Crime News: नटवर लाल को गुजरे हुए जमाना हो गया, लेकिन उस के जैसी कहानी को आगे बढ़ाने वालों की अब भी कमी नहीं है. ऐसी ही महाठगी की कहानी सामने आई है गाजियाबाद से. दिल्ली में करीब डेढ़ सौ से ज्यादा देशों के दूतावास या उच्चायोग मौजूद हैं, लेकिन हर्षवर्धन जैन नाम के एक नटवर लाल ने गाजियाबाद में एक नहीं, बल्कि 4-4 फरजी दूतावास खोल डाले. इन फरजी दूतावासों के जरिए उस ने ऐसेऐसे गैरकानूनी कार्य किए कि...

राजधानी दिल्ली में दुनिया भर की करीब डेढ़ सौ एंबेसी, दूतावास या उच्चायोग मौजूद हैं. राजधानी दिल्ली की सीमा से सटा है यूपी का गाजियाबाद शहर. इसी शहर के पौश इलाके कविनगर में एक नहीं, बल्कि 4 देशों की एंबेसी खुली है और वहां हाई कमिश्नर साहब भी रहते हैं, कुछ समय पहले तक ये किसी को नहीं पता था.सलेकिन 22 जुलाई, 2025 की दोपहर कविनगर के केबी ब्लौक की 45 नंबर की आलीशान कोठी में अचानक पुलिस की गाडिय़ों का काफिला देख कर हड़कंप मच गया. शुरुआत में लोगों ने समझा कि यहां कोई वीआईपी आया है या कोई बड़ा राजनयिक. क्योंकि वह कोठी किसी आम इंसान की नहीं थी, बल्कि वहां एक नहीं 4 देशों का कांसुलेट था और वहां बाकायदा एक दूतावास चलता था.

क्योंकि कोठी के बाहर हाईप्रोफाइल नंबर प्लेट्स और बोनट के कोने पर अलगअलग देशों के झंडे लगी एक से बढ़ कर एक चमचमाती हुई लग्जरी गाडिय़ां खड़ी होती थीं. जबकि कोठी में अकसर सूटेडबूटेड लोगों आनाजाना भी लगा रहता था. और तो और कोठी की दीवार पर बाकायदा एंबेसी औफ वेस्ट आर्कटिक का ब्रास बोर्ड लगा हुआ था. ऐसे में हर किसी को लगता था कि शायद इस कोठी में किसी देश का दूतावास है, जहां से डिप्लोमेटिक एक्टिविटीज चलती हैं.

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