Web series : इस वेब सीरीज में 2 पक्ष अपने प्रियजनों की मौत का बदला लेने के मकसद से एक हो जाते हैं. हालांकि उन के एक होने में कई तरह की बाधाएं थीं, फिर भी चूंकि दोनों का टारगेट एक ही था इसलिए वे मिल जाते हैं. बदला लेने के इर्दगिर्द घूमती कहानी ने सीरीज को इतना उबाऊ बना दिया है कि...

कलाकार: विमल, पवनी रेड्डी, सीमा बिस्वास, इलोगो कुमारवेल, गांजा करुप्पु, डगलस कुमारमूर्ति, पुगाज, क्वींसी स्टेनली, डीआरके किरण, बरनी, मणिकंदन आर अचारी निर्देशक और लेखक: रामू चेलप्पा निर्माता: जगन भास्करन संपादन: प्रवीण के.एल. ओटीटी: जियो हौटस्टार वेब सीरीज 'ओम काली जय काली’ एक ऐक्शन से भरपूर है, जो दशहरा उत्सव की जीवंत पृष्ठभूमि पर आधरित है. इस में विमल नामक युवक की कहानी दिखाई गई है, जो धार्मिक जुलूस के दौरान देवता की तरह कपड़े पहनता है व देवता की तरह ही व्यवहार भी करता है. उस की जिंदगी में तब मोड़ आता है, जब वह जिस लड़की से प्यार करता है उस की हत्या हो जाती है.

कहानी तब शुरू होती है, जब नायक विमल के सभी करीबी लोग उस की जिंदगी से गायब हो जाते हैं और उस की दुनिया को हिला देने वाले लोगों से बदला लेने की योजना शुरू हो जाती है. तब कोथाड़ी आती है, जो जासूसों का इस्तेमाल कर के एक मास्टर प्लान बनाती है और विमल को इस की जानकारी देती है क्योंकि उन दोनों का दुश्मन एक ही होता है.

एपिसोड नंबर 1

 

पहले एपिसोड का नाम 'सरेंडिंग टू गौड’ रखा गया है. एपिसोड की शुरुआत में कोथाड़ी (सीमा बिस्वास) रात को जंगल में बीड़ी पीती हुई दिखाई गई है, तभी वहां से वनदेसम गांव वाले पिडारी पूजा के लिए कुएं पर जा रहे होते हैं. पुजारी वेंबूजी बताता है कि पुत्रालम हमारी जन्मभूमि है. भक्ति में मग्न होने वाले को हम कुएं में भेज देते हैं, वह वहीं पर अपनी देह त्याग देता है. उस की देवी प्रकट हो कर हमें आशीर्वाद देती है. उधर दूसरी ओर एक बस में गर्भवती नीला (क्वींसी स्टेनली) अपने प्रेमी वर्गीस के साथ चिंतित अवस्था में बैठी है. एक जगह बस रुकती है तो एक आदमी कोथाड़ी को बता देता है कि इस बस में नीला बैठी है. बस चलती है तो जंगल में एक जगह बस रोक कर वर्गीस नीला को भगा देता है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 12 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...