Gujarat News : गुजरात की युवा यूट्यूबर कीर्ति पटेल ने अपनी मेहनत से सोशल मीडिया पर अलग पहचान बनाई थी. उस के 13 लाख से अधिक फालोअर्स हो गए थे. इसी दौरान उस के खिलाफ थाने में किडनैपिंग, धमकी देने, ब्लैकमेलिंग आदि के कई केस दर्ज हुए. एक उभरती यूट्यूबर आखिर कैसे बनी ब्लैकमेलर? जानने के लिए पढ़ें यह खास कहानी…

पढ़ाई पूरी होने के बाद कीर्ति पटेल ने फैशन डिजाइनर का कोर्स किया और फिर कुछ सालों तक फैशन डिजाइनिंग का काम भी किया. उस के बाद वह कौमेडी वीडियो बना कर यूट्यूब और टिकटौक पर डालने लगी. इस में उसे काफी लोकप्रियता मिली. धीरेधीरे उस की लोकप्रियता बढ़ती ही गई. टिकटौक पर वायरल होने के बाद कीर्ति सोशल मीडिया में इंफ्लुएंसर बन गई.

इस समय उस के फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब सहित सोशल मीडिया पर कुल मिला कर करीब 13 लाख फालोअर्स हैं. सोशल मीडिया पर इस तरह सफलता मिलने के बाद कीर्ति खुद को सेलिब्रिटी समझने लगी थी. कीर्ति पटेल मूलरूप से गुजरात के जिला सुरेंद्रनगर के वाघेला गांव की रहने वाली थी, लेकिन फिलहाल वह सूरत के परवत पाटिया इलाके के कुशल दर्शन वाटिका अपार्टमेंट में परिवार के साथ रहती थी. उस के परिवार में मम्मीपापा के अलावा एक भाई और 4 बहनें हैं. वह सब से छोटी है. पिता पहले हीरा के व्यवसाय से जुड़े थे, लेकिन अभी कुछ नहीं करते हैं.

सोशल मीडिया के लिए वीडियो बनातेबनाते कीर्ति कुछ ही समय में विवादों से घिरती चली गई. दूसरी ओर ट्रोलर्स उसे ट्रोल करने का मौका बिलकुल नहीं छोड़ते थे. उस ने हाथी और घोड़े को ले कर वीडियो बनाए थे, जिसे ले कर काफी विवाद पैदा हुआ था. इस के बाद अहमदाबाद में मारपीट को ले कर उस के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई. फिर तो गुजरात के अलगअलग शहरों में उस के खिलाफ शिकायतें दर्ज हुईं और वह लगातार विवादों में रहने लगी. विवादों में रहने के लिए या फिर यह कह लीजिए कि फेमस होने के लिए कीर्ति लाइव हो कर जानेमाने लोगों पर तरहतरह के झूठे आरोप लगा कर सनसनी फैलाने लगी और उन पर अभद्र टिप्पणियां करने लगी.

कुछ दिनों पहले कीर्ति ने गुजरात के राजपूत आंदोलन से ख्याति पाने वाली पद्मिनी बा की तरह कपड़े पहन वीडियो डाल कर सभी को चौंका दिया था. भारी विवाद में कीर्ति तब आई, जब पिछले साल 2 जून, 2024 को सूरत के थाना कापोदरा में कीर्ति और 7 लोगों के खिलाफ एक बिल्डर वजु कात्रोडिया ने 2 करोड़ रुपए रंगदारी मांगने, सोशल मीडिया पर उसे बदनाम करने तथा बेटियों के साथ बलात्कार करने और जान से मारने की धमकी देने का वीडियो डालने की रिपोर्ट लिखाई थी.

दरअसल, विजय मनजी सावनी नामक व्यक्ति ने साल 2015-16 में बिल्डर वजु कात्रोडिया के उमरा-वेलंजा के प्रोजेक्ट में एक मकान खरीदा था. जिस के लिए विजय सावनी ने वजु कात्रोडिया को 5 लाख रुपए दिए थे, लेकिन बाद में न जाने क्या हुआ कि विजय ने अपनी बुकिंग कैंसिल करा कर बिल्डर से 7 लाख रुपए वापस मांगे. कोरोना के कारण बिल्डर वजु कात्रोडिया रुपए नहीं दे पाया तो विजय सावनी ने सोशल मीडिया में उसे बदनाम कर के 30 लाख रुपए की रंगदारी मांगते हुए वजु के खिलाफ कामरेज और सरथाणा में मामला दर्ज कराया. इस के अलावा कोर्ट में भी दावा किया.

