जिद बन गई मौत का सबब
नितिन काफी दिनों से रेनू से जिद कर रहा था कि वे इस कोठी को बेच कर ब्रिटेन चलते हैं, जहां वे कोई बिजनैस या जौब कर लेंगे. लेकिन नितिन की इस जिद का रेनू ने कभी समर्थन नहीं किया. रेनू को क्या पता था कि नितिन की यही जिद उस की मौत का सबब बन जाएगी.
नितिन नाथ की जिद थी कि रेनू उस के साथ सेक्टर 30 वाला घर बेच कर ब्रिटेन में बस जाएं, लेकिन रेनू की बारबार की न के कारण दोनों के बीच झगड़े होने लगे. कभीकभी तो नितिन रेनू पर हाथ भी छोड़ देता था. रेनू ने अपने भाई और बेटे को यह बात बता दी थी. इसलिए बेटे ने तो अपने पिता से बात तक करनी बंद कर दी. अजय सिन्हा भी नितिन को इस बात पर लानत देने लगे.
इसी दौरान जब 3 महीने पहले रेनू इलाज के लिए बेटे के पास अमेरिका गई तो नितिन ने अपनी कोठी को बेचने के प्रयास शुरू कर दिए. एक महीना पहले जब रेनू कैंसर के इलाज से ठीक हो कर घर आईं तो उस से पहले नितिन ने मनमोहन भंडारी नाम के एक ब्रोकर से अपनी कोठी का 5 करोड़ 70 लाख में सौदा कर लिया और बतौर एडवांस 55 लाख रुपए का बयाना भी ले लिया था.
पत्नी कोठी बेचने का कर रही थी विरोध
घर आने के 15 दिन बाद नितिन ने रेनू को बताया कि उस ने कोठी का सौदा कर दिया है. बस इस बात पर दोनों के बीच आए दिन लड़ाई होनी शुरू हो गई. पहले तो केवल कहासुनी होती थी बाद में हाथापाई भी होने लगी और उस के बाद इस झगड़े की बात उन के बेटे व रेनू के घर वालों को पता चल गई.
रेनू ने साफ कह दिया था कि वह किसी भी हाल में अपना घर नहीं बेचने देगी, क्योंकि उस घर में उन के मेहनत की कमाई भी लगी थी और इस घर में उन की जिंदगी भर की यादें जुड़ी थीं.
कत्ल से 2 दिन पहले रेनू और उन के पति नितिन के बीच प्रौपर्टी को ले कर ही विवाद हुआ था. रेनू ने यह बात भी अपने बेटे व भाई को बताई थी. रविवार को सुबह से ही दोनों के बीच कोठी बेचने के विवाद पर बहस चल रही थी. दरअसल, ब्रोकर ने कह दिया था कि वह जल्द ही मकान खाली कर रजिस्ट्री उन के नाम कर दे या एडवांस वापस कर दे.
नितिन नाथ ब्रिटेन में सैटल होने की तैयारी में इतना पैसा पानी की तरह बहा चुका था कि अब वह मकान बेचने के फैसले से पीछे नहीं हट सकता था. यही कारण था कि आए दिन रेनू से उस की बहस होने लगी.
रविवार की सुबह 10 से 11 बजे के बीच में इसी बात को ले कर रेनू व नितिन की बहस इतनी बढ़ी कि गुस्से में आ कर उस ने रेनू का सिर दीवार पर दे मारा. जब वह चीखने लगीं तो नितिन नाथ ने तकिए से रेनू का मुंह दबाना शुरू कर दिया, जिस से वह निस्तेज हो गईं. उस ने मुंह पर कपड़ा बांध कर उसे खींच कर बैडरूम के ही बाथरूम में डाल दिया. अपने गुस्से में रेनू से हाथापाई करते वक्त नितिन ये भूल गया था कि ब्रोकर को किसी ग्राहक के साथ उस का घर देखने के लिए एक घंटे बाद आना है.
