Aligarh News : 16 अप्रैल, 2025 को मानसी की शादी राहुल के साथ होनी थी. ज्योंज्यों शादी की तारीख नजदीक आ रही थी, मानसी की खुशी बढ़ती जा रही थी. लेकिन शादी से 10 दिन पहले अचानक मानसी की 38 वर्षीय मम्मी अपने होने वाले 27 वर्षीय दामाद राहुल के साथ भाग गई. फिर क्या था, जल्द ही सासदामाद की लव स्टोरी पूरे देश में वायरल हो गई. आखिर क्या है, इस चर्चित लव स्टोरी के पीछे की कहानी?
16 अप्रैल, 2025 को उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ के गांव मनोहर कायस्थ निवासी जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू की बेटी मानसी की शादी थी. घर में शादी की जोरशोर से तैयारियां चल रही थीं. शादी के कार्ड छप चुके थे और उन्हें अपने रिश्तेदारों और परिचितों को बांटने का काम चल रहा था.
6 अप्रैल, 2025 को जितेंद्र की पत्नी अपना देवी उर्फ सपना ने पति से कहा, ”आप अपनी साली को भी बिटिया की शादी का कार्ड दे आओ.’’
इस पर जितेंद्र अपनी साली को कार्ड देने चला गया. रात लगभग 8 बजे जितेंद्र घर लौट कर आया. घर में जितेंद्र को जब पत्नी सपना नहीं दिखाई दी तो उस ने बेटी मानसी से पूछा, ”तेरी मम्मी दिखाई नहीं दे रही, कहीं गई है क्या?’’
मानसी ने बताया, ”मम्मी कुछ सामान लेने की बात कह कर शाम साढ़े 4 बजे गई थी, लेकिन अब तक नहीं लौटी है. कई बार फोन किया तो हर बार उन्होंने यही जबाव दिया कि बाजार में हूं, अभी कुछ देर में आती हूं.’’
जितेंद्र को लगा कि वह शादी के लिए कोई सामान खरीदने या किसी रिश्तेदार के घर गई होगी. उस ने कहा आ जाएगी किसी काम में फंस गई होगी.
जब रात के 10 बज गए तो जितेंद्र को चिंता हुई. फोन मिलाया तो पत्नी का फोन स्विच्ड औफ था. तब रिश्तेदारों को फोन लगा कर पत्नी के बारे में पूछा. लेकिन सब तरफ से उसे निराशा ही हाथ लगी.
पत्नी के साथ ऐसा क्या हुआ, जो उस का मोबाइल फोन भी बंद हो गया है. घबरा कर जितेंद्र ने अपने समधी होरीलाल नायक को फोन मिलाया और पत्नी सपना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने होने वाले दामाद राहुल से बात कराने को कहा.
इस पर समधी होरीलाल ने बताया कि राहुल शादी के लिए शेरवानी व अन्य कपड़े खरीदने उत्तराखंड जाने को कह कर शाम को घर से निकला है.
तब जितेंद्र को दाल में कुछ काला नजर आने लगा. लड़की की मम्मी और दामाद दोनों अपने घर से एक ही समय पर निकले हैं.
परेशान जितेंद्र ने तब अपने होने वाले दामाद राहुल को फोन लगाया. 2-3 बार तो उस ने फोन काट दिया. फिर एक बार बात की. पहले तो वह टालमटोल करता रहा, फिर रात साढ़े 10 बजे उस ने होने वाले ससुर जितेंद्र को पूरी कहानी बता दी. राहुल ने आगे कहा, ”तुम्हारी शादी को 20 साल होने जा रहे हैं. इन को (सपना को) तुम ने बहुत परेशान किया है, अब इन्हें भूल जाओ. इन के बारे में कुछ मत सोचना.’’
होने वाले दामाद के ये धमकी भरे शब्द सुन कर जितेंद्र के पैरों तले जमीन खिसक गई. बेटी मानसी को पता चला तो उस के होश उड़ गए, क्योंकि 16 अप्रैल को राहुल से उस की शादी होने वाली थी और उस की शादी के 10 दिन पहले उस की मम्मी उस के होने वाले पति के साथ भाग गई.
होने वाले दामाद का यह जवाब सुन कर जितेंद्र समझ गया कि राहुल के साथ ही उस की पत्नी चली गई है.