कोर्ट में मामला जाते ही विजय सावनी का पक्ष ले कर कीर्ति पटेल भी इस मामले में कूद पड़ी. पहले तो उस ने सोशल मीडिया पर बिल्डर वजु कात्रोडिया और उस की पत्नी तथा बेटी को बदनाम किया. उस के बाद जाकिर पठान को भेज कर वजु कात्रोडिया को कोसमाडी के सिल्वर फार्महाउस में विवाद सुलझाने के नाम पर बुलवाया. जाकिर पठान वजु को ले कर फार्महाउस पर पहुंचा तो जानवी उर्फ मनीषा गोस्वामी वहां पहले से ही मौजूद थी. इस के बाद वजु कात्रोडिया को कोल्डड्रिंक पिलाई गई, जिस में नशीला पदार्थ मिला था.

वजु नशे में हो गया तो योजनानुसार कीर्ति ने जानवी उर्फ मनीषा गोस्वामी के साथ उस के अश्लील फोटो खींच लिए. इस के बाद ये अश्लील फोटो सोशल मीडिया पर डाल कर बदनाम करने की बिल्डर वजु कात्रोडिया को धमकी दे कर 2 करोड़ रुपए मांगे. वजु ने रुपए नहीं दिए तो उस ने वजु के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए. यही नहीं, वजु कात्रोडिया की पत्नी और बेटी की फोटो के साथ अश्लील कहानियां लिख कर भी सोशल मीडिया पर डालीं. इस के अलावा वजु की बेटियों के साथ बलात्कार की भी धमकी देने के साथ उन्हें झूठे मामलों में फंसाने के लिए भी कहा.

कीर्ति पटेल ने वजु कात्रोडिया और जानवी के साथ रील बना कर सोशल मीडिया पर डालीं, जिस में वजु को गंदीगंदी गालियां देते हुए 2 करोड़ रुपए मांग रही थी. रुपए न देने पर जान से मारने की धमकी दे रही थी.

बिल्डर वजु के पीछे क्यों पड़ी कीर्ति पटेल

तब वजु कात्रोडिया ने सूरत के थाना  कापोदरा में कीर्ति पटेल, विजय सावनी, जाकिर पठान और जानवी सहित कुल 7 लोगों के खिलाफ मानसिक रूप से परेशान करने, जान से मारने की धमकी तथा 2 करोड़ रुपए रंगदारी मांगने का केस दर्ज करा दिया था. मामला दर्ज कर थाना कापोदरा पुलिस ने जांच शुरू की. पुलिस ने नामजद अभियुक्तों में से 4 लोगों को उसी समय गिरफ्तार कर लिया था. बाकी 2 लोग भी गिरफ्तार कर लिए गए. पर कीर्ति पटेल को पुलिस नहीं पकड़ सकी. वह फरार हो चुकी थी. पुलिस उस के पीछे पड़ी थी, क्योंकि वह धमकी भरी रील बना कर लगातार सोशल मीडिया पर डाल रही थी.

पुलिस से बचने के लिए कीर्ति अपने फोन का आईपी एड्रेस चेंज करती रहती थी. वह अपनी लोकेशन बदलने के साथसाथ फोन नंबर भी बदलती रहती थी, लेकिन वह इंस्टाग्राम पर अधिक सक्रिय रहती थी. काफी समय तक जब पुलिस उसे पकड़ नहीं सकी तो कोर्ट से उस के खिलाफ वारंट जारी हो गया. पुलिस कीर्ति के पीछे तो पड़ी ही थी, क्योंकि वह चुप नहीं बैठी थी. वह लगातार सोशल मीडिया पर रील डाल रही थी, जो एक तरह से पुलिस को चुनौती थी. उस ने प्रयागराज जा कर वहां से भी वीडियो डाले थे. अपने जन्मदिन पर भी उस ने अपने चाहने वालों के लिए वीडियो डाले थे.

पुलिस कीर्ति को हर हालत में गिरफ्तार करना चाहती थी. डीसीपी आलोक कुमार उसे गिरफ्तार करने के लिए मुखबिरों की भी मदद ले रहे थे और तकनीक का भी. आखिर 10 महीने लगातार प्रयास के बाद वह उसे पकडऩे में सफल रहे. 17 जून, 2025 को कीर्ति की लोकेशन अहमदाबाद शहर के सरखेज इलाके की मिली. इस के बाद कापोदरा पुलिस ने थाना सरखेज पुलिस की मदद से कीर्ति को गिरफ्तार कर लिया. अगले दिन यानी 18 जून, 2025 को उसे सूरत ला कर अदालत में पेश कर के पूछताछ के लिए 3 दिन का रिमांड मांगा गया. पर अदालत ने कीर्ति को रिमांड पर भेजने के बजाय ज्यूडिशियल कस्टडी में लाजोपर जेल भेज दिया.