थोड़ी देर में ब्रोकर घर देखने आने वाला था तो नितिन नाथ ने बैडरूम में बने बाथरूम में रेनू की लाश को छिपाया और बाहर से उस पर ताला लगा दिया. जब ब्रोकर व खरीदार कोठी देखने आए तो उस ने पूरी कोठी दिखाई भी थी, सिवाय उस बाथरूम के जहां उस की बीवी की लाश थी.
नितिन ने खरीदार को बताया था कि उस की बीवी को कैंसर है, इसलिए बाथरूम की तरफ न ही जाएं तो ठीक है, क्योंकि इस से इंफेक्शन का खतरा हो सकता है. मकान देखने के बाद ब्रोकर व खरीदार गए. इस के बाद नितिन ने बाथरूम खोल कर देखा तो रेनू की नाक व कान से खून निकल रहा था. पत्नी के मर्डर के बाद उस ने ठंडे दिमाग से सोचा कि क्या करना है और क्या नहीं, क्या चीजें उसे फंसा सकती हैं.
ब्रिटेन भाग जाना चाहता था नितिन
इस के बाद नितिन ने घर में बिखरा सारा खून साफ कर दिया. और तो और रेनू का लैपटाप, उस की गाड़ी की चाबी ये सारी चीजें भी उस ने ठिकाने लगा दी थीं. उस ने घर के सीसीटीवी कैमरे को भी छिपा कर रख दिया, ताकि अगर कोई घर में आए तो यह लगे कि रेनू शायद कहीं बाहर गई हैं.
नितिन के पास ब्रिटिश पासपोर्ट पहले से ही था, जिस से वह आसानी से भारत से बाहर भाग सकता था. उस ने फैसला कर लिया था कि वह अगले दिन या रात में रेनू की लाश को ठिकाने लगा देगा. इस के बाद उस ने बचने के लिए खुद को स्टोर रूम में बंद कर लिया.
उसे पता था कि रेनू से मिलने के लिए उस के परिवार का कोई सदस्य या परिचित घर आ सकता है. इसलिए उस ने सुबह से ही अपने घर के मुख्य गेट पर बाहर से ताला लगा दिया था. ब्रोकर को भी उस ने कोठी के अंदर बुलाने के लिए छोटे दरवाजा को खोला था.
शव मिलने के बाद पुलिस को लगा कि नितिन देश छोड़ कर भाग गया होगा, क्योंकि वह ब्रिटेन भागना ही चाहता था. लेकिन जब नितिन व रेनू दोनों के मोबाइल की लोकेशन घर के अंदर मिली और रेनू की लाश मिलने के बावजूद सीसीटीवी में नितिन के घर से बाहर निकलने की कोई फुटेज नहीं मिली तो पुलिस को लग गया कि हो न हो कोठी के भीतर ही कातिल का राज छिपा है. फिर कत्ल के 15 घंटे बाद स्टोररूम में छिपे रेनू के कातिल पति नितिन नाथ को गिरफ्तार कर लिया गया.
नितिन नाथ ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि स्टोर रूम में छिपे रहने के दौरान उस के फोन पर जिस की भी काल आई, उस ने सब को बताया था कि वह दिल्ली में लोधी रोड पर है, जब घर आएगा तो मुलाकात करेगा. उस का कहना था कि अगर वह पकड़ा नहीं जाता तो वह बाहर भाग जाता और फिर बाद में कभी कोर्ट में अपने वकील के माध्यम से हाजिर होता.
नितिन नाथ स्टोररूम में छिपे रहने के दौरान सिर्फ कौफी पी कर अपना पेट भरता रहा. उस ने अपने व रेनू के फोन को साइलेंट मोड पर डाल कर वाइब्रेशन पर कर दिया ताकि घर में कोई आ भी जाए तो उस के स्टोररूम में छिपे होने की जानकारी किसी को न मिले.
विस्तार पूछताछ के बाद जांच अधिकारी इंसपेक्टर डी.पी. शुक्ला ने नितिन नाथ को अपनी पत्नी रेनू की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. उसे अगले दिन हत्या व सबूत नष्ट करने के आरोप में अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.
(कथा पुलिस की जांच, आरोपी के बयान व पीडि़तों के कथन पर आधारित)