बेटी की शादी से 10 दिन पहले पत्नी के घर से अचानक होने वाले दामाद के साथ भाग जाने से जितेंद्र बहुत परेशान हो गया. जितेंद्र की आंखों की नींद उड़ चुकी थी. अब वह करे तो क्या करे? पत्नी से बात करना अब बेकार था, क्योंकि पत्नी ने अपना मोबाइल स्विच औफ कर रखा था. अब राहुल ने भी अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था.
थकहार कर जितेंद्र कुमार ने जानपहचान वालों और अपने छोटे भाई को फोन कर पत्नी के होने वाले दामाद राहुल के साथ चले जाने की बात बताई. सारी रात उस ने जागते हुए काटी.
होने वाले दामाद के साथ क्यों भागी सपना
दूसरे दिन 7 अप्रैल को जितेंद्र ने थाना मडराक पहुंच कर अपनी 38 वर्षीय पत्नी अपना देवी उर्फ सपना की गुमशुदगी दर्ज कराई. आरोप लगाया कि उस की पत्नी 6 अप्रैल को शाम साढ़े 4 बजे घर से बिना बताए घर में रखे रुपए व जेवरात, जो बेटी की शादी के लिए रखे हुए थे, ले कर कहीं चली गई है. जिसे काफी तलाश किया, लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला. पत्नी के पास एक मोबाइल भी है, जो स्विच औफ आ रहा है.
सासदामाद की लव स्टोरी में यह भी पता चला है कि दामाद राहुल की तबियत खराब होने पर सास अपना देवी पहली मार्च, 2025 को अपने गांव मनोहरपुर से 60 किलोमीटर दूर स्थित राहुल के घर गांव मछरिया में उसे देखने गई थी. शाम को जब सास अपना देवी दामाद का हाल जानने के बाद अपने घर जाने लगी तो राहुल ने उस से एक दिन और रुकने का आग्रह किया.
इस पर सास सपना दामाद राहुल की बात टाल नहीं सकी और वहीं रुक गई. राहुल के कहने पर इस तरह वह 5 दिन तक रुकी रही. इस बीच राहुल के कमरे में दोनों एक ही पलंग पर सोते थे. सास और दामाद का रिश्ता मांबेटे का माना जाता है, इसलिए किसी ने इस पर आपत्ति नहीं की.
इन 5 दिनों में दोनों ने क्या गुल खिलाया, किसी को पता नहीं चल सका. 6 मार्च को राहुल अपनी सास अपना देवी को उस के घर के पास स्थित प्राइमरी स्कूल के पास छोड़ कर वापस अपने घर चला गया.
भावी दामाद राहुल के साथ 5 दिन रहने के दौरान दोनों के बीच ऐसा प्यार हुआ कि दोनों अब एकदूसरे से बिना बात किए नहीं रह पाते थे.
जितेंद्र 31 मार्च को राहुल के घर पीली चिट्ठी दे कर आया था. एक लाख रुपए भी दिए थे. बाकी रुपए शादी पर देने थे. पत्नी के अपने होने वाले दामाद से लगातार 15-16 घंटे बात करने पर एक बार जब जितेंद्र ने उस से पूछा कि किस से बात कर रही हो तो पत्नी ने बताया कि रिश्तेदारी में बात कर रही थी.
जितेंद्र को लगा कि पत्नी बेटी की शादी के बारे में रिश्तेदारों व मायके वालों से बात करती होगी. दामाद पत्नी से बात करता था, जबकि वह बेटी मानसी से बिलकुल बात नहीं करता था.
जितेंद्र ने बताया कि फोन पर दोनों के घंटों बात करने पर शक तो हमें भी था, लेकिन दामाद और सास का रिश्ता पवित्र होता है इसलिए ध्यान नहीं दिया. पता चला कि दोनों की प्रेम कहानी 3 महीने से चल रही थी. राहुल दिसंबर 2024 से पत्नी से लगातार बात कर रहा था.
जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ के थाना मडराक के अंतर्गत मथुरा रोड स्थित गांव मनोहर कायस्थ का निवासी है. उस ने बताया कि उस की शादी अपना देवी के साथ सन 2007 में हुई थी.