कीर्ति पटेल के जेल भेजे जाने के बाद पुलिस ने अपील की कि अगर कीर्ति पटेल से किसी को किसी भी तरह की शिकायत है तो वह पुलिस थाने जा कर उस के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकता है. पुलिस उस मामले की जांच कर के उसे न्याय दिलाएगी. इस के बाद अहमदाबाद के वस्त्रापुर की रहने वाली संध्या पटेल (बदला हुआ नाम) ने शिकायत दर्ज कराई कि कीर्ति पटेल ने अपने दोस्त भरत भरवाड़ के साथ मिल कर उस के फोटो पर छेड़छाड़ कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए थे.

दरअसल, संध्या सूरत के रहने वाले अपने किसी रिश्तेदार के यहां शादी में गई थी. उस की वह रिश्तेदार कीर्ति की दोस्त थी. इसलिए कीर्ति भी शादी में आई थी. वहीं वह उस के संपर्क में आई. इस के बाद कीर्ति जेल चली गई. 2 महीने तक जेल में रहने के बाद कीर्ति बाहर आई तो उस ने संध्या से संपर्क किया. वह संध्या से कहती थी कि उस का कोई नहीं है. लोग उसे परेशान करते हैं. कीर्ति संध्या से इसी तरह की इमोशनल बातें करती थी. संध्या को लगा कि कीर्ति सचमुच बहुत परेशान है. इस की वजह यह थी कि संध्या को कीर्ति की असलियत पता नहीं थी. वह सोशल मीडिया का उपयोग भी नहीं करती थी. इसलिए उस के बारे में उसे कुछ पता नहीं था.

लगभग 2 साल दोनों का संबंध इसी तरह बना रहा. फिर संध्या दुबई चली गई. कीर्ति भी संध्या से दुबई जाने की बात करने लगी. जिस के लिए वह संध्या से कहती थी कि अभी उस के पास पैसे नहीं हैं. बाद में वह उस के पैसे दे देगी. धीरेधीरे संध्या को लगने लगा कि कीर्ति उसे जाल में फंसा रही है. तब वह उसे अवाइड करने लगी, जिस से कीर्ति नाराज हो गई और संध्या को बदनाम करने का षडयंत्र रचने लगी. संध्या का कहना है कि वह ऐसी महिला है, जिस ने किसी को नहीं छोड़ा. गृहिणी से ले कर अच्छे घरों के लड़केलड़कियों को, किसी को भी किसी के साथ जोड़ देती है. वह कुछ भी कर सकती है.

संध्या का कहना था कि वह सच थी, इसलिए उस पर कोई फर्क नहीं पड़ा. पर कीर्ति किसी को भी किसी तरह से बदनाम करने में सक्षम है. उस की बड़े और पहुंच वाले लोगों से संबंध हैं. इसलिए वह किसी को भी धमका देती है, सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा वाले वीडियो डाल कर अपमानित करती है. मामला दर्ज कराने पर पहुंच वाले लोगों की बदौलत छूट जाती है. उस ने संध्या के साथ भी वही सब किया. उसे बदनाम करने वाले फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर डाले. तब परेशान हो कर संध्या ने थाना वस्त्रापुर में कीर्ति के खिलाफ मामला दर्ज कराया.

इस के पहले वर्षा पांचाल ने कीर्ति तथा उस के साथी भरत भरवाड़ के खिलाफ मारपीट, गंदी बातें लिख कर सोशल मीडिया पर वायरल करने तथा जान से मारने की धमकी का मामला पहले सूरत, फिर सेटेलाइट, उस के बाद थाना वस्त्रापुर में दर्ज कराया है. पुलिस ने अब इन दोनों मामलों को भी अपनी जांच में शामिल कर लिया है. कीर्ति का खजूरभाई उर्फ नितिन जानी यूट्यूबर से भी झंझट हो चुका है. इस मामले में दिनेश सोलंकी ने अपने चैनल पर खजूरभाई के फेवर और कीर्ति के विरोध में आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट किए थे. इन्हीं वीडियो को ले कर यूट्यूबर रौयल राजा उर्फ दिनेश सोलंकी चर्चा में आया था.

उस के बाद 22 फरवरी, 2025 की देर रात गुंदाड़ा गांव से रौयल राजा उर्फ दिनेश सोलंकी का किडनैप हो गया था. पीडि़त दिनेश सोलंकी के अनुसार घंटिया गांव के फाटक के पास 3 कारों से करीब 10 लोग आए और उस का किडनैप कर लिया. अपहरण कर के उसे गुड़ बनाने वाले कारखाने में ले गए, जहां उस के सारे कपड़े उतार कर उलटा लिटा कर उसे बहुत मारा.

