Hindi Crime Story : निरंजन कुमार से शादी हो जाने के बाद भी 22 वर्षीय मधु कुमारी का 21 वर्षीय प्रेमी रोशन कुमार से प्यार जारी रहा. किसी न किसी बहाने रोशन मधु की ससुराल भी आनेजाने लगा था. जोंक बन चुके इन के प्यार से निरंजन कुमार भी परेशान रहने लगा. आखिर अवैध संबंधों का यह मामला एक दिन ऐसा खूनी खेल बन गया कि…
निरंजन कुमार उर्फ अंकुश अपनी 22 वर्षीय पत्नी मधु कुमारी को बहुत ही प्यार करता था. इसी कारण वह उसे किसी भी गलती पर डांटताफटकारता नहीं था, लेकिन रोशन के कारण मियांबीवी के दिलों में खटास पैदा होने लगी थी. जिस के बाद वह मन ही मन रोशन से नफरत करने लगा था. इतना ही नहीं, वह रोशन को अपने और पत्नी बीच से निकाल फेंकने के लिए कोई रास्ता खोजने लगा था. रोशन को ले कर मियांबीवी के बीच तकरार बढ़ी तो यह बात निरंजन के परिवार के सामने भी आ गई.
एक दिन मधु कुमारी के ससुराल वाले किसी काम से बाहर गए हुए थे. उस दिन वह घर में अकेली थी. यह बात 21 वर्षीय रोशन कुमार को पता चली तो वह मधु से मिलने पहुंच गया. मौका पाते ही दोनों दुनियादारी को भूल कर मौजमस्ती में जुट गए. उस दिन इत्तफाक की बात यह रही कि उसी वक्त निरंजन अपने घर आ गया. निरंजन को आते देख रोशन तो किसी तरह से वहां से भाग गया, लेकिन उस का गुस्सा कहर बन कर मधु कुमारी पर टूट पड़ा. उस दिन उस ने पत्नी को लातघंूसों से खूब मारा. उस दिन मधु ने निरंजन को वचन दिया कि भविष्य में वह रोशन के साथ कोई संबंध नहीं रखेगी.
उस के बाद भी निरंजन ने रोशन की हत्या करने का प्लान बना लिया. इस के लिए उस ने पत्नी को भी अपनी योजना में शामिल करने की सोची. उस ने पत्नी से कहा, ”मधु, मैं तुझे पूरी तरह से माफ कर सकता हूं, लेकिन उस के बदले तुझे एक काम करना होगा. तुझे रोशन को फोन कर के मेरे द्वारा बताई जगह पर बुलाना होगा. अगर तूने इस में भी कोई चालाकी की तो मैं रोशन से पहले तेरी ही जान ले लूंगा.’’
मधु कुमारी को धमकाने के बाद उसी दिन निरंजन ने अपने कुछ साथियों को इस काम के लिए तैयार कर लिया था.
16 दिसंबर, 2024 को योजनानुसार निरंजन ने पत्नी से रोशन को फोन करने को कहा. मधु ने रोशन को फोन करते हुए कहा कि वह अपनी ससुराल से भाग कर बिहार के जिला मुंगेर के गांव नया रामनगर बनरघड़ पहाड़ी के पास पहुंच गई है. वह जितनी भी जल्दी हो सके, वहां पर पहुंचे.
पे्रमिका मधु का फोन सुनते ही रोशन उस से मिलने के लिए बेचैन हो उठा. उस ने तुरंत ही अपने कपड़े बदले और अपने फेमिली वालों को कुछ बताए बिना ही घर से निकल गया. घर से निकल कर जैसे ही वह पहाड़ी के पास पहुंचा, उसे वहीं पर मधु खड़ी मिली. जबकि उस का पति और उस के साथी पास में ही छिपे हुए थे. रोशन के आते ही सभी बाहर निकल आए और उस को पकड़ कर पीटने लगे. उन्होंने पत्थरों से कुचलकुचल कर उस की हत्या कर दी. उस के खत्म होते ही निरंजन और उस के साथियों ने उस की लाश पास की झाडिय़ों में फेंक दी. इस के बाद सभी अपनेअपने घर आ गए थे.
21 दिसबंर, 2024 को बिहार के मुंगेर जिले के असरगंज थाना क्षेत्र के गांव सादपुर मासूमगंज निवासी ब्रह्मïदेव थाने पहुंचे. थाने पहुंचते ही उन्होंने पुलिस को बताया कि उन का 21 वर्षीय बेटा रोशन कुमार 16 दिसंबर को किसी का फोन आने के बाद घर से निकला था, लेकिन उस के बाद वह घर वापिस नहीं आया. ब्रह्मïदेव ने पुलिस को बताया कि उन्होंने उसे सब जगह ढूंढा, लेकिन उस का कहीं भी अतापता न चल सका. जिस के बाद असरगंज पुलिस ने ब्रह्मïदेव की तरफ से रोशन की गुमशुदगी दर्ज कर ली थी. तब पुलिस ने रोशन को हरसंभव स्थान पर खोजा, लेकिन कहीं से भी उस के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली थी.