वह बेंगलुरु में कपड़े की फेरी लगाता है. इस कारण गांव कम ही आ पाता है. उस के 3 बच्चों में सब से बड़ी बेटी 18 साल की मानसी व 12 व 8 साल के 2 बेटे हैं. उस ने जीतोड़ मेहनत कर बेटी की अच्छी शादी करने के सपने संजोए थे. मार्च में ही जितेंद्र बेंगलुरु से अपने घर आया था, क्योंकि अब बेटी की शादी के कम दिन रह गए थे.
जितेंद्र ने बताया कि बेटी मानसी की शादी के लिए घर की अलमारी मे रखे साढ़े 3 लाख नकद तथा करीब साढ़े 5 लाख रुपए की ज्वैलरी ले कर पत्नी भागी है.
जितेंद्र ने बताया कि 8 महीने पहले थाना दादों के गांव मछरिया निवासी होरीलाल के बेटे राहुल के बारे में इंदौर में रहने वाले एक रिश्तेदार ने उसे बताया था. राहुल और उस का घरपरिवार भी देखने में अच्छा लगने के बाद बेटी मानसी का रिश्ता तय किया था.
होरीलाल के पास खेती की जमीन भी थी. बेटी मानसी 8वीं कक्षा तक पढ़ी थी. राहुल शादीविवाह तथा अन्य त्यौहारों पर मेहंदी लगाने का काम करता था. राहुल अपने परिवार में सब से बड़ा था, दूसरे नंबर की बहन है जिस की शादी हो गई है. इस के अलावा एक बहन, 2 भाई और हैं.
बेटी के सपनों को मम्मी ने किया चकनाचूर
मम्मी की हरकत से बेटी मानसी के सपने चकनाचूर हो गए. दुलहन के जोड़े में सजने का सपना देख रही मानसी के आंसू नहीं थम रहे. जिस लड़के से उस की शादी होने वाली थी, उसी के साथ मम्मी भाग गई. इस हादसे के बाद बेटी की तबियत बिगड़ गई. उसे घर पर ही ड्रिप चढ़वानी पड़ी. इस घटना के बाद पूरा परिवार सदमे में है. बेटी को ढांढस बंधाने आसपास की महिलाएं घर पर आने लगी थीं.
बेटी मानसी ने बताया कि मम्मी घर से करीब साढ़े 3 लाख रुपए और साढ़े 5 लाख रुपए के जेवर ले कर गई है. अब हमारे घर में 10 रुपए तक नहीं बचे हैं. उस ने कहा कि हमें सिर्फ अपना पैसा और जेवर वापस चाहिए. गुस्साई बेटी मानसी ने कहा कि दोनों कहीं भी जा कर मरें. हमें फर्क नहीं पड़ता.
सीओ (इगलास) महेश कुमार ने बताया, ”घर से गायब हुई महिला अपना देवी उर्फ सपना और युवक राहुल दोनों ही बालिग हैं. वे अपना अच्छाबुरा सोचने के लिए आजाद हैं. इसलिए कानूनी तौर पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है. लेकिन महिला के पति जितेंद्र ने लिखित शिकायत दी है कि पत्नी घर से जेवर और नकदी ले कर गई है, इसलिए गुमशुदगी दर्ज कर सर्विलांस और थाने की टीम को जांच में लगाया गया है.’’
पुलिस जांच में यह तथ्य सामने आया कि मानसी और राहुल की शादी तय हो जाने के बाद होने वाले दामाद ने एक मोबाइल की मांग की. इस पर सास सपना और ससुर जितेंद्र ने राहुल को एक स्मार्टफोन गिफ्ट किया था.
राहुल के जीजा के पास जितेंद्र की पत्नी का नंबर था, क्योंकि उन से अकसर बात होती रहती थी. उन के मोबाइल से राहुल ने अपनी सास का नंबर ले लिया और वह उस से बात करने लगा. इस तरह दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और नजदीकियां बढ़ गईं.
दोनों में दिनरात बातचीत होती थी, कभीकभी तो 20-22 घंटे तक होती थी. दुलहन की मम्मी अपना देवी का होने वाले दामाद राहुल के साथ अफेयर शुरू हो गया. इस की भनक किसी को नहीं लगी. शादी के कार्ड तक बंट चुके थे. दहेज का सामान भी तैयार रखा हुआ था, लेकिन उस से पहले ही 27 वर्षीय राहुल अपनी होने वाली 38 वर्षीया सास अपना देवी उर्फ सपना को ले उड़ा.
