social story : 33 वर्षीय व्लौगर ज्योति मल्होत्रा पर पाकिस्तानी हाई कमीशन का औफिसर अहसान उर रहीम उर्फ दानिश पूरी तरह मेहरबान था. उसी के कहने पर ज्योति जब पाकिस्तान गई, उसे वीआईपी की तरह से रिसीव कर सुरक्षा के बीच पाकिस्तान में घुमाया गया. इस के बदले में ज्योति पाकिस्तान को भारत की सुरक्षा से संबंधित महत्त्वपूर्ण जानकारियां भेज रही थी. ज्योति के अलावा पुलिस ने ऐसे दरजनों लोगों को गिरफ्तार किया है, जो पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे थे. आखिर ये लोग देश के साथ क्यों कर रहे थे गद्दारी?

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जांच एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हो चुकी थीं. सोशल मीडिया पर भी सरकार पूरी तरह से निगाहें गड़ाए हुए थी. उसी दौरान सोशल मीडिया पर 22 मार्च, 2025 को एक वीडियो वायरल हुआ था, जो हरियाणा के हिसार की निवासी ज्योति मल्होत्रा ने अपलोड किया था. वह वीडियो दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास में बनाया गया था. उस वीडियो में ज्योति की फोटो पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी अहसान उर रहीम उर्फ दानिश के साथ साझा की गई थी, जिसे भारत सरकार पहलगाम हमले के तुरंत बाद ही 48 घंटे में देश छोडऩे का अल्टीमेटम दे चुकी थी.

ज्योति मल्होत्रा एक यूट्यूबर थी. उस का सोशल मीडिया पर 'ट्रेवल विद जो’ नाम से व्लौग था. 22 अपै्रल, 2025 को पहलगाम आतंकी हमले पर उस ने एक वीडियो अपलोड की थी, जिस में उस ने कहा था, 'मैं जानती हूं कि कश्मीर में हर जगह सुरक्षाबल तैनात रहते हैं. फिर भी अगर यह घटना हुई तो कहीं न कहीं हम भी दोषी हैं. हम सतर्क नहीं थे, जिस के कारण यह घटना घटी. हमें सतर्क और जिम्मेदार होना चाहिए. टूरिस्टों को भी वाचफुल होना चाहिए.

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