24 दिसबंर 2024 को बिहार के नयारामनगर थाने के अंतर्गत कोल पहाड़ी पर कुछ चरवाहे जानवर चराने गए हुए थे. उसी दौरान उन को वहां पर एक व्यक्ति की लाश पड़ी नजर आई. पहाड़ी पर मिली लाश की जानकारी चरवाहों ने ग्रामीणों को दी. ग्रामीणों ने यह सूचना नया रामनगर थाने के एसएचओ विनोद कुमार झा को दी. सूचना पाते ही विनोद कुमार एफएसएल टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. सूचना पाते ही एसपी सैयद इमरान मसूद भी मौके पर पहुंच गए थे.
घटनास्थल पर पहुंचते ही पुलिस ने जांच पड़ताल की, जिस से पता चला कि मृतक कोई 21 वर्ष का रहा होगा. शव की हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि उस का चेहरा भी पहचान में नहीं आ रहा था. उस की हालत को देखते हुए पुलिस ने अनुमान लगाया कि वह शव 3 से 4 दिन पहले का था. घटनास्थल पर कोई साक्ष्य भी मौजूद नहीं थे, जिस से अंदाजा लगाया गया कि उस व्यक्ति की दूसरी जगह हत्या कर बाद में पहाड़ी पर ला कर डाल दिया था.
इस शव के पहाड़ी जंगल में पड़े होने के कारण उस की शिनाख्त भी नहीं हो पाई थी. साथ ही शव की स्थिति इतनी खराब हो चुकी थी, उस का सैंपल भी नहीं लिया जा सकता था. इसी कारण पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की. बाद में पुलिस ने उस शव को पोस्टमार्टम हेतु मुंगेर सदर अस्पताल भेज दिया था. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने उस शव को 72 घंटे के लिए मोर्चरी में रखवा दिया था.
अपनी काररवाई को पूरा करते ही पुलिस ने उस शव की पहचान करने के लिए जिले के सभी थानों को मृतक की फोटो भिजवा दी थी. उस के साथ ही पुलिस ने उस की फोटो को सोशल मीडिया पर भी शेयर कर दिया. मृतक की तसवीर वायरल होते ही असरगंज थाना क्षेत्र के सादपुर मासूमगंज निवासी ब्रह्मïदेव ने उस की पहचान अपने 21 वर्षीय बेटे रोशन के रूप में की. मृतक की पहचान हो जाने के बाद असरगंज थाना पुलिस ने ब्रह्मादेव को उस की शिनाख्त करने के लिए नयारामनगर थाना भेज दिया, जहां पर मृतक के फेमिली वालों ने रोशन के हाथ में पहने मठिया, गमछा और उस के कपड़ों से उस की शिनाख्त रोशन के रूप में कर ली.
शव की शिनाख्त होते ही पुलिस ने उस की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखी तो पता चला कि युवक के शरीर पर किसी भारी वस्तु से प्रहार कर हत्या की गई थी. उस के शरीर पर चोटों के अनेक निशान भी पाए गए थे. ब्रह्मïदेव ने भी पुलिस को बताया कि किसी का फोन आने के बाद ही वह घर से निकला था. जिस से साफ जाहिर था कि किसी ने उसे फोन कर के बुलाया और बाद में उस की हत्या कर पहाड़ी पर ले जा कर डाल दिया था. तब पुलिस ने वैज्ञानिक और तकनीकी जांच के आधार पर मृतक के मोबाइल की लोकेशन और काल डिटेल्स को खंगाला.
इस जांच से पता चला कि मृतक रोशन और मधु कुमारी नाम की युवती दिन में कई बार बात करते थे. जिस दिन रोशन गायब हुआ था, उस दिन भी रोशन की उसी नंबर पर आखिरी बात हुई थी. यह जानकारी मिलते ही पुलिस ने मधु के फोन की लोकेशन पर उसे सफियाबाद थाना क्षेत्र के हेरूदियारा कासिम बाजार से गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तार करते ही पुलिस ने उस का मोबाइल जब्त कर लिया. थाने में उस से कड़ी पूछताछ की. पुलिस पूछताछ में मधु ने बताया कि उस ने रोशन की हत्या अपने पति निरंजन के साथ मिल कर की थी. मधु कुमारी से पूछताछ के बाद इस केस में जो कहानी उभर कर सामने आई, वह इस प्रकार थी.