इस अजीबोगरीब घटना से दोनों परिवारों में तनाव का माहौल बन गया. दोनों तरफ से शादी के कार्ड बांटे जा चुके थे और रिश्तेदारों को न्योता दिया जा चुका था. अब फेमिली वाले इस प्रेम कहानी से हतप्रभ थे. दोनों ही परिवार चाहते थे कि अपना देवी और राहुल लौट आएं, वे चाहते थे कि पुलिस जल्द से जल्द दोनों को पकड़ ले, ताकि इस लव स्टोरी का अंत हो सके.
सास पर लगाया वशीकरण का आरोप
6 अप्रैल, 2025 को राहुल अपने घर से यह कह कर निकला था कि वह शादी के कपड़ों की खरीदारी करने जा रहा है. बाद में उस ने अपने पापा होरीलाल को फोन कर कहा कि मुझे मत खोजना, मैं जा रहा हूं.
पापा कुछ पूछते, इस से पहले ही राहुल ने मोबाइल स्विच्ड औफ कर लिया. होरीलाल ने कहा कि वह सब से बड़ा बेटा था. बेटे ने समाज में इज्जत को बट्टा लगाया है. इसलिए बेटे से अब किसी तरह का कोई रिश्ता नहीं रखा जाएगा. उन्होंने उसे संपत्ति तक से बेदखल करने की बात कही. उन्होंने राहुल की सास अपना देवी पर बेटे पर वशीकरण करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीमारी के दौरान जब वो राहुल को देखने आई तो उस ने राहुल की बांह व कमर में ताबीज बांध दिया था.
बहुचर्चित सासदामाद की इस लव स्टोरी को प्रिंट, इलैक्ट्रोनिक व सोशल मीडिया पर खूब उछाला गया. लोगों ने चटकारे ले कर खूब चर्चा की. मीम भी बने. यहां शादी से महज 10 दिन पहले होने वाला दामाद अपनी दुलहन नहीं, बल्कि होने वाली सास के साथ ही भाग गया.
मामले ने जब तूल पकड़ा, तब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे चैक किए. कासगंज रेलवे स्टेशन पर केवल राहुल दिखाई दिया, अपना देवी उस के साथ नहीं दिखाई दी. वहीं दोनों की लोकेशन पता लगाने की कोशिश की गई. पुलिस ने आखिर पता लगा लिया कि दोनों कहां छिपे बैठे हैं. उन की लोकेशन उत्तराखंड के रुद्रपुर की दिखाई दी.
ऊधमसिंह नगर जिले में स्थित रुद्रपुर अलीगढ़ से 206 किलोमीटर दूर है. पुलिस की टीम दोनों को पकडऩे के लिए रुद्रपुर रवाना हो गई. दरअसल, राहुल पहले रुद्रपुर में जौब करता था. ऐसे में अनुमान लगाया गया कि दोनों अलीगढ़ से भाग कर वहीं गए होंगे. लेकिन जब पुलिस टीम वहां पहुंची, तब तक दोनों वहां से निकल चुके थे.
बीचबीच में राहुल अपना मोबाइल फोन औन करता था. इस से पुलिस उस की लोकेशन ट्रेस कर लेती और उस जगह के लिए रवाना हो जाती थी, लेकिन वे लोग पुलिस के साथ आंखमिचौली का खेल 10 दिन तक खेलते रहे. इस बीच दोनों लखनऊ, मुजफ्फरपुर और नेपाल तक घूमते रहे.
10 दिन इश्क लड़ाने के बाद दोनों बेटी की शादी के दिन यानी 16 अप्रैल, 2025 को ही कार से थाना दादों पहुंचे. दोनों 6 अप्रैल से फरार थे. मडराक थाने की पुलिस 3 राज्यों में भागती रही. दोनों नेपाल बौर्डर तक तक जा पहुंचे थे.
राहुल का कहना था कि उन्हें थाना मडराक पुलिस पर विश्वास नहीं है, इसलिए थाना दादों में आत्मसमर्पण करने आए हैं. हमें सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला था कि हम दोनों को पुलिस तलाश रही है. इसलिए हम ने पुलिस को पूरी बात बताने का निर्णय लिया.
