स्टेशन पर भारत और राहुल कुछ बात करने लगेे. उस के बाद भारत ने राहुल को पैसे दिए, पैसे काफी अधिक दिख रहे थे. उस के बाद उन्होंने दोनों बहनों को मिठाई खाने के लिए दी. मिठाई खाने के बाद मनतारा की आंखें खुलीं तो वह पंजाब में थी. उस के साथ उस की बहन नहीं थी. वह एक कमरे में लेटी हुई थी. उस के सामने भारत बैठा हुआ था.
मनतारा ने उस से दीदी के बारे में पूछा तो वो बोला, “तुम्हारी दीदी दिल्ली में हैं. अभी हम लोग भी वहां चलेंगे.” उस के बाद भारत उसे भी दिल्ली ले कर चला गया. वहां उसे किसी के घर में रखा.
मनतारा हो चुकी थी गर्भवती
मनतारा ने बताया कि जहां रह रहे थे, उन्हें भारत ने बताया कि वो मुझे जौब दिलाने के लिए ले कर आया है. वहां भी उस की बहन नहीं थी. वह जब भी दीदी के बारे में पूछती तो भारत बोलता, “जल्द ही तुम अपनी दीदी से मिलोगी.”
फिर एक दिन भारत ने उस के साथ शारीरिक संबंध बनाए. भारत को रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना. उस ने उसे भरोसा दिया कि वह उस से शादी करेगा और जौब भी दिला देगा. इसी तरह के आश्वासन दे कर उस ने कई बार उस के साथ संबंध बनाए. वह कभी दिल्ली तो कभी पंजाब उसे ले जाता.
मनतारा को डर बना रहता था कि कहीं विरोध करने पर वह उसे मार न डाले. फिर एक दिन उस घर में एक महिला आई, वह उसे ले कर पंजाब चली गई. वहां उस के साथ गलत काम होता. कभी होश में तो कभी बेहोशी में, उसे याद भी नहीं रहता था. मनतारा समझ गई थी कि उस के साथ बहुत गलत हुआ है. वे लोग उसे हमेशा घर में कैद रखते थे.
मनतारा किसी को देख नहीं सकती थी, न किसी से बात कर सकती थी. वह हमेशा रोती रहती थी. एक कमरे में ही उसे खाना और पानी दिया जाता था. मनतारा यह समझ गई थी कि बड़ी बहन ने ही उस के साथ छल किया है. वह बहुत परेशान रहती थी. वह समझ गई थी कि ये लोग उस से जिस्मफरोशी का धंधा कराना चाहते हैं.
निशा व राहुल को किया गिरफ्तार
अपहरण करने वाला आरोपी राहुल निवासी टिमरख तथा शमशाद की बड़ी बेटी निशा को इस बात का पता चल गया कि छोटी बहन मनतारा व भारत को पुलिस ने पकड़ लिया है. इस पर दोनों 19 मार्च, 2023 को मैनपुरी जायजा लेने के लिए आए.
उन की लोकेशन मिलने व मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दबिश दे कर राहुल को मैनपुरी के तखरऊ पुल से गिरफ्तार कर लिया. उसे थाने ला कर पूछताछ की गई. राहुल की गिरफ्तारी की जानकारी होने पर निशा एसपी औफिस पहुंच गई. इस पर उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया.
दोनों को थाने लाया गया, जहां उन से गहराई से पूछताछ की गई. पूछताछ में बहुत ही चौंकाने वाला खुलासा हुआ. निशा और राहुल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम का परदाफाश कर दिया.
पता चला कि बड़ी बहन निशा ने ही षडयंत्र रच कर इस घटना को अंजाम दिया था. उस ने अपनी दोनों नाबालिग बहनों को अपने प्रेमी राहुल की मदद से गायब कराया और अपने प्रेमी के दोस्त भारत सिंह को सौंपा था. पुलिस ने राहुल व निशा को जेल भेज दिया.
इस पूरी घटना के बाद घर वाले अब बीच वाली बेटी खुशबू के लिए परेशान थे. पिता का कहना था कि हम लोग एक बार बड़ी बेटी से मिलना चाहते हैं, उस से पूछना चाहते हैं उस ने ऐसा क्यों किया? निशा घर की बड़ी बेटी थी. उसे समझदार समझते थे, लेकिन वो तो अपनी ही बहनों की दुश्मन निकली. अपने इस कृत्य से उस ने पूरे परिवार की बदनामी करा दी है. हम किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहे हैं.