बिहार के जिला मुंगेर में एक गांव पड़ता है असरगंज सादपुर मासूमगंज. इसी गांव में रहता था ब्रह्मïदेव शाह का परिवार. ब्रह्मïदेव के 6 बच्चों में 3 बेटियां और 3 बेटे थे. बेटों में रोशन तीसरे नंबर का था. ब्रह्मïदेव मेहनतमजदूरी कर के अपने परिवार का लालनपालन करते आ रहे थे. उसी मेहनतमजदूरी के बल पर उन्होंने बच्चों को लिखायापढ़ाया भी था. रोशन शुरू से ही पढ़ाईलिखाई से मन चुराता था. पढ़ाई दौरान ही वह गलत संगत में पड़ गया. वह हर समय आवारा किस्म के लड़कों के साथ समय गुजारने लगा था.
ब्रह्मïदेव के घर से कुछ ही दूरी पर रहता था रामचंद्र का परिवार. मधु कुमारी उसी की बेटी थी. मधु कुमारी जैसे देखने भालने में सुंदर थी, उस से कहीं ज्यादा तेजतर्रार भी थी. उसे शुरू से ही सजसंवर कर रहने का शौक था. वह रोशन की हमउम्र ही थी. साथ ही उन का एकदूसरे के घर पर आनाजाना भी था.
जब कभी भी रोशन अकेला होता तो किसी भी बहाने से उस के घर पर चला जाता था. दोनों जवानी की दहलीज पर पांव रख चुके थे. दोनों के बीच शुरू से ही आकर्षण पैदा हो गया था. फिर जवानी की दहलीज पर पांव रखते ही दोनों के बीच कब चाहत पैदा हो गई, दोनों इस बात से अंजान थे.
एक दिन ऐसा भी आया कि दोनों का एकदूसरे को देखे बिना मुश्किल होने लगा था. उन के दिलों में प्यार पनपते ही एकदूसरे की चाहत में मर मिटने लगे.
एक दिन की बात है, दोपहर का समय था. मधु कुमारी अपने घर में अकेली थी. उस के घर के बाकी सदस्य किसी काम से बाहर गए हुए थे. रोशन अचानक उस से मिलने पहुंचा. उस वक्त मधु घर के काम में लगी हुई थी. मधु को घर पर अकेला पाते ही रोशन ने उसे पीछे से अपनी बांहों में भर लिया.
उस दौरान मधु भी उस की इस हरकत का विरोध नहीं कर सकी. शायद वह भी इस दिन का कब से इंतजार कर रही थी. उस की बाहों के आगोश में रहते हुए वह उस से प्यारभरी बातें करने लगी थी. वे खुद पर कंट्रोल नहीं कर सके और बातों ही बातों में दोनों सामाजिक मर्यादाओं को ताख पर रख कर एकदूसरे में समाते चले गए.
उस दिन दोनों के बीच जिस्मानी रिश्ते कायम हुए तो अकसर ही अवसर मिलते ही अपनी हसरतें पूरी करने लगे थे. हालांकि दोनों ही समाज की नजरों से छिपतेछिपाते अपने दिलों के अरमानों को ठंडा करते आ रहे थे, लेकिन यह बात एक दिन मधु के फेमिली वालों के सामने जा पहुंची थी.
इस जानकारी के मिलते ही मधु के फेमिली वालों ने उस के घर से निकलने पर पाबंदी लगा दी थी. उस वक्त उन्होंने मधु को काफी डांटफटकार भी लगाई. उस के साथ ही मधु के पापा रामचंद्र ने रोशन को खरीखोटी सुनाते हुए अपने घर आने से साफ मना कर दिया था.
अपनी बेटी की हरकतों को देखते ही रामचंद्र ने उस की शादी के लिए लड़के की तलाश शुरू कर दी थी. थोड़ी मेहनत के बाद जल्दी ही उन्हें एक लड़का भी मिल गया. वह साफियाबाद के हेरू निवासी निरंजन कुमार उर्फ अंकुश था. दोनों तरफ से बात पक्की होते ही वर्ष 2022 में सामाजिक रीतिरिवाज से मधु कुमारी की शादी निरंजन कुमार उर्फ अंकुश से हो गई थी.
उस वक्त निरंजन दिल्ली में नौकरी करता था. निरंजन खूबसूरत मधु को पा कर बेहद खुश था, लेकिन निरंजन से मधु बिलकुल खुश नहीं हुई थी. उस के खुश न होने का कारण रोशन था. उस के दिलोदिमाग पर प्रेमी रोशन की छवि ही छाई हुई थी. वह उस के साथ ही शादी कर के अपना घर बसाने का सपना देखती आ रही थी, जिस के बिना वह एक पल भी काटने के लिए राजी नहीं थी.
