Ludhiana News : केवल शारीरिक सुख की चाह में 2 बच्चों की मां सुनीता ने अपने किराएदार नरेश की बांहें थाम लीं. पति कृष्णलाल ने उसे समझाने की कोशिश की तो सुनीता और नरेश ऐसा अपराध कर बैठे कि...

कृष्णलाल और सुनीता ने जैसेतैसे कर के अपना एक छोटा सा घर बना लिया था. अपना घर बन जाने से पतिपत्नी बहुत खुश थे. खुश भी क्यों न होते, अपना घर हो जाने से मकान मालिक की किचकिच से छुटकारा जो मिल गया था. अब वे अपने घर में निश्चिंत हो कर रह सकते थे. हर महीने एक मोटी रकम किराए के रूप में देने के बाद और सुबहशाम सिर झुकाने के बाद भी मकान मालिक टोकते रहते, ‘यहां मत बैठो, यहां मत लेटो, नल खुला छोड़ देते हो, तुम्हारे बच्चे शोर बहुत मचा रहे हैं. आज तुम्हारे यहां कौन आया था?’ अपना मकान हो जाने से कम से कम इस तरह की बातें तो सुनने को नहीं मिलेंगी.

कृष्णलाल के पिता रामआसरे लगभग 30 साल पहले रोजीरोटी की तलाश में लुधियाना आए थे. वहां उसे एक फैक्ट्री में चौकीदारी की नौकरी मिल गई तो गांव से वह पत्नी रामदुलारी को भी ले आया था. लुधियाना में रहते हुए ही वह 2 बच्चों, बेटा कृष्णलाल और बेटी सविता का बाप बना. अपनी सामर्थ्य के अनुसार रामआसरे ने बच्चों को पढ़ाना चाहा, लेकिन वे हाईस्कूल से आगे नहीं पढ़ पाए. सविता को घर के कामकाज और सिलाईकढ़ाई सिखा कर सन 2003 में उस की शादी कर दी. सविता का पति मूलरूप से उत्तर प्रदेश के जिला गोंडा का रहने वाला था. जालंधर में वह एक जानेमाने होटल में काम करता था.

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