बीबी का दलाल : क्या थी शबनम की मजबूरी – भाग 2
तजुर्बेकार होने के कारण वे इस धंधे के बुनियादी उसूल समझती थीं इस कारोबार में सप्लाई कम है और डिमांड ज्यादा है वे शबनम से जितना ज्यादा कमा सकती थी उतना कमा चुकी थी. यहां किस धंधे की बात हो रही है ?
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