बहन के धोखे का शिकार हुई मनतारा गर्भवती होने के बाद अब न्याय के लिए कानून के दरवाजे खटखटा रही है. राज्य बाल आयोग की सदस्य की ओर से पीडि़ता के न्यायालय में दोबारा बयान दर्ज कराने की बात कही है. उधर मामले में पीडि़ता किशोरी के गर्भपात को ले कर अभी कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं. जबकि थाना पुलिस ने तीसरी बहन की तलाश और तेजी के साथ शुरू कर दी.
2 बहनों के मिलने के बाद पुलिस ने हार नहीं मानी. तीसरी किशोरी की बरामदगी के लिए अपने स्तर से प्रयास जारी रखे. राहुल और निशा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उन के विभिन्न ठिकानों की जानकारी हो गई थी. इसी बीच पुलिस को तीसरी बेटी खुशबू के बारे में जानकारी मिली.
तब एक पुलिस टीम को राजस्थान के गंगानगर के लिए रवाना किया गया, जहां दबिश दे कर एक स्थान से 6 अप्रैल, 2023 को बीच वाली बेटी खुशबू को भी बरामद करने के साथ ही भारत सिंह को गिरफ्तार कर लिया. मैनपुरी ला कर पुलिस ने खुशबू का मैडिकल कराने के बाद न्यायालय में पेश किया. न्यायालय ने पिता शमशाद की सुपुर्दगी में उस की बीच वाली बेटी खुशबू को सौंप दिया.
एएसपी राजेश कुमार ने बताया कि इस पूरी साजिश में निशा और उस का प्रेमी राहुल शामिल थे. जौब के बहाने निशा अपने प्रेमी राहुल के साथ पहले भी दिल्ली और पंजाब जा चुकी है. इन दोनों ने ही षडयंत्र रच कर खुशबू और मनतारा को दिल्ली लाने को तैयार किया था.
इन लड़कियों को राहुल अपने दोस्तों के साथ रखने वाला था. उन की साजिश यह थी कि इन लड़कियों को यहां ला कर इन से जिस्मफरोशी का धंधा करा के पैसे कमाएंगे. दिसंबर महीने से ही दोनों बहनों को लाने की साजिश शुरू कर दी गई थी. निशा ने सब से पहले अपनी सब से छोटी बहन मनतारा को तैयार किया.
21 दिसंबर को निशा ने गुपचुप तरीके से रात के समय मनतारा को घर से निकाल दिया. इस की घर वालों को कानोंकान खबर तक नहीं हुई. सुबह होने पर मनतारा के गायब होने की जानकारी हुई. उस के 9 दिन बाद 30 दिसंबर, 2022 को जब पिता छोटी बेटी मनतारा की तलाश में पंजाब गए हुए थे, उस ने बीच वाली बहन खुशबू को बरगलाया और उसे अपने साथ ले कर घर से निकल गई.
कोर्ट से गर्भपात कराने की मांगी अनुमति
गर्भवती मनतारा की ओर से न्यायालय में प्रार्थनापत्र दे कर गर्भपात करवाने की अनुमति मांगी गई. इस पर न्यायालय ने चिकित्सक की रिपोर्ट पर मनतारा का गर्भपात कराने की अनुमति प्रदान कर दी. परिजनों द्वारा अनुमति मिलने के बाद मनतारा का अस्पताल ले जा कर गर्भपात करा दिया गया.
निशा, उस का प्रेमी राहुल व उस का दोस्त भारत इस समय जेल में हैं. भारत को अपहरण, रेप व पोक्सो एक्ट की धाराओं में जेल भेजा गया है.
ऐसा कोई सोच भी नहीं सकता है कि सगी बड़ी बहन अपने स्वार्थ की खातिर अपनी नाबालिग छोटी बहनों की लाइफ से खिलवाड़ कर सकती है. अपने प्रेमी व उस के दोस्तों के साथ षडयंत्र रच कर अपनी बहनों व परिवार की बदनामी करा कर निशा को क्या हासिल हुआ? उसे मिली जेल की सलाखें जिस की वह हकदार थी.
—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित, कथा में मनतारा व खुशबू परिवर्तित नाम हैं