जब उस की पिटाई की जा रही थी, तभी कीर्ति पटेल ने वीडियो काल की थी. वीडियो काल पर ही उस ने कहा था कि रौयल राजा की मूंछें और बाल अच्छे नहीं लगते. इन्हें काट दो. कीर्ति पटेल के कहने के बाद किडनैपर्स ने उस के बाल और मूंछें काट दी थीं. दिनेश के अनुसार, उस ने यूट्यूब पर खजूरभाई उर्फ नितिन जानी के पक्ष में एक पोस्ट की थी. उस के बाद आरोपी मीत, अर्जुन काना और सिद्धराज से इस बात को ले कर विवाद हुआ था. जिस के बाद इस विवाद को ले कर उस ने थाना तलाला में मामला भी दर्ज कराया था.

किडनैप के इस मामले में दिनेश ने थाना सुत्रापाड़ा में अर्जुन परबत सोलंकी, मीत कानाभाई राम, सिद्धराज चुडासमा सहित 8 लोगों के खिलाफ अपहरण, मारपीट शांति भंग करने की धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था. बाकी की तलाश चल रही है. दिनेश सोलंकी गीर सोमनाथ जिले में खासकर सुत्रापाड़ा और तवाला इलाके में कौमेडी वीडियो के लिए फेमस है. वह ‘रौयल राजा 32Ó के रूप में यूट्यूब चैनल चलाता है. ज्यादातर वह कौमेडी वीडियो बनाता है. उस के इस समय 1 लाख 62 हजार सबक्राइबर हैं और अब तक उस ने 267 वीडियो पोस्ट किए हैं.

पुलिस की अपील पर ही परवत पाटिया इलाके के मूलरूप से मेहसाणा के रहने वाले कीर्तिभाई और मंजुलाबेन पटेल ने कीर्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया कि उस ने जबरन उन का फ्लैट हथिया लिया है. उन्होंने साल 2016 में कुशल दर्शन वाटिका सोसायटी में 203 नंबर का फ्लैट खरीदा था, जिस की कीमत आज 20 लाख रुपए से अधिक है. इस की किस्तें वे आज भी भर रहे हैं. साल 2019 में कीर्ति ने वह फ्लैट किराए पर लिया था. फ्लैट का किराया साढ़े 9 हजार रुपए है. डिपौजिट के रूप में 30 हजार रुपए जमा कराए थे. हालांकि सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि पाने के बाद कीर्ति ने किराया देने से इनकार कर दिया. तब कीर्तिभाई ने उस से फ्लैट खाली करने के लिए कहा था.

शुरू में तो वह कोरोना का बहाना करती रही. लेकिन बाद में फ्लैट खाली करने से भी इनकार कर दिया. उन का आरोप है कि उस ने अनुचित व्यवहार किया, धमकियां दीं और बिल्डिंग के अन्य निवासियों का जीना हराम कर दिया. फिर जब भी कीर्तिभाई कीर्ति पटेल से फ्लैट खाली करने को कहते, वह अभद्र भाषा का प्रयोग कर के उन्हें अपमानित करने लगी थी. तब कीर्तिभाई ने साल 2022 में थाना पुणा में कीर्ति के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. लेकिन उस में कुछ हुआ नहीं. कीर्ति आज भी उस फ्लैट पर कब्जा जमाए है. वह किराया भी नहीं दे रही है. दूसरी ओर कीर्ति की बहनों का कहना है कि उन्होंने यह फ्लैट खरीदा है, इसलिए यह उन का है.

कीर्ति के खिलाफ अब तक लोगों से मारपीट करने, धमकाने, बदनाम करने, अपहरण करने और रंगदारी मांगने के करीब 10 मामले दर्ज हो चुके हैं. इस के पहले भी वह एक बार अहमदाबाद में गिरफ्तार की गई थी, जिस में 2 महीने बाद छूट कर बाहर आई थी. पिछले साल अहमदाबाद के सरखेज स्थित भारती आश्रम के विवाद में भी कीर्ति का नाम आया था. हरिहरानंद ने जैसे ही आश्रम की कमान संभाली थी, अपने दोनों शिष्यों को पद से हटा दिया था. इस के बाद कीर्ति ने आश्रम जा कर ऋषिभारती के कमरे में घुस कर उन के व्यक्तिगत सामान की तलाशी लेते हुए वीडियो बनाई थी, जिसे ले कर काफी विवाद हुआ था.

बिल्डर वजु कात्रोडिया से 2 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने कीर्ति को 10 महीने की कोशिश के बाद पकड़ा था. पुलिस जब उसे गिरफ्तार कर के लौट रही थी तो उस के चेहरे पर जरा सी शिकन नहीं थी. पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद भी उस के तेवर कम नहीं हुए थे. खिलखिला कर हंसते हुए वह कह रही थी कि टकाटक वीडियो बनाइए और पूरे गुजरात में फैलाइए. फिलहाल तो वह सूरत की लाजपोर जेल में बंद है. Gujarat News

 

 

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