थाने में मीडिया के साथ ही पुलिस को अपना देवी ने बताया कि वे भागे नहीं थे. पति जितेंद्र शराब पी कर उस के साथ मारपीट करता था, एकएक पैसे का हिसाब लेता था. खर्च के लिए पैसे तक नहीं देता था. वह शादी के बाद आज तक मकान तक नहीं बना पाया.
अपना देवी ने इस बात का खुलासा किया कि वह जेवर और रुपए अपने साथ ले कर नहीं गई. केवल 200 रुपए, मंगलसूत्र तथा मोबाइल फोन ले कर गई थी. पति द्वारा लाखों रुपए के जेवर व नकदी ले जाने की बात को उस ने नकार दिया. पति की आदतों से परेशान हो कर उस ने अपने होने वाले दामाद संग जीवन बिताने का निर्णय लिया है.
राहुल उस का बहुत खयाल रखता है. अब जो मेरी जिंदगी में आ गया है, वही मेरा पति है. मुझे सम्मान चाहिए, जो अब मिल रहा है. उस घर में वापस जा कर मुझे पहले से बदतर जिंदगी जीनी पड़ेगी. पिछले 3 महीने से मैं वहां प्रताडऩा झेल रही थी.
वहीं राहुल ने बताया कि ससुर जितेंद्र के उत्पीडऩ से तंग आ कर सास अपना देवी उर्फ सपना आत्महत्या करने जा रही थी. सपना ने उस से कहा कि यदि तुम्हें मेरी जरा सी भी चिंता है तो तुम मुझे अपने साथ ले जाओ. तब उस ने यह निर्णय लिया, वरना वो अपनी जान दे देती.
दादों पुलिस ने दोनों को मडराक थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया, क्योंकि मामला उसी थाने में दर्ज था. वहां दोनों ने पुलिस को अपने बयान दर्ज कराए. 17 अप्रैल, 2025 को मडराक थाने में अपना देवी को उस के फेमिली वालों ने खूब समझाया, पर वह उन के पास लौटने को राजी नहीं हुई. अपना देवी को मैडिकल परीक्षण के बाद वन स्टाप सेंटर भेज दिया.
इस के बाद 18 अप्रैल को उसे परामर्श केंद्र भेजा गया. वहां भी समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन राहुल व अपना देवी टस से मस नहीं हुए. दोनों ने किसी की नहीं सुनी और साफ कर दिया कि अब हम दोनों इतने करीब आ चुके हैं कि दोनों साथ रहेंगे. अपना देवी ने कहा कि राहुल ही अब उस का जीवनसाथी है. पुलिस ने दोनों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा.
यहां तक कि सपना के छोटे बेटे कृष ने अपनी मम्मी को सीने से लगा कर घर लौट चलने का आग्रह किया. कहने को तो सपना भी बच्चे से मिल कर खूब रोई, लेकिन पति के साथ लौटने को तैयार नहीं हुई. सपना का मन नहीं पसीजा और उस ने साफ कह दिया कि अब रहेगी तो राहुल के साथ ही.
वहीं दूसरी ओर राहुल ने भी अब सपना के साथ ही रहने का फैसला किया है. सपना की जिद से परेशान पति जितेंद्र कुमार ने साफ कह दिया कि यह झूठ बोल रही है. उस ने हमें कंगाल कर दिया. उधार मांग कर जिंदगी चल रही है. जब तक यह हमारे रुपए और जेवर नहीं लौटाएगी, इसे तलाक नहीं देगा.
2 बार कर चुका है राहुल ऐसे कांड
सपना देवी का भाई राजेश भी मडराक थाने पहुंचा था. उस ने कहा कि मेरी बहन अपना देवी ने जीजा जितेंद्र के साथ अच्छा नहीं किया. वह मेरी बहन कहलाने लायक नहीं है. अब मेरे घर भी बहन की एंट्री बैन है. सपना पहले ऐसी नहीं थी. राहुल पर आरोप लगाते हुए उस ने कहा कि राहुल तो पहले भी 2 बार इसी तरह के कांड कर चुका है. वो महिलाओं को झूठे प्यार में फंसा कर उन से पैसे ऐंठता है.
