की लोकेशन से मुक्तसर स्थित थाना पुलिस को अवगत कराया.
वहां के एसएचओ ने कुर्रा के एसएचओ से बात कराने को कहा. थाने व क्राइम ब्रांच को कई बार फोन किए, लेकिन नेटवर्क न मिलने के कारण बात नहीं हो सकी. शमशाद ने वहां की पुलिस को बताया कि उस के पड़ोसी राकेश के रिश्तेदारों की मदद से हम ने उस लडक़े के बारे में जानकारी जुटाई है कि वह लडक़ा मुक्तसर का रहने वाला है. हमें उस लडक़े के पिता का मोबाइल नंबर भी मिल गया था. उसी के आधार पर थाना कुर्रा से आरोपी की लोकेशन निकलवाई थी.
पंजाब पुलिस ने कहा, आप को अपने राज्य की पुलिस के साथ आना चाहिए था. इस तरह हम आप की कोई मदद नहीं कर सकतेे हैं. थकहार कर शमशाद वापस लौट आया.
पंजाब से खाली हाथ लौटने के बाद शमशाद ने थाना कुर्रा जा कर अपनी 2 और बेटियों निशा और खुशबू के किडनैप होने की जानकारी देते हुए अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई. इन में निशा बालिग जबकि खुशबू नाबालिग थी. थाना कुर्रा में अब तक शमशाद की 3 बेटियों के अपहरण की भादंवि की धारा 363 के अंतर्गत 2 मामले दर्ज किए जा चुके थे. शमशाद ने पुलिस के सामने आशंका व्यक्त की, अपहत्र्ता उस की बेटियों को मार डालेंगे. उन के अंग निकाल लेंगे.
पंजाब के युवक ने किया किडनैप
शमशाद ने बताया कि 4 नवंबर को घर के सामने रहने वाले राकेश की बेटी की शादी थी. शादी में राकेश के रिश्तेदारों के साथ उन के दोस्त भी आए थे. आरोपी युवक भारत सिंह पंजाब के मुक्तसर से आया था. वह यहां करीब 15 दिन रुका था. उस समय घर वालों ने कोई ध्यान नहीं दिया, लेकिन बाद में पता चला कि वह लडक़ा उन की बेटियों के पीछे पड़ा था. उसी ने तीनों बेटियों का अपहरण 9 दिन में कराया है.
शमशाद ने आशंका व्यक्त की कि वह युवक किसी बड़े गिरोह का सदस्य भी हो सकता है. वह बेटियों को बेच भी सकता है. उस ने अपनी तीनों बेटियों की जान को खतरा बताया. बेबस पिता शमशाद ने राष्ट्रपति, प्रदेश के मुख्यमंत्री और एसपी (मैनपुरी) के नाम अपनी शिकायत फैक्स द्वारा भेज दी. इस के साथ ही मैनपुरी जा कर एसपी विनोद कुमार से मिल कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी उन्हें देते हुए तीनों बेटियों को बरामद करने की गुहार लगाई.
3 बेटियों के अपहरण पर प्रशासन हुआ अलर्ट
एसपी विनोद कुमार ने शमशाद को आश्वासन देते हुए कहा, जल्द से जल्द आप की तीनों बेटियां आप के पास होंगी. बेटियों को ले जाने वाले अपराधियों को पकडऩे के लिए हम स्पैशल टीम बनाएंगे. उस के बाद एसपी द्वारा 2 टीमें गठित कर दी गईं.
9 जनवरी, 2023 को कुर्रा के एसएचओ जयश्याम शुक्ला से शमशाद मिला. जिस लडक़े पर बेटियों के अपहरण का शक था, उस के पिता को फोन मिलाया. लडक़े के पिता ने फोन उठाया तो पीछे से छोटी बेटी मनतारा की आवाज आई. इस पर बेटी से बात कराने को कहा. बेटी ने डरी आवाज में कहा, “पापा, अब मैं वापस नहीं आ पाऊंगी.”
इस के बाद फोन कट गया. शमशाद ने बताया कि बेटी को ज्यादा बात करने से रोक दिया. बेटी को धमकाने की आवाज फोन में आ रही थी.

एसपी मैनपुरी ने थाना कुर्रा पुलिस को लड़कियों को शीघ्र बरामद करने के निर्देश दिए. इस पर 10 जनवरी, 2023 को शमशाद को साथ ले कर थाना कुर्रा पुलिस पंजाब के लिए रवाना हुई. जिस मोबाइल नंबर पर बात हुई थी, पुलिस ने उस मोबाइल की लोकेशन ट्रैक की.
जब पुलिस वहां पहुंची तो घर पर ताला लटका मिला. आसपास पूछताछ की, लेकिन उन लोगों के बारे में कुछ पता नहीं चला. थकहार कर सभी लोग खाली हाथ वापस आ गए. धीरेधीरे डेढ़ महीने का समय बीत गया.


 
 
 
            



 
             
                
                
                
                
                
                
                
                
                
               
 
                
               
