जब अंजलि वनखंडी मंदिर पर अकेली रह गईं. प्रखर ने बेटी के वाट्सएप से उन को मैसेज भेज कर जंगल में अंदर बुला लिया. बेटी के मोह में वह बिना कुछ सोचेसमझे जंगल में पहुंच गईं. वहां प्रखर ने उन्हें पीछे से पकड़ लिया और शीलू ने उनके ऊपर ताबड़तोड़ चाकू से वार किए.
इस के बाद प्रखर ने चाकू ले कर वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. हत्या के बाद लाश को घसीट कर गड्ढे में फेंक दिया. इसी बीच जब अंजलि को तलाशते हुए उदित मंदिर पर दोबारा पहुंचे, तब प्रखर ने शीलू से कहा कि इसे भी निपटा देते हैं. लेकिन अंजलि की हत्या के बाद दोस्त शीलू की हिम्मत जबाव दे गई थी. उस ने कहा कि 2-2 हत्याओं से हडक़ंप मच जाएगा और हम पकड़े जाएंगे. तब दोनों वहां से फरार हो गए.
पढ़ाईलिखाई की उम्र में प्रखर किसी पेशेवर अपराधी की तरह सोच रहा था. फिल्में देख कर प्रखर अपना तेज दिमाग चला रहा था. अपनी प्रेमिका की मां की हत्या के बाद वह पिता उदित को भी मौत की नींद सुलाना चाहता था ताकि करोड़पति की इकलौती बेटी को वह अपने प्रेमजाल में फंसा कर उस की पूरी संपत्ति पर कब्जा कर ले.
वह ऐशोआराम की जिंदगी जीना चाहता था. उस ने कंचन से कहा कि वह इंटर करने के बाद दिल्ली आ जाए, आगे की पढ़ाई में वह उस की मदद करेगा. हम लोग करिअर बनाने के बाद शादी करेंगे. वह कोई बड़ा बिजनैस करेगा. बिजनैस कर उसे खुश रखेगा.
कंचन ने पुलिस को बताया कि जब उस के मातापिता घर पर नहीं होते थे तो उस समय प्रखर किसी लडक़ी को साथ ले कर उस के घर आता था. उस समय बाबा दादी अपने कमरे में होते थे. लडक़ी साथ होने से वे शक भी नहीं करते थे.
प्रखर को अंजलि की हत्या 5 जून, 2023 को करनी थी, लेकिन उस दिन उस की बाइक फिसल गई जिस से वह चोटिल हो गया था. फिर 7 जून को हत्या की योजना बनाई गई.
मां का समझाना बेटी को रास नहीं आया
प्रखर ने ऐसा चक्रव्यूह तैयार किया, जिस से कंचन बाहर नहीं निकल पाई. कंचन को लगा कि प्रखर से ज्यादा प्यार करने वाला कोई उसे नहीं मिल सकता. महज 6 महीने की दोस्ती एक बड़ी वारदात का सबब बन गई. अंजलि बेटी को समझा रही थी कि यह उम्र प्यार करने की नहीं पढऩे की है. लडक़े झूठ बोल कर ऐसे ही लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाते हैं, लेकिन कंचन कुछ सुनने को तैयार नहीं थी.
प्रखर में सारे ऐब थे. वह सिगरेट और शराब भी पीता था. इस बात की जानकारी कंचन को भी थी. इस पर कंचन मां से यह कहती कि यह तो कामन बात है. लडक़े बाहर पार्टी करेंगे तो ड्रिंक तो आम बात है. स्कूल तक में बच्चे ई-सिगरेट बैग में ले कर आते हैं. कोई बुरा नहीं मानता. कंचन हत्यारोपी अपने प्रेमी प्रखर का शुरू से अंत तक बचाव करती रही.
एसएचओ आनंद कुमार शाही ने गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ करने के बाद प्रखर गुप्ता को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया. जबकि कंचन को 13 जून को किशोर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया. कोर्ट में उस के बयान भी दर्ज कराए गए. वहां से उसे महिला बालिका संरक्षण गृह, गाजियाबाद भेज दिया गया.
क्रिप्टोकरैंसी में पैसा लगाता था प्रखर
आरोपी प्रखर से पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह क्रिप्टोकरैंसी में भी पैसा लगाता था. उसे घाटा हो गया था. इस पर उस ने पैसा लगाना बंद कर दिया था. वह कंचन का शोषण कर रहा था. इस के साक्ष्य मिले हैं. मोबाइल में फोटो हैं. ये कब और कहां खींचे, किशोरी ने बताया है. अब वह प्रेमी के खिलाफ बोलने को तैयार है. कंचन ने पुलिस को जो बयान दिए, उस में प्रखर से संबंध की बात कही है.
मैडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की काररवाई की जाएगी. इस आधार पर केस में पोक्सो ऐक्ट और शोषण की धारा भी लग जाएंगी. पुलिस ने आरोपी प्रखर की कुंडली खंगालने के साथ ही उस के दोस्तों और शिक्षकों से भी उस के बारे में पूछताछ की. इस में पता चला कि प्रखर बिगड़ैल है. रोजाना बाइक पर घूमने निकलता है. ब्रांडेड कपड़े पहनता है. लड़कियों को प्रभाव में ले कर उन से दोस्ती करता है.
इस के लिए वह हर हथकंडा अपनाता है. दोस्ती के बाद अपनी मंहगी बाइक पर उन्हें घुमाता था. इस कारण लड़कियां प्रभावित हो जाती थीं. उस ने कई लड़कियों से दोस्ती कर रखी थी. लेकिन कंचन उस के ज्यादा नजदीक थी.
बेटी अपनी मां अंजलि की हत्या में शामिल थी. इस बात की जानकारी होने पर परिजनों ने उस से दूरी बना ली है. एक तरफ कारोबारी उदित बजाज ने अपनी पत्नी को खो दिया तो दूसरी तरफ इकलौती बेटी पर पुलिस काररवाई कर रही है.
पुलिस की पूछताछ के दौरान कोई भी परिजन उस से मिलने नहीं गया. महिला पुलिसकर्मी ही कंचन के पास बैठी रही.
—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित. कथा में कंचन परिवर्तित नाम है.