वहीं राहुल ने इस बात को स्वीकार करते हुए बेबाकी से कहा कि वह इस से पहले केवल एक बार एक युवती को अपने साथ गांव लाया था. युवती हरदोई की हुशियारी थी, लेकिन बाद में पंचायत हुई तो युवती अपने घर चली गई.
पुलिस ने पूछताछ के बाद 18 अप्रैल, 2025 को सास अपना देवी उर्फ सपना को राहुल के सुपुर्द कर दिया. थाने से बाहर निकलने के बाद राहुल और सपना मीडिया से बचते नजर आए. मीडिया द्वारा बारबार पति से तलाक लिए बिना राहुल के साथ कैसे शादी करोगी? पहले तलाक लेना पड़ेगा, कहने पर परेशान अपना देवी को गुस्सा आ गया. उस ने पत्रकारों से कहा, ”अभी कैमरा तोड़ दूंगी.’’
सास और दामाद की लव स्टोरी भले ही सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही थी, लेकिन रिश्तेदार और घर वाले इन के खिलाफ खड़े हो गए थे. थाने से रिहा होने के बाद राहुल के साथ गई अपना देवी को राहुल के फेमिली वालों ने स्वीकार नहीं किया. उन्होंने इन्हें घर में नहीं रुकने दिया. रात दोनों ने पड़ोसी के घर में गुजारी.
इस के बाद सुबह दोनों फिर से गायब हो गए. पता चला कि राहुल का दोस्त दोनों को अपनी बाइक से पाली क्षेत्र में छोड़ आया था. राहुल के पापा अब कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं. दोनों अब गांव से भी चले गए हैं. दोनों फेमिली वालों ने भी चुप्पी साध ली है. वहीं जितेंद्र ने इतना जरूर बताया कि राहुल और पत्नी अपना देवी बंजारों का नगला बाखनेर में रह रहे हैं. बेटी की शादी अब वह अगले साल करेगा.
बम से उड़ाने की मिली धमकी
इस चर्चित सास दामाद की लव स्टोरी के मामले में उस समय नया मोड़ आ गया, जब राहुल के पापा होरीलाल को 18 अप्रैल को रात लगभग साढ़े 8 बजे बम से उड़ाने की धमकी मोबाइल पर दी गई. फोन करने वाले ने गालीगलौज करते हुए कहा कि परिवार सहित तुम्हें घर से उठा लेंगे, तुम्हारे द्वारा सही नहीं किया गया है, इसलिए बम से उड़ा दिया जाएगा.
वहीं दूसरी ओर गांव के प्रधान को भी लगभग पौने 9 बजे बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. गांव के प्रधान व राहुल के पापा होरीलाल ने थाना दादों में तहरीर दे कर काररवाई की मांग की. इस संबंध में पुलिस ने धमकी देने वाले शख्स की पहचान करने के लिए तकनीकी मदद लेने की बात कही.
धमकी के बाद परिवार में दहशत का माहौल बन गया. गांव के लोग भी इस घटनाक्रम को ले कर चिंतित हो गए.
मछरिया गांव के लोगों का कहना था कि सासदामाद लव स्टोरी के चलते दोनों ने न केवल कुल खानदान, बल्कि पूरे गांव की इज्जत को नीलाम कर दिया है. कलयुग में अब मांबेटे का रिश्ता भी सुरक्षित नहीं है. दोनों ने रिश्तों की मर्यादा को तारतार कर दिया है.
कहते हैं कि इश्क का जुनून सिर चढ़ कर बोलता है, अपना देवी और राहुल ने यह बात बिलकुल सच कर दिखा दी. दोनों की उम्र में 11 साल का अंतर है. उन्होंने दुनिया को बता दिया कि प्यार में उम्र की कोई सीमा नहीं होती.
इश्क एक बार आंखों से हो कर दिल में उतर जाए तो फिर इस के नशे के आगे दुनिया का हर नशा बेकार है. अपना देवी उर्फ सपना और राहुल घर से भाग गए. सपना की बेटी की शादी जिस लड़के से होनी थी, वह अब होने वाली सास के दिल की धड़कन बन चुका है.
यह मामला समाज में पारिवारिक संबंधों और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के बीच संतुलन की जरूरत को दर्शाता है. अपना देवी उर्फ सपना और राहुल की कहानी ने समाज में एक नई बहस को जन्म दिया है, जहां परंपरागत रिश्तों की सीमाएं और व्यक्तिगत इच्छाएं टकरा रही हैं.