रोशन ने 12वीं तक पढ़ा था. उस के बाद उस ने कई जगह पर सरकारी नौकरियों के लिए एप्लाई किया, लेकिन उस को कहीं भी नौकरी नहीं मिली. मधु की शादी के बाद वह भी दिल्ली में काम करने के लिए चला गया. दिल्ली जाने के बाद रोशन एक कंपनी में काम करने लगा. लेकिन उस वक्त भी उस के दिल में मधु ही छाई हुई थी. वह भी उस का प्यार पाने के लिए दिनरात उस की विरह की अग्नि में तप रहा था. उस का मधु के बिना दिल्ली में मन नहीं लग रहा था. फिर वह किसी न किसी बहाने से दिल्ली से काम से छुट्टी ले कर घर चला आता था.
यही हाल मधु कुमारी के दिल का भी था. उस का पति निरंजन दिल्ली में काम करता था. उसे ससुराल में उस के बिना अकेले ही रहना पड़ता था. मधु भी पति के दिल्ली जाने के बाद ससुराल में कम मायके में ज्यादा समय बिताने लगी थी, लेकिन उस वक्त उस की मुलाकात रोशन से नहीं हो पाती थी.
एक दिन की बात है. रोशन को प्रेमिका मधु की कुछ ज्यादा ही याद सता रही थी. काफी दिन से उस ने मधु कुमारी को देखा नहीं था. एक दिन रोशन ने प्रण किया कि चाहे कुछ भी हो जाए, वह मधु से उस की ससुराल मिलने जरूर जाएगा. यही सोचने हुए उस ने एक दिन हिम्मत की और मधु से मिलने उस की ससुराल जा पहुंचा. अचानक रोशन को अपने घर आया देख मधु का चेहरा खिल उठा. उस के दिल में तरहतरह के सपने आने लगे, लेकिन उसी दिन अचानक ही उस का पति निरंजन भी दिल्ली से छुट्टी ले कर घर आ गया. निरंजन को घर आया देख मधु का चेहरा ही उतर गया. फिर भी उस ने किसी तरह से अपने को संभाला.
उस रात रोशन उसी की ससुराल में रुक गया था. निरंजन, रोशन और मधु कुमार देर रात तक आपस में बातें करते रहे. अगले दिन सुबह होते ही रोशन अपने घर चला आया, लेकिन उस रात निरंजन को मधु और रोशन की बात सुन कर दोनों पर कुछ अजीब सा शक जरूर हो गया था. लेकिन यह बात उस ने मन ही मन में रखी.
कुछ समय के अंतराल पर एक दिन निरंजन मधु को साथ ले कर अपनी ससुराल गया हुआ था. मधु के मायके जाते ही रोशन ने भी उस के घर के कई चक्कर लगाए. उस के बाद निरंजन का शक और भी गहरा गया. दोनों के संबधों को ले कर निरंजन परेशान हो उठा था. तभी उस ने रोशन की हकीकत जानने के लिए एक अंजान बनते हुए गांव के ही एक व्यक्ति से उस के बारे में जानकारी ली. वह व्यक्ति शायद निरंजन से अंजान था. उस व्यक्ति ने रोशन और मधु कुमारी के बीच संबंधों की सारी पोल खोल कर रख दी. जिसे सुन कर वह बात उस ने अपने दिल में ही दबा ली थी. उस के अगले ही दिन निरंजन को साथ ले कर अपने घर चला गया था.
मधु की ससुराल जाने का रोशन के लिए एक बार रास्ता खुला तो वह अकसर ही जाने लगा था. उस के बारबार जाने से उस के ससुराल वाले भी उसे शक की निगाहों से देखने लगे थे. यह बात जल्दी ही निरंजन तक पहुंच गई थी. जिस को सुन कर निरंजन भी परेशान रहने लगा था. उस के बाद एक दिन निरंजन अपने गांव आया तो उस ने मधु कुमारी को समझाते हुए रोशन को अपने घर बुलाने से साफ मना कर दिया. इस बात को ले कर निरंजन और मधु के बीच हलका विवाद भी पैदा हो गया था.
रोशन के कारण ही उस की बसी बसाई गृहस्थी में आग लगने जा रही थी. अपनी गृहस्थी को बचाने के लिए एक दिन निरंजन ने अपनी बीवी को विश्वास में लेते हुए रोशन की हत्या को अंजाम दे दिया था.
इस केस के खुलते ही पुलिस ने मृतक रोशन की प्रेमिका मधु कुमारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. उस का पति निरंजन और उस के साथी फरार थे, जिन की तलाश में पुलिस लगी हुई थी. Hindi Crime Story