समधन भागी समधी के साथ
अलीगढ़ के सासदामाद की लव स्टोरी लगातार सुर्खियों में बनी हुई थी. वहीं अब उत्तर प्रदेश के ही जिला बदायूं के समधीसमधन का प्यार चर्चाओं में आ गया है. अलीगढ़ से बदायूं तक प्यार की बयार चल रही है.
4 बच्चों की मां ममता का दिल अपनी बेटी के ससुर यानी समधी शैलेंद्र पर ऐसा आया कि वह रातोंरात उस के साथ घर से जेवर और नकदी ले कर रफूचक्कर हो गई.
ममता के पति ट्रक ड्राइवर सुनील ने पत्नी ममता पर आरोप लगाते हुए कहा, ”ममता इस से पहले भी 3 बार भाग चुकी है. इस पर मैं ने घर में बहुत हंगामा किया था. फिर भी मैं ने उसे माफ कर दिया था. इस बार जब वह ट्रक लेकर लखनऊ गया हुआ था तो 11 अप्रैल, 2025 को वह अपने समधी शैलेंद्र के साथ आधी रात को कार से फुर्र हो गई. समधी शैलेंद्र किराए पर कार ले कर रात में आया था.
सुनील ट्रक चलाता था, इस कारण वह अपने घर महीने में 1-2 बार ही आता था. समधन ममता और समधी शैलेंद्र दोनों एकदूसरे से मोबाइल पर प्यार का इजहार करते थे.
सुनील ने बताया कि 2022 में उस की बेटी की शादी शैलेंद्र के बेटे से हुई थी. दोनों ही परिवार शैलेंद्र और ममता की लव स्टोरी के बारे में जानते थे. शैलेंद्र की पत्नी ने भी दोनों को रंगेहाथों पकड़ा भी था.
सुनील के बेटे ने बताया कि शैलेंद्र मौसा रात में मम्मी से मिलने आते थे. घर में कलह न हो, इसलिए पापा को हम यह बात नहीं बताते थे. सुनील ने पत्नी के समधी के साथ जेवर व नकदी ले जाने पर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है. सुनील ने पत्नी के भागने की रिपोर्ट थाने में दर्ज करा दी है, लेकिन पुलिस उस की पत्नी की तलाश नहीं कर रही है.
अब यूपी पुलिस पर भी चढ़ा प्यार का जोश
उत्तर प्रदेश के ही हापुड़ जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिस ने अलीगढ़ की सासदामाद और बदायूं की समधीसमधन की लव स्टोरी को भी पीछे छोड़ दिया है. 15 दिन पहले जिस युवक नवीन की शादी हुई थी, उस के साथ एक महिला हैडकांस्टेबल निर्मला घर से फरार हो गई. घर से भागने के बाद दोनों ने मंदिर में शादी भी रचा ली. दूसरी ओर नवीन की नईनवेली दुलहन नेहा परेशान है. नवीन बिजली विभाग में काम करता है.
नेहा ने बताया कि शादी के 2 दिन बाद उसे पता चला कि पति नवीन का महिला पुलिस कांस्टेबल निर्मला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा है. नवीन नेहा को अपने हापुड़ स्थित मकान पर ले गया और जबरदस्ती हैडकांस्टेबल के पैर पकड़वाए और दबाव डाला कि दोनों को साथ रखूगा. एक को मेरठ और एक को गांव में रखूगा.
बाद में पीडि़ता नेहा को जानकारी हुई कि दोनों ने एक मंदिर में शादी कर ली है. पति धमकी दे रहा है कि वह निर्मला को ही पत्नी के रूप में रखेगा.
पीडि़ता ने बताया कि 16 अप्रैल, 2025 को रात करीब 9 बजे उस ने मोहल्ला साकेत कालोनी स्थित मकान में दोनों को पकड़ा था. नेहा की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस के बाद से दोनों फरार हैं.
महिला कांस्टेबल निर्मला को हाफिजपुर थाने में अटैच किया गया था. वह उत्तर प्रदेश के बागपत जिले की रहने वाली है और 3 बच्चों की मां है. पुलिस सरगर्मी से दोनों की तलाश में जुटी थी.
—कथा में मानसी परिवर